लालबर्रा (पद्मेश न्यूज)। नगर मुख्यायल के हद्य स्थल बस स्टैण्ड से लेकर मजार नाले (बाबूलाल सर्राठे के काम्पलेक्स) तक हाईवे रोड़ के बीच से २९ फीट छोडक़र प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना से स्वीकृत आरसीसी नाली का निर्माण कार्य आरईएस विभाग के द्वारा करवाया गया है। लेकिन इस नाली के निर्माण कार्य में ठेकेदार के द्वारा लापरवाही बरतने के साथ ही निर्माण कार्य में अनियमितता की गई है। साथ ही नाली की ऊंचाई अधिक कर दी गई है जिसके कारण बारिश होने पर नाली के माध्यम से पानी की निकासी नही हो पा रही है और सडक़ में जगह-जगह पानी जमा होने के कारण मजार से लेकर बस स्टैण्ड तक सडक़ में जगह-जगह बड़े-बड़े गड्डे बन गये है एवं गड्डों में पानी जमा होने के कारण आने-जाने वालों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही मजार के समीप माँसतबहनी मंदिर प्रवेश द्वार, सैंट्रल बैंक के सामने जानलेवा गड्डे बन गये है। जिसमें पानी जमा होने के कारण दुर से गड्डे दिखाई नही देने से हर समय बड़ी दुर्घटना होने की संभावना बनी हुई है और पूर्व में हादसे भी घटित हो चुके है। इस तरह से नाली निर्माण कंपनी के ठेकेदार व विभाग के जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण लालबर्रा बस स्टैण्ड से मजार नाला तक नाली बनने के बाद भी सडक़ के ऊपर से पानी बहने के कारण स्थानीय दुकानदार एवं राहगीर व छात्र-छात्राओं को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार को आरईएस विभाग के एसडीओं चंद्रकांत धरने एवं पांढरवानी सरपंच अनीस खान के द्वारा लालबर्रा बस स्टैण्ड से मजार नाले तक बनाई गई नाली का निरीक्षण किया गया। इस दौरान पांढरवानी सरपंच अनीस खान ने एसडीओं श्री धरने को ठेकेदार के द्वारा नाली निर्माण कार्य में बरती गई अनियमितता के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सडक़ से ऊंची नाली का निर्माण कर दिया गया है। जिसके कारण नाली से पानी ना जाने के कारण सडक़ में पानी जमा होने से सडक़ खराब हो चुकी है और गुणवत्ताहीन कार्य करवाया गया है इसलिए ठेकेदार पर कार्यवाही करें। जिस पर आरईएस विभाग के एसडीओं श्री धरने ने कहा कि सडक़ नीची होने के कारण कुछ स्थानों पर पानी जमा हो रहा है एवं कुछ अनियमितता ठेकेदार के द्वारा बरती गई है। जिसकी शेष राशि रोककर पानी निकासी के लिए नाली में जगह-जगह होल किये जायेगें ताकि सडक़ का पानी नाली के माध्यम से आगे निकल सके। अब लालबर्रा बस स्टैण्ड से मजार नाले तक सडक़ में जमा हो रहे पानी की निकासी के लिए जिस स्थान पर नाली किनारे मुरूम डाल दी गई है उसे हटाकर जगह-जगह नाली में होल कर पानी निकासी की व्यवस्था की जायेगी। जिससे सडक़ में पानी जमा नही होगा।
आपकों बता दे कि लालबर्रा बस स्टैण्ड से लेकर मजार नाले तक पूर्व में नाली बनी हुई थी जिसके माध्यम से पानी की निकासी होती थी किन्तु दो वर्ष पूर्व हाईवे मार्ग किनारे से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई थी, जिससे नाली क्षतिग्रस्त हो चुकी थी। जिसके कारण दुकानों एवं निवासरत लोगों के घरों एवं बारिश का पानी हाईवे रोड़ के ऊपर से बहता था जिससे लोगों को आने-जाने में परेशानी होती थी। साथ ही लंबे समय से पक्की नाली का निर्माण करवाने की मांग की जा रही थी। जिसके बाद बस स्टैण्ड से लेकर मजार नाले (बाबूलाल सर्राठे के काम्पलेक्स) तक प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना से आरसीसी नाली का निर्माण निर्माण कार्य स्वीकृत होने के बाद लाखों रूपयों की लागत से पक्की नाली का निर्माण आरईएस विभाग के द्वारा करवाया गया है। लेकिन इस नाली निर्माण कार्य में नियमों को दरकिनार कर ठेकेदार के द्वारा लापरवाही बरतते हुए सडक़ के अधिक नाली की ऊंचाई कर दी गई है और कुछ स्थानों पर तो लेवल भी नही मिलाया गया है। जिसके कारण नाली से पानी न जाते हुए सडक़ के ऊपर से पानी बह रहा है और यह पानी सडक़ में जमा होने के कारण बड़े वाहनों के गुजरने के कारण सडक़ खराब होने के साथ ही जगह-जगह गड्डे बन गये है। जिसमें बारिश का पानी जमा होने के कारण दुर से गड्डे दिखाई नही देने एवं सडक़ किनारे कीचड़ होने से आने-जाने को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही हर समय बड़ी दुर्घटना घटित होने की संभावना बनी हुई है और यह समस्या नाली निर्माण कंपनी के ठेकेदार एवं विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण है। जिसका दंश क्षेत्रीयजनों को भुगतना पड़ रहा है, जिन्होने नाली निर्माण के समय सही तरीके से नाली का निर्माण नही करवाये है। जिससे स्थानीयजनों व राहगीरों में शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है।