बालाघाट(पदमेश न्यूज़)
यदि किसी ग्राम पंचायत का विकास करना हो या उस पंचायत को सर्व सुविधा युक्त बनाकर उसे एक आदर्श ग्राम पंचायत या मॉडल ग्राम पंचायत बनाना हो।तो उस ग्राम पंचायत में सचिव का होना आवश्यक है।उसी प्रकार ग्राम पंचायतों के विभिन्न कार्यों और उनकी मॉनिटरिंग के लिए जनपद पंचायत में सीईओ का होना अति आवश्यक है। क्योंकि सीईओ ही गाँव मे शासन प्रशासन की विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन कराता है।वही गांव में विभिन्न निर्माण कार्य कराकर ग्रामीणों को रोजगार व शासन प्रशासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाता है। लेकिन खैरलांजी जनपद पंचायत एक जनपद पंचायत जहा कोई स्थाई सीईओ नही है जिसके चलते प्रभारी सीईओ सप्ताह में एक दिन सिर्फ एक घण्टे के लिए जनपद पंचायत आते है।और फिर पूरे सप्ताह जनपद पंचायत को दर्शन नही देते है।जिसके चलते जनपद पंचायत से संचालित होने वाले विभिन्न कार्य अधूरे रह जाता है। जिसका खामियाजा जहां एक ओर जनप्रतिनिधियों को भुगतना पड़ता है तो वही जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले विभिन्न गावो के सरपंच, सचिव व ग्रामीणों के कई काम अटक से जाते है।तो वहीं दूसरी ओर जनपद पंचायत के अधिकारी कर्मचारी अपनी मनमर्जी से काम करते है और सम्पूर्ण क्षेत्र के विभिन्न कार्य विकास कार्य भी नहीं हो पाते ।ऐसा आरोप लगाते हुए जनपद पंचायत खैरलांजी उपाध्यक्ष सहित अन्य जनपद सदस्यों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर एक ज्ञापन सौपा है।जिसमें उन्होंने जनपद पंचायत खैरलांजी को स्थाई सीईओ प्रदान किए जाने की मांग की है। जहां उन्होंने प्रशासन को अपनी इस मांग पूरी करने के लिए 15 दिनों का अल्टीमेट भी दिया है।जिन्होंने तय समय सीमा के भीतर जनपद पंचायत में स्थाई सीईओ की नियुक्ति न होने पर जनपद पंचायत में तालाबंदी कर हड़ताल किए जाने की चेतावनी दी है। जिन्होंने स्पष्ट कर दिया है की तालाबंदी के बाद जब तक जनपद पंचायत खैरलांजी में स्थाई सीईओ की नियुक्ति नहीं हो जाती तब तक जनपद पंचायत कार्यालय नहीं खोला जाएगा।उसमे ताला जड़ा रहेगा।
कल्याणकारी योजनाओं को नहीं मिल रही गति
ज्ञापन सौपने पहुंचे जनप्रतिनिधियों ने बताया कि जनपद पंचायत सीईओ के पद पर लगातार अधिकारियों के बदलने से सरकार की जन कल्याणकारी योजनाएं परवान नहीं चढ़ रही हैं। सबसे अधिक परेशानी जनपद प्रतिनिधियों को हो रही है, जिनके पास बड़ी संख्या में आए दिन लोग पहुंचते हैं और अपने काम के लिए कहते है। लेकिन जब जनपद पंचायत में सीईओ ही नहीं होंगे तो हम लोगों के काम कैसे कराएंगे यह समझ नहीं आ रहा है। इसीलिए आज अल्टीमेटम देने हम कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे हैं यदि 15 दिनों की भीतर हमारी मांग पूरी नहीं की जाती या स्थाई सीईओ नहीं दिया जाता तो फिर जनपद पंचायत में तालाबंदी कर दी जाएगी
जब तक स्थाई सीईओ की नियुक्ति नही होंगी तब तक जड़ा रहेगा जनपद पंचायत में ताला- लिल्हारे
कलेक्ट्रेट कार्यालय में अन्य जनपद सदस्यों के साथ ज्ञापन सौंपने पहुंचे जनपद पंचायत खैरलांजी उपाध्यक्ष दुर्गा प्रसाद लिल्हारे ने बताया कि जनपद पंचायत खैरलांजी में लगातार प्रभारी सीईओ सप्ताह में एक दिन आते हैं और एक दिन में एक घंटे बैठते है।जिससे जनपद का काम और पंचायतों के कम काफी प्रभावित हो रहे है।उन्होंने बताया कि इस संबंध में कई दफे उन्होंने उच्च अधिकारियों को भी चर्चा की है। लेकिन अब तक उस पर कोई उचित कार्रवाई नहीं हुई है। जिससे नाराज होकर आज जनसुनवाई में जनपद प्रतिनिधियो की टीम ने कलेक्टर से मिलकर एक बार फिर अपनी मांग रखी है। क्यो प्रभारी अधिकारी भी अपने हिसाब से काम करते हैं। ऐसे में लोगों को अपने काम कराने के लिए बड़ी परेशानी हो रही है। और आए दिनों उन्हें जनपद पंचायत खैरलांजी के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। इसीलिए आज अंतिम अल्टीमेटम के साथ स्थाई सीईओ की मांग को लेकर ज्ञापन सौपा गया है। वही अपनी इस मांग को पूरी करने के लिए हमने 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है।यदि प्रशासन द्वारा इन 15 दिनों के भीतर हमारी मांग को पूरी कर जनपद पंचायत खैरलांजी में स्थाई सीईओ की नियुक्ति नहीं की जाती, तो फिर समस्त जनप्रतिनिधियों द्वारा जनपद पंचायत खैरलांजी में तालाबंदी कर उग्र आंदोलन किया जाएगा और यह ताला तब तक नहीं खुलेगा जब तक जनपद पंचायत में को कोई स्थाई सीईओ की नियुक्ति नही हो जाती।