19 सितंबर दिन रविवार को तिथि के अनुसार अनंत चतुर्दशी भगवान गणेश की प्रतिमा का विसर्जन जिले भर के श्रद्धालु भक्तजनों द्वारा किया जाएगा। लेकिन उससे पहले जिला प्रशासन ने प्रतिमा के विसर्जन के लिए आदेश जारी की सामाजिक संगठन हिंदू सेना द्वारा उत्कृष्ट स्कूल मैदान में विसर्जन के लिए कुंड बनाया गया तो वहीं दूसरी और ज्योति शास्त्री और पर्यावरण विदो ने नदी में प्रतिमा विसर्जन को लेकर उसके अलग महत्व बताएं।
निश्चित की अनंत चतुर्दशी से पहले प्रशासन पर्यावरणविद और ज्योतिष शास्त्रियों के अलग-अलग मत जिले वासियों के लिए कन्फ्यूजन वाली स्थिति निर्मित कर रहे हैं।
बात करते हैं सबसे पहले जिला प्रशासन की अपर कलेक्टर शिव गोविंद मरकाम ने 1 दिन पहले आदेश जारी किया की गणेश भगवान की प्रतिमा का विसर्जन केवल कुंड में किया जाएगा इसके लिए बकायदा जिला प्रशासन नगर पालिका द्वारा चलाते के निकट कुंड की व्यवस्था सुरक्षा की तमाम तैयारियां शुरू कर दी गई।
प्रशासन के आदेश पर एक कदम मिलाते हुए सामाजिक संस्थान सिंधु सेना में शनिवार को शहर के उत्कृष्ट स्कूल मैदान में गणेश प्रतिमा के विसर्जन के लिए कुंड का निर्माण कर लिया इस दौरान उनके द्वारा बकायदा कुंड में प्रतिमा का विसर्जन किए जाने को लेकर जानकारी दी जा रही है। इन सबसे अलग पर्यावरण और ज्योतिष के जानकार प्रतिमा विसर्जन को लेकर अपने अलग मत बताते हुए नदी में बहते पानी में प्रतिमा का विसर्जन किए जाने की जानकारी देते हैं वे कहते हैं कि विसर्जन के दिन पूरे परिवार के साथ लोग नदी जाते हैं नदी के प्रति लोगों की आस्था बढ़ती है गणेश प्रतिमा निर्माण से लेकर विसर्जन की पूरी प्रक्रिया सनातन धर्म से चली आ रही है जिस पर ब्रेक नहीं लगना चाहिए उनके मत के अनुसार लोगों को बहते पानी में ही प्रतिमा का विसर्जन करना चाहिए।