वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। वारासिवनी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत खापा से झालीवाड़ा मार्ग की स्थिति जर्जर हो गई है। जिस पर से आवागमन बहुत ज्यादा मुश्किल होता जा रहा है वह कच्चा मार्ग है जिस पर पक्का मार्ग निर्माण करने के लिए ग्रामीणों के द्वारा मांग की जा रही है। यह मार्ग की दूरी करीब ४ किलोमीटर बताई जा रही है जिस पर चलने में लोगों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यह मार्ग खापा बस्ती से बाईपास के रूप में झालीवाड़ा और वारासिवनी ,रामपायली मुख्य मार्ग पर पहुंचने का साधन है। जहां से खापा ही नहीं आसपास के विभिन्न ग्रामों के ग्रामीण कम दूरी मार्ग होने के लिए उपयोग करते हैं। परंतु मार्ग पर गिट्टी के बड़े बड़े पत्थर बाहर आ गए हैं छोटे बड़े कई गड्ढे हो गए है। वहीं पंचायत के द्वारा नाली सफ ाई कर मिट्टी निकाल कर सडक़ के किनारे ढेर लगा दिया गया है। जहां से आवागमन करने में ग्रामीणों को कई प्रकार की समस्याओं का सामने करना पड़ रहा है । ऐसे में कई लोग मेहंदीवाड़ा होते हुए मार्ग का उपयोग कर रहे हैं। जहां उन्हें सीधा ४ किलोमीटर की दूरी का फेरा करना पड़ रहा है,वहीं समय भी अधिक लग रहा है जिनके द्वारा मार्ग का बेहतर निर्माण करने की मांग की जा रही है। वहीं उक्त मार्ग पर बरसात के समय तालाब और गांव का पानी बराबर नाली ना होने से बहने से रोड़ की हालत बहुत ज्यादा खराब हो चुकी है।
रोड़ बनाने ग्राम सरपंच को बोले पर कोई सुनवाई नही हो रही है-धनेन्द्र ठाकरे
ग्रामीण धनेंद्र ठाकरे ने बताया कि यह बहुत बेकार रोड़ है गिट्टी बाहर निकल गई है गड्ढे हो गए हैं। किसान और राहगीर जो अपनी खेती और दूसरे गांव जाते हैं उन्हें बहुत समस्या है मार्गो को लेकर भारी दिक्कत बनी हुई है। पंचायत से कई बार कहा गया है पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है । यह बायपास मार्ग है जो सीधा झालीवाड़ा और रामपायली रोड़ पर निकलता है। यह मार्ग खराब होने से मेहंदीवाड़ा होते हुए जाते हैं तो करीब ८ किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ता है। यह मार्ग ४ किलोमीटर का ऐसे में ४ किलोमीटर का फेरा पड़ता है। इसमें बोला गया था कि सीसी रोड़ बनने वाली है पर कोई समझ नहीं आया। सरपंच पंच सभी से बोले परेशानी यथावत है।
मार्ग की स्थिति जर्जर हो चुकी है आने जाने में परेशानी होती है-दुर्जनलाल तुरकर
ग्रामीण दुर्जनलाल तुरकर ने बताया कि खापा से झालीवाड़ा का यह मार्ग है जहां आवागमन की समस्या है गिट्टी के बड़े बड़े पत्थर बाहर आ गए हैं। मोटरसाइकिल बैलगाड़ी के लिए बहुत ज्यादा परेशानी है साइकिल वाला तो धकेलते हुए आना जाना करता है। २ वर्ष हो गया है यह रोड़ बहुत ज्यादा खराब है जबकि बेहतर रोड़ यहां पर बनाना चाहिए। इसी के माध्यम से हम सीधे हाईवे पर रामपायली ,खैरलांजी जाने के लिए निकलते हैं यहां से हम ही नहीं अन्य गांव के भी लोग आना जाना करते हैं।
इस मार्ग का २५ वर्ष पहले गिट्टीकरण हुआ था मार्ग बनना अति आवश्यक है-मुरतसिंह पारधी
भाजपा पूर्व जिला उपाध्यक्ष मुरत सिंह पारधी ने बताया कि यह रोड़ की स्थिति बहुत ज्यादा खराब है यह २५ वर्ष पहले गिट्टीकरण हुआ था। उसके बाद गिट्टी सारी उखड़ गई है रोड़ जर्जर है यह झालीवाड़ा को टच करता है। बहुत पहले इस रोड़ को बन जाना था पर आज तक नहीं बनी है। इस मार्ग का उपयोग लोगों के द्वारा खैरलांजी मार्ग पर निकलने और खेतों में जाने के लिए किसानों के द्वारा किया जाता है। यह अति आवश्यक सडक़ है इसमें जगह जगह गड्ढे हो गए हैं बरसात में तालाब और गांव का पानी सडक़ पर बहता है नालियां पूरी खराब हो गई है। यदि यह रोड़ बनती है तो आसपास के करीब १० गांव के लोगों को सुविधा होगी।
सडक़ से हर किसी को परेशानी है निर्माण के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है-देवीप्रसाद गौतम
सरपंच देवीप्रसाद गौतम ने दूरभाष पर चर्चा में बताया कि यह सडक़ से हर किसी को परेशानी है इसके निर्माण के लिए लगातार प्रयास किया जा रहे हैं। उक्त संबंध में जिला पंचायत बालाघाट को ग्रेवल सडक़ की मांग की गई थी। जिसमें उनके द्वारा कहा गया कि वह सडक़ पहले गिट्टी वाली बनी है उस पर ग्रेवाल नहीं मिलेगी। फि र कहा गया कि अभी ग्रेवल सडक़ नहीं दे रहे हैं हमारे द्वारा प्रस्ताव लगा कर रखा गया है। वहीं प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना के लिए भी प्रयास किया गया परंतु उनके द्वारा मना कर दिया गया। पंचायत इतनी दूरी की सडक़ बनाने के लिए सक्षम नहीं है इसलिए जिला पंचायत या दूसरी मदो से मार्ग निर्माण का प्रयास किया जा रहा है।