जिले के ग्राम रसगांव के फालिए मालपुरा में कुछ लोगों को मुफ्त शिक्षा और अन्य सुविधाओं का लालच देकर मतांतरण करवाने का मामला सामने आया है। इसकी शिकायत मिलने पर पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपित फरार है।
पुलिस के अनुसार मंगलवार को पुलिस चौकी सेगांव थाना ऊन में रूखडिया निवासी रसगांव की शिकायत पहुंची थी। इसमें बताया गया था कि तीन नवंबर को गांव का ही विजय पुत्र ख्यालीराम बडोले, उसकी बुआ मंजुला पुत्री विश्राम बडोले व ईसाई मिशनरी का मारसन लाय निवासी इटानगर (अरुणाचल प्रदेश) मालपुरा में लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए कह रहे थे।

फरियादी व उसके चचेरे भाई रेवाराम बडोले विजय के घर के सामने पहुंचे तो आरोपितों ने नाती-पोतों की पढ़ाई आदि मुफ्त करवाने का लालच देकर ईसाई धर्म अपनाने को कहा। ऐसा कहकर हमारे ऊपर पानी छिड़कने लगे और हमें क्रास पहनाने लगे। फरियादी ने उन्हें ऐसा करने से मना कर दिया था। ऊन थाना पुलिस ने मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2021 की विभिन्न् धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। आरोपित विजय और मंजुला को गिरफ्तार किया गया है। तीसरा आरोपित मारसन फरार है।
सांसद ने एसपी को लिखा था पत्र
मामले में सांसद गजेंद्र पटेल ने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक को पत्र भी लिखा लिखा था। इसमें बताया गया था कि रसगांव के मालपुरा में भोले-भाले जनजातीय ग्रामीणों को अरुणाचल प्रदेश के अज्ञात व्यक्ति द्वारा मतांतरित करवाए जाने की सूचना मिली है। इसके वीडियो भी वायरल हो रहे हैं। उन्होंने मतांतरण करवाने वालों पर कार्रवाई की मांग की थी।
शिवसेना ने पैर धुलाकर कराई घर वापसी
बुधवार को शिवसेना जिलाध्यक्ष राजू शर्मा शिवसैनिकों के साथ रसगांव पहुंचे। उन्होंने बताया कि ईसाई मिशनरी के लोगों द्वारा गांव के 22 लोगों का मतांतरण किया था। बुधवार को शिवसेना पदाधिकारियों ने आदिवासी भाइयों, बहनों को समझाकर उनके पैर धुलवाकर शुद्धीकरण किया। मंत्रोच्चार के साथ उनका पुन: हिंदू धर्म में प्रवेश कराया।