पुलिस थाना वारासिवनी में वृहद स्तर पर 10 जून से जप्त संपत्ति निकाल अभियान के तहत पुलिस महकमे के द्वारा कार्यवाही की जा रही है। जिसमें विभिन्न अपराधों में जप्त किए गए वाहनों की जांच कर सुरक्षित रखरखाव पर कार्य किया जा रहा है। यह कार्यवाही पुलिस थाना वारासिवनी के द्वारा पीएचक्यू भोपाल के मार्गदर्शन पुलिस अधीक्षक बालाघाट के निर्देश की जा रही है। जिसमें पुलिस थाना प्रभारी सहित बड़ी संख्या में स्टॉप के द्वारा सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक थाना परिसर में रखे वाहनों को सुव्यवस्थित करने और उनके संबंधित की पतासाजी के साथ ही अपराधों में वाहनों की स्थिति की जांच की जा रही है। जिससे कि समय रहते वाहन मालिक अपने वाहनों का दावा कर उन्हें लेकर चले जाए या किसी प्रकार से कोई व्यक्ति नहीं ले जाता है तो पुलिस के द्वारा उन वाहनों पर राजसात की कार्यवाही किया जा सके।
इन वाहनों का किया जा रहा निकाल
पुलिस थाना वारासिवनी में पूर्व में पुलिस अधिनियम, अपराध, चोरी के संदेह या लावारिस स्थिति में जप्त किये वाहनों का निकाल किया जा रहा है। जिसमें बस, ट्रैक्टर, ट्रक, ट्राला, कंटेनर, एंबुलेंस वह अन्य चार पहिया वाहन करीब 32 नग, मोटरसाइकिल, मोपेड व अन्य दो पहिया वाहन करीब 190 नग एवं साइकल 45 नग जप्त है। जिनका निकाल किया जा रहा है जिनके मालिकों का पता कर उनसे चर्चा की जा रही है।
2018 तक जप्त वाहनों का हो चुका है निराकरण
यहां यह बताना लाजमी है कि पुलिस थाना वारासिवनी में वर्ष 2007 का रिकॉर्ड है जिसके बाद से जप्त मोटरसाइकिल, चार पहिया वाहन, 6 पहिया वाहन व बड़े वाहन सहित साइकिल जप्त है। जिसमें उनके मालिकों के द्वारा वर्तमान तक नहीं ले जाया गया है जबकि शासन के द्वारा वर्ष 2018 तक के लगभग सभी वाहनों का निराकरण किया जा चुका है। परंतु फिर भी वाहन मालिकों के द्वारा थाने से अपने वाहनों की सुपुर्दगी नहीं ली गई है ऐसे में पुलिस हेड क्वार्टर के मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक बालाघाट का निर्देश है कि जप्त सुदा संपत्ति को न्यायालय या एसडीएम के द्वारा निराकरण करवा कर उन्हें वाहन मालिकों को सुपुर्द किया जाए या विधिवत राजसात की कार्यवाही कार्यवाही की जाये।
थाना प्रभारी शंकर सिंह चौहान ने बताया कि हेड क्वार्टर और जिला अधीक्षक बालाघाट के निर्देश पर जप्त सुदा संपत्तियों को न्यायालय और एसडीएम के माध्यम से निराकरण कर वाहन मालिकों को सुपुर्द करने या उन्हें राजसात करने की कार्यवाही पर कार्य किया जा रहा है। जिसमें चार पहिया वाहन, बस, ट्रक, ट्रैक्टर, ट्रॉली, कंटेनर, एंबुलेंस करीब 32 वाहन, दोपहिया वाहन करीब 190 है। जो पुलिस एक्ट, किसी अपराध, चोरी या लावारिस के अपराधों में जप्त किए गए हैं। जिन्हें लेकर विधिवत कार्यवाही की जा रही है। वही 25 से 30 वर्ष पुरानी करीब 45 साइकिलें भी है।