केवल बालाघाट नगर ही नहीं बल्कि संपूर्ण जिले में असली ब्रांडेड के नाम पर नकली माल बेचने का कारोबार लंबे समय से चल रहा है। जो अभी जारी है। जहां कुछ ख्याती प्राप्त व्यापारी असली ब्रांडेड के नाम पर ग्राहकों को नकली माल थमाकर,अवैध रूप से धन लाभ अर्जित कर रहे हैं।हालांकि कुछ मामलों में समय-समय पर कुछ प्रोडक्ट्स का खुलासा भी हुआ है लेकिन जिलेभर में अब भी ऐसे कई नकली उत्पाद हैं जिस पर ब्रांडेड कंपनी का लेबल लगाकर उसे ऊंचे दामों में बेचा जा रहा है। जिले में धड़ल्ले से चल रहे असली नकली के इस खेल में अब प्लाईवुड के बाद पानी के नकली आरओ फिल्टर का कारोबार भी जुड़ गया है। जिसकी शिकायत मिलने पर मौके पर पहुंची,केंट आरो की टीम और कोतवाली पुलिस ने नगर की 4 अलग अलग दुकानों में छापामार कार्यवाही कर 32 नग नकली आरओ फिल्टर जप्त किए हैं। बताया जा रहा है कि कुछ दुकानदार केंट आरो के नाम पर नकली फिल्टर ग्राहकों को थामकर अवैध रूप से धन लाभ अर्जित कर रहे थे मजिसका खुलासा छापे मार कार्यवाही के दौरान किया गया है
इन दुकानों में की गई छापेमार कार्यवाही, जप्त किए गए 32 नकली फिल्टर
केंट आरो के फिल्टर के नाम पर बेची जा रहे नकली उत्पादों पर की गई इस कार्यवाही में नगर के कई प्रतिष्टित दुकानदारों के नाम शामिल हैं।प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस और संबंधित कंपनी की टीम ने सबसे पहले हनुमान चौक स्थित गृह शोभा स्टील पैलेस में छापे मार कार्यवाही की जिसमें इस टीम को एक नकली फिल्टर मिला जबकि उनके संचालक सचिन जवाहारानी द्वारा नकली फिल्टर की एक पेटी गायब कर दिए जाने की बात कही जा रही है। सूत्र बताते हैं कि गृह शोभा स्टील पैलेस संचालक द्वारा गोदाम में नकली फिल्टर के उत्पाद रखे जाते हैं। लेकिन इसकी जानकारी टीम को नहीं लग पाई। जिसके चलते उनके गोदाम में यह टीम छापे मार कार्यवाही के लिए नहीं पहुंच सकी। असली के नाम पर नकली उत्पाद बेचे जाने वाले दुकानदारों की टीम में भटेरा चौकी स्थित चहक आरो सेल्स एंड सर्विस का नाम भी जुड़ा है। बताया जा रहा है कि छापेमार कार्यवाही करने पहुंची टीम ने चहक आरो सेल्स एंड सर्विस से 18 नग नकली फिल्टर जप्त किए हैं वहीं उनके संचालक बसंत बंटी पटले के खिलाफ पुलिस में लिखित शिकायत दी है। इसके अलावा मोती नगर जैन हॉस्पिटल रोड स्थित एवर साइन बिजनेस प्राइवेट लिमिटेड में की गई छापामार कार्रवाई में पुलिस और कंपनी की टीम को 14 नग नकली फिल्टर मिले हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस और कंपनी की संयुक्त टीम इतवारीगंज स्थित रॉयल इंटरप्राइज में भी छापामार कार्यवाही करने पहुंची थी। लेकिन इंटरप्राइज के संचालक गिरीश से की गई पूछताछ में इस टीम के हाथ कुछ नहीं लगा। वही छापेमार कार्यवाही के दौरान एक भी नकली फिल्टर जप्त नहीं किया गया ।जिसपर छापेमार कार्यवाही के लिए पहुंची यह टीम वापस लौट गई। इस तरह इस टीम ने अलग-अलग दुकानों में छापामार कार्यवाही करते हुए करीब 32 नकली आरो फिल्टर जप्त किए हैं।
केंट आरो का असली उत्पाद बताकर, बेच रहे थे नकली फिल्टर
असली नकली फिल्टर से जुड़ा यह मामला नगर के 4 दुकानों का बताया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के कुछ व्यापारियों द्वारा केंट आरो कंपनी के जिला डिस्ट्रीब्यूटर से आरो फिल्टर थोक में मंगाकर उसे चिल्लर में सप्लाई किया जाता था। इसी बीच स्थानीय दुकानदारो ने कॉपीराइट एक्ट का उल्लंघन करते हुए कहीं से केंट आरो से हूबहू मिलते जुलते और केंट आरो की मार्किंग व बारकोड लगे वाले नकली फिल्टर खरीदे थे। और इसी नकली आरो फिल्टर को केंट आरो फिल्टर का नाम और कम्पनी बताकर उसकी धड़ल्ले से बिक्री कर रहा थे। जिसके चलते संबंधित कंपनी के फिल्टर की जिले में बिक्री काफी कम हो गई थी। जिस पर केंट आरो की कंपनी ने ऑथराइज्ड सर्वे कंपनी (पायरेसी कंट्रोल सिस्टम टीम नई दिल्ली) को बालाघाट की लोकेशन देकर बालाघाट में सर्वे करने को कहा था जहां टीम द्वारा 21 अगस्त को किए गए सर्वे में संबंधित दुकानों में केंट आरो के नाम से नकली फिल्टर बेचे जाने का मामला सामने आया ।जिस पर टीमवर्क कर कुछ दिनों बाद आज छापेमार कार्यवाही की गई है। जिसमें चार दुकानों से 32 नाग नकली फिल्टर जप्त किए गए हैं जिसकी लिखित शिकायत सम्बधित कंपनी टीम द्वारा कोतवाली पुलिस से की गई है।