बीते दिनों एक युवक की शिकायत पर भरवेली पुलिस द्वारा पैसे लेकर वन विभाग में नौकरी लगाने के मामले में एक बड़ी कार्रवाई की गई थी । इसके बाद अब कोतवाली थाने में भी जल निगम में आउटसोर्स से नौकरी लगाने के नाम पर 4 लाख 98 हजार रूपये की ठगी करने की एक शिकायत दर्ज हुई है। जिसमें पुलिस द्वारा विभिन्न धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध करते हुए मामले को जांच में लिया गया हैं। जिसमें हीरापुर निवासी सुमित ब्रम्हे ने वारासिवनी निवासी एक युवक को जल निगम में नौकरी लगाने के नाम पर नियुक्ति पत्र देते हुए लाखों रुपए की ठगी को अंजाम दिया है ।
आपको बता दे कि बीते दिनों भरवेली पुलिस द्वारा सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर पैसे लेने के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए। आरोपियों का पर्दाफाश किया था। जिसके बाद अब सरकारी नौकरी और प्राइवेट नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी के शिकार हुए पीड़ित अब धीरे-धीरे सामने आने लगे हैं, जिसमें वारासिवनी के कोचेवाही के अशोक कुमार परिहार ने कोतवाली पुलिस से शिकायत करते हुए सुमित ब्रम्हे द्वारा जल निगम आउटसोर्स कंपनी में नौकरी लगवाने के नाम पर 4.98 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगाया है। इस शिकायत के बाद इस रैकेट के दूसरे राज्यों ही नहीं, बालाघाट में भी कई लोगों के शिकार होने की संभावना बढ़ गई है। कोतवाली पुलिस ने धारा 318 (4) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। बता दे कि अशोक पिता दीनदयाल परिहार उम्र 38 वर्ष, ग्राम कोचेवाही थाना वारासिवनी का रहने वाला हैं । बी.सी.ए. की पढ़ाई किया हुआ हैं । वर्तमान में खेती किसानी का काम करता हैं। 15 मार्च को हनुमान चौक बालाघाट में अशोक चाय पी रहा था , तभी वहां एक व्यक्ति अन्य लड़कों के साथ नौकरी लगाने की बात कर रहा था। जिससे अशोक ने बात किया और नाम पूछा तो ओन्होने अपना नाम सुमित ब्रम्हे निवासी भरवेली का बताया और कहा की वह जल निगम आऊटसोर्स कम्पनी में सुपरवाईजर का काम करता हैं । आपको यदि जल निगम आऊटसोर्स कम्पनी में नौकरी करना हो तो 5 लाख रूपये लगेंगे मैं तुम्हे विकलांग कोटे से कलर्क के पद पर नौकरी लगवा दूंगा इस प्रकार बात करने के बाद 17 मार्च को सुमित ने अपने मोबाईल नंबर से फोन करके अशोक को हनुमान चौक फल दुकान के पास बुलवाया वहीं पर सुमित ब्रम्हे ने मार्कशीट और अन्य दस्तावेजों की फोटोकाफी लिया और चला गया। उसके बाद सुमित ने अलग-अलग माध्यम फोन पे और बैंक अकाउंट के माध्यम से 4 लाख 98 हजार रुपए ले लिए और बताया कि तुम्हारी नौकरी जल निगम में आउटसोर्स कंपनी क्लर्क के पद पर लग गई है । उन्होंने बाकी पैसे लेने के बाद जॉइनिंग लेटर भी मध्यप्रदेश जल निगम मर्यादित के नाम से दिया और कहा की वह जल निगम कार्यालय बालाघाट में जाकर जॉइनिंग लेटर देकर कार्यालय में बाबू से जॉइनिंग ले सकते हैं । जब उनके द्वारा बालाघाट स्थित जल निगम कार्यालय में जॉइनिंग लेटर दिखाया गया। तब वहां के बाबू द्वारा बताया गया कि यह जॉइनिंग लेटर फर्जी है। तब उन्हें पता चला कि उनके साथ सुमित द्वारा गलत तरीके से नौकरी लगाने के नाम पर पैसा लिया गया है । जिसकी शिकायत उन्होंने कोतवाली थाने में की है । जिस पर कोतवाली पुलिस ने इस पूरे मामले को जांच में लेते हुए मामला दर्ज कर लिया है। कोतवाली पुलिस इस विषय को लेकर जल्द ही खुलासा करने की बात कह रही हैं ।