लंदन: भारत और इंग्लैंड के बीच ओवल में खेले जा रहे सीरीज के पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच की एकादश में भारतीय टीम ने कई बड़े बदलाव किए। प्रशंसकों को यह जानकर हैरानी हुई है ओवल के ग्रीन टॉप विकेट पर तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को प्लेइंग-11 में शामिल नहीं किया गया है। उनकी जगह तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा को टीम में शामिल किया गया है। इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों के सामने भारतीय बल्लेबाज बारिश से प्रभावित पहले दिन संघर्ष करते दिखे। पहले दिन भारतीय टीम 64 ओवर में 6 विकेट पर 204 रन बना सकी। करुण नायर भारत के सबसे सफल बल्लेबाज रहे जो नाबाद 52 रन बनाकर पवेलियन लौटे।
बुमराह की फिटनेस और वर्कलोड की दी गई वरीयता
ऐसे में पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद प्रेस कॉन्फेंस में शिरकत करने गए असिस्टेंट कोच रियान टेन डोइशे ने टीम प्रबंधन के इस जटिल निर्णय का बचाव किया।जब ओवल की विकेट अंतिम रूप में सामने आई, तब साफ हो गया था कि बुमराह की मौजूदगी से मैच का रुख बदल सकता था। डोइशे ने कहा,’बुमराह का मामला काफी जटिल है। हम बेशक उन्हें खिलाना चाहते थे, लेकिन उनकी शारीरिक स्थिति का भी सम्मान करना जरूरी है। इसी आधार पर हमने महसूस किया कि उन्हें टीम में रखना सही नहीं होगा।’ कोच ने बताया कि टीम मैनेजमेंट ने ओवल टेस्ट के लिए योजना खास तौर पर बुमराह को ध्यान में रखकर बनाई थी, लेकिन अंतिम वक्त में उनकी फिटनेस और वर्कलोड को प्राथमिकता दी गई।
लगातार टेस्ट नहीं खेलने की दी गई है बुमराह को सलाह
इंग्लैंड दौरे से पहले ही मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने भी स्पष्ट रूप से कहा था कि बुमराह को लगातार टेस्ट न खेलने की मेडिकल सलाह दी गई है और वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत ही उनकी उपलब्धता तय होगी। बुमराह इस साल जनवरी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में पीठ में पड़ चुके स्ट्रेस रिएक्शन के बाद सिर्फ तीन टेस्ट के लिए टीम में शामिल किया गया था। वो हेडिंग्ले में खेले, एजबेस्टन में उन्हें आराम दिया गया। इसके बाद लॉर्ड्स और फिर मैनचेस्टर खेले गए टेस्ट में उन्होंने शिरकत की।
तीन टेस्ट खेले, लेकिन की सबसे ज्यादा गेंदबाजी
रियान टेन डोइशे ने आगे कहा, ‘उन्होंने इस सीरीज में अब तक सबसे ज्यादा 119.3 ओवर डाले हैं, जबकि मोहम्मद सिराज 107.3 ओवर के साथ दूसरे पायदान पर हैं। बुमराह भारत के इस दौरे पर 14 विकेट के साथ सबसे सफल गेंदबाज भी है। दौरे से पहले ही बता दिया गया था कि वे तीन मैच खेलने के लिए उपलब्ध रहेंगे और कौन से तीन मैच, यह फैसला मैनेजमेंट पर छोड़ा था। हमने परिस्थितियों के अनुसार फैसला किया। बुमराह की वापसी या विश्राम का निर्णय पूरी तरह वर्कलोड मैनेजमेंट, मेडिकल टीम और प्रबंधन के सामूहिक विचार-विमर्श के बाद ही लिया गया, ताकि उनकी फिटनेस भविष्य के लिए भी बनी रहे।