बालाघाट(पदमेश न्यूज़)। गांव में शराब बेचना और पीकर आना सख्त मना है। इस नियम को तोडऩे वालों से दो हजार रुपए का जुर्माना वसूल किया जाएगा। दोबार पकड़ाने अधिक जुर्माना भी वसूला जा सकता है। कुछ इसी तरह का नियम मॉयल नगरी उकवा के समीपस्थ ग्राम समनापुर में बनाया गया है। ग्राम की महिलाओं और कुछ पुरुषों ने एकजुट कर 04 दिसंबर को एक समिति का गठन किया है। समिति के माध्यम से गांव को नशा मुक्त करने प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार 06 दिसंबर को समिति पदाधिकारियों ने ग्राम में एक वृहद रैली निकालकर नियम व निर्देशों की जानकारी दी। वहीं जन जागरूकता का प्रयास किया।
नशे से बिगड़ रहा ग्राम का माहौल
समिति पदाधिकारियों ने बताया कि सभी जानते हैं शराब पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। लेकिन लोग इन चीजों को नजर अंदाज करते हैं और शराब के नशे में आकर घर में वाद-विवाद कर शांति पूर्ण वातावरण को बिगाड़ते हैं। एक कहावत है कि शराब बेचने वाला आबाद और पीने वाला बर्बाद यह लाइनें जिंदगी के लिए सत्य है। जिसने इस लाइन का अर्थ समझ लिया, वह आबाद हो सकता है। नहीं तो शराब पीकर बर्बाद होता है। इन्हीं सब परिस्थितयों को जानकर गांव को नशा मुक्त ग्राम बनाने समिति गठित कर प्रयास किए जा रहे हैं।
समिति में इन्हें किया गया शामिल
समनापुर में गठित की गई समिति में अध्यक्ष कनीजा शेख, सचिव सविता बेलजी के अलावा जसवंती, सिलवंती कोसरे, वीणा शेंडे, पुष्पा टेकाम, गायत्री फुंदने, नाजिंदा अली, ममता भलावी, रूपन पंचभावे, रोमिल उइके, अशोक सैयाम, जगदीश बिजली, अनुज चौकसे, अमजद शेख, सोहन कुंभलवार, अनिल मंडलवार, देवचंद सेंद्रे, रामेश्वर, गुलाब नागोसे, रामू पंद्रे, देवराज कुरवेती करण परते, बाबूलाल नागोसे, नरेंद्र मड़ावी, देवराज कुरवेती के अलावा बड़ी संख्या में महिलाओं को शामिल किया गया है।
नियम तोड़ने वालों से वसूला जाएगा 2 हजार रु का जुर्माना-
चर्चा के दौरान समिति अध्यक्ष कनीजा शेख और सचिव सविता बेलजी ने सँयुक्त रूप से बताया कि नशा मुक्ति अभियान के तहत गठित की गई समिति के सभी पदाधिकारियों और सदस्यों ने रैली निकालकर आज समनापुर के सभी वार्डों का भ्रमण किया। इस दौरान घूमकर नारे लगाते हुए शराब बंद करने लोगों को जागरूक किया गया है।इस रैली के दौरान पदाधिकारियों ने खाली बोतल फोड़ दो, शराब पीना छोड़ दो जैसे नारे लगाकर नशामुक्ति का संदेश दिया है।उन्होंने आगे बताया कि गांव को नशामुक्त बनाने एक समिति गठित की गई है। गांव में शराब बेचना व पीकर गांव के अंदर आने पर पाबंदी लगाई गई है। नशा करने से गांव का शांति पूर्ण माहौल बिगड़ता है। इसलिए ऐसा करने वालो पर दो हजार का जुर्माना वसूलने नियम बनाया गया है।