हिन्दू धार्मिक मान्यता के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया पर्व मनाया जाता है। इसी अक्षय तृतीया पर भगवान परसुराम का जन्म हुआ था। अक्षय तृतीया का दिन अन्य दिनो से शुभ व विशेष मुर्हत वाला दिन माना गया है।शायद यही वजह हैं की शादी, ब्याह, ग्रह प्रवेश, सोना चाँदी, जमीन जायजाद खरीदी सहित अन्य ज्यादातर शुभ कार्यो की शुरूआत अक्षय तृतीया के दिन से की जाती है। इस शुभ अवसर पर पर जिला मुख्यालय सहित अन्य ग्रामीण अंचलों में अक्षय तृतीया का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।जहां पर्व विशेष पर बाजार गुलजार नजर आए तो वही हिंदू धर्मावलंबियों द्वारा मन्दिरो और घरो में अक्षय कलश की विशेष पूजा की गई जहां विशेष पूजा अर्चना कर हिंदू धर्मावलंबियों द्वारा सामाजिक यश, सौभाग्य, सुख, समृद्धि, स्वस्थ्य जीवन आदि की मंगलकामनाएं की गई।
शुभ दिनों में शुमार है अक्षय तृतीया
हिंदू मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया का त्योहार सबसे शुभ दिनों में से एक माना जाता है. अक्षय तृतीया एक संस्कृत शब्द है. ‘अक्षय’ का अर्थ है ‘शाश्वत, सुख, सफलता और आनंद की कभी कम न होने वाली भावना’ और ‘तृतीया’ का अर्थ है ‘तीसरा’. इस साल अक्षय तृतीया 10 मई दिन शुक्रवार को मनाई गई. धार्मिक शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने से आने वाले भविष्य में सुख-समृद्धि और अधिक धन की प्राप्ति हो सकती है. इसलिए इस दिन ज्यादातर लोग सोने की खरीदारी करते हैं. ऐसा करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति भी होती है. शायद यही वजह है कि अक्षय तृतीया पर्व के पावन अवसर पर बाजार गुलजार नजर आए और लोगों को सोने चांदी के आभूषण सहित विभिन्न सामग्रियों की खरीदी करते देखा गया। जहां सुबह से लेकर देर शाम तक बाजारों में भारी भीड़ नजर आई तो वही आभूषणों की दुकानों में सबसे अधिक भीड़भाड़ दिखाई दी।
अक्षय तृतीया पर मूर्हत देखने की जरूरत नही पड़ती-
बताया जा रहा है कि वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को कोई भी शुभ कार्य करने के लिए मुहूर्त देखने की आवश्यकता नहीं होती। अक्षय तृतीया अपने आप में महामुहूर्त माना जाता है। हिंदू धर्म के तीन महामुहूर्तों में माघ शुक्ल पंचमी पर मनाई जाने वाली वसंत पंचमी, कार्तिक शुक्ल एकादशी को होने वाली तुलसी पूजा यानी देवउठनी एकादशी तथा वैशाख शुक्ल तृतीया यानी अक्षय तृतीया पर बिना पंडितों से पूछे कोई भी शुभ संस्कार संपन्न किया जा सकता है।