नगर मुख्यालय के लगभग ७ किमी. दूर ग्राम पंचायत सिहोरा एवं पोंडी के बीच बालाघाट सिवनी पहुंच मार्ग में बने पुल के समीप नाले के ऊपर से गुजरी नल जल योजना की पाईपलाईन पिछले वर्ष तेज बारिश एवं नाले में बाढ़ आने से जिस कॉलम (पिलर) में पाईपलाईन को रखा गया था उक्त कॉलम (पिलर) एवं पाईपलाईन कुछ स्थानों से क्षतिग्रस्त हो चुकी थी। जिसके कारण पानी का रिसाव भी हो रहा था और नाले में इस वर्ष बाढ़ आती तो कभी भी नल-जल योजना की पाईपलाईन टूटकर बह सकती थी जिससे लालबर्रा विकासखण्ड की नल-जल योजना ठप्प हो जाती और लोगों को बरसात के दिनों में पानी के लिए खासा परेशानियों का सामना करना पड़ता। वहीं सिहोरा एवं पोंडी के बीच हाईवे मार्ग नाले के समीप नाले के ऊपर से गुजरी नल-जल योजना की क्षतिग्रस्त पाईपलाईन का लंबे समय से मरम्मत कार्य करवाने की मांग की जा रही थी परन्तु पीएचई विभाग के द्वारा कोई ध्यान नही दिया जा रहा था। उक्त समस्या को प्रमुखता से उठाते हुए विगत दिवस बालाघाट एक्सप्रेस अखबार में क्षतिग्रस्त पाईपलाईन का मरम्मत कार्य नही किया गया तो कभी भी नल-जल योजना हो सकती है ठप्प नामक शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया गया था। जिसके बाद पीएचई विभाग के अधिकारी हरकत में आये और पोंडी-सिहोरा पुल के समीप नाले के ऊपर से जिस कॉलम (पिलर) में रखकर नल-जल योजना की पाईपलाईन आगे निकली है उसके कॉलम (पिलर) एवं क्षतिग्रस्त नल-जल योजना की पाईपलाईन का मरम्मत कार्य करवा दिया गया है जिससे अब पानी का रिसाव भी नही हो रहा है और सीमेन्ट का पिलर एवं पाईपलाईन भी मजबूत हो चुकी है। अगर तेज बारिश के साथ नाले में बाढ़ आ जाती तो क्षतिग्रस्त नल-जल योजना की पाईपलाईन टूटकर बह सकती थी परन्तु नाले में बाढ़ आने के पहले ही पीएचई विभाग के द्वारा क्षतिग्रस्त पिलर व पाईपलाईन कर मरम्मत कार्य करवा दिया गया है।
आपकों बता दे कि शासन के द्वारा हर घर जल, हर घर नल योजना के माध्यम से घर-घर नल कनेक्शन किये गये है और लोगों के घरों तक छिन्दलई वैनगंगा नदी का शुध्द पानी पहुंचाने के लिए करोड़ों रूपयों की लागत से जाम में जल शोधन संयंत्र बनाकर पाईपलाईन बिछाकर योजनाएं संचालित कर पानी प्रदाय किया जा रहा है। साथ ही नल-जल योजना की पाईपलाईन बहुत से स्थानों से नदी, नालों के ऊपर से गई है जहां पर पिलर (कॉलम) सीमेंट का बनाकर इस पाईपलाईन को रखा गया है। लेकिन यह पिलर (कॉलम) कमजोर हो चुके हैं जिससे पाईपलाईन का भार यह नहीं सह पा रहे थे जिसके कारण पोंडी-सिहोरा हाईवे मार्ग के समीप नाले एवं सर्राटी नदी के ऊपर से गुजरी नल-जल योजना की पाईपलाईन एवं जिस कॉलम (पिलर) पर पाईपलाईन को रखा गया था वह क्षतिग्रस्त होने लगे थे जो किसी भी समय टुटकर बह सकते थे और उक्त स्थानों से पिलर व पाईपलाईन टूटकर बहनेे से लालबर्रा विकासखण्ड में नल-जल योजना ठप्प हो जाती। जिससे ७७ ग्राम पंचायतों के ग्रामीणजनों को पानी के लिए खासा परेशानियों का सामना करना पड़ सकता था। नल-जल योजना की क्षतिग्रस्त पाईपलाईन एवं पिलर का जल्द मरम्मत कार्य करवाने की मांग को लेकर विगत दिवस बालाघाट एक्सप्रेस अखबार में समाचार प्रकाशित किया गया था। जिसके बाद पीएचई विभाग हरकत में आया और सर्राटी नदी एवं पोंडी-सिहोरा नाले के ऊपर से गुजरी नल-जल योजना की क्षतिग्रस्त पाईनलाईन एवं पिलर का मरम्मत कार्य करवा दिया गया है। वहीं क्षतिग्रस्त पाईपलाईन एवं पिलर का मरम्मत कार्य हो जाने से अब नल-जल योजना ठप्प नही होगी। वहीं जागरूक नागरिकों ने पीएचई विभाग से पोंडी-सिहोरा स्थित नाले के ऊपर से गुजरी नल-जल-योजना की पाईपलाईन जिस कॉलम (पिलर) पर रखा गया है उसे तोडक़र अधिक ऊंचाई का गुणवत्तापूर्ण नया कॉलम (पिलर) तैयार करने की मांग की है।