इस समय किसान खरीफ की फसल लगा रहा है और पूरे जिले में इस समय धान रोपाई का कार्य पूरे जोर-शोर के साथ किया जा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर किसान को अपनी फसल में छिड़काव करने के लिए डीएपी खाद नहीं मिल रहा है जब हमने डीएपी खाद नहीं उपलब्ध होने के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि जिले ही नहीं पुरे मध्य प्रदेश में भी डीएपी खाद इस समय उपलब्ध नहीं है, जिससे किसानों को अब काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है
आपको बता दे की इस समय बरसात का समय चल रहा है और पूरे जिले भर में बरसात के समय लगाये जाने वाली खरीफ की फसल लगाई जा रही है जिसमें किसान अपने खेतों में इस समय धान आदि फसलों की रोपाई और बुवाई कर रहा है , जिसमें सबसे बड़ा महत्व खाद का होता है और हमारे जिले का किसान अधिकतर डीएपी खाद का उपयोग करता है और देखा जाए तो अभी जिले भर में रोपाई का दौर खत्म भी नहीं हुआ है और जो डीएपी खाद मगवाया गया था, वह बीते कुछ दिन पहले ही खत्म हो चुका है जिससे अब किसान महज सहकारी समिति की दुकानों के चक्कर ही लगा रहा है देखा जाए तो जिले में कुछ किसानों का धान रोपाई का कार्य खत्म हो गया है तो बहुत से किसान अभी भी धान रोपाई का कार्य कर रहे हैं, जिन किसानों की धान रोपाई हो चुकी है उन्हें अब अपनी फसल में खाद का छिड़काव करना है और वह खाद् के लिए सहकारी समिति की दुकान पर जा रहे है तो उन्हें वहां डीएपी खाद नहीं मिल रहा है, सूत्रों से यह भी जानकारी लगी है कि डीएपी खाद लगभग एक महीने पहले ही खत्म हो चुका है और संबंधित विभाग के द्वारा इसकी डिमांड भी भेजी जा चुकी है, किंतु अभी तक जिले में डीएपी खाद संबंधित विभाग को नहीं मिला है और इस समय पूरे जिले में डीएपी खाद खत्म हो चुका है वही अभी कुछ दिन पहले ही खाद के नाम पर नकली खाद की कालाबाजारी भी जिले में देखने को मिली थी, जहां पर कुछ लोगों के द्वारा खाद सरकारी दुकानों में खत्म होने के बाद अशली खाद का लेवल लगाकर नकली खाद बेचा जा रहा था और संबंधित विभाग के द्वारा कुछ दुकानों पर कार्रवाई भी की गई थी, अब वही किसानों को दुगने से तीन गुने दामों पर डीएपी खाद प्राइवेट में लेना पड़ रहा है, जिससे किसान अब बहुत अधिक परेशान हो रहा है वहीं जब हमारे द्वारा सहकारी दुकान में जाकर डीएपी खाद की स्थिति पता किया गया तो सहकारी दुकान के कर्मचारियों द्वारा बताया गया कि उनकी सहकारी दुकान में किसी प्रकार का कोई भी खाद् उपलब्ध नहीं है उन्होंने यह भी बताया कि कुछ दिनों पहले उन्हें विभाग द्वारा खाद भेजा तो गया था किंतु खाद् की जितनी आवश्यकता थी उतना खाद विभाग द्वारा उन्हें नहीं दिया गया और जितना खाद उन्हें मिला था वह पूरा किसानों के द्वारा ले लिया गया है और अब सोसाइटी में एक भी खाद उपलब्ध नहीं है और उन्होंने यह भी बताया कि आए दिन किसान सहकारी दुकान में आकर खाद के लिए डिमांड करता है किंतु सहकारी दुकानों में खाद नहीं होने की वजह से वह उन्हें खाद नहीं है कहकर वापस कर देते हैं और उन्होंने इसकी जानकारी भी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी है अब जैसे ही वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा हमारे द्वारा भेजी गई डिमांड पर खाद भेजा जाएगा वह किसानों को विधिवत खाद का वितरण कर देंगे
जिले की सरकारी समिति की दुकानों में डीएपी खाद नहीं है – आर.सी पटले
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के सीईओ आर.सी पटले से जब हमने डीएपी खाद जिले में उपलब्ध नहीं होने को लेकर चर्चा की तो श्री पटले ने बताया कि बालाघाट ही नहीं बल्कि पूरे मध्य प्रदेश में डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है और उनका कार्य जिले के लिए खाद की डिमांड भेजना है और उन्होंने डीएपी खाद की डिमांड जिले के लिए भेजी है, पर उन्हें अभी तक भेजी गई डिमांड के एवज में डीएपी खाद नहीं मिला है, जबकि इसके पहले कुछ खाद उन्हें मिला था किंतु जितना उन्हें जिले के लिए डीएपी खाद की आवश्यकता थी उतना खाद उन्हें नहीं मिला इसलिए इन दिनों जिले की सरकारी समिति की दुकानों में डीएपी खाद नहीं है उन्हें भी इसकी जानकारी है कि इन दिनों किसान डीएपी खाद के लिए परेशान हो रहा है उनका मानना है कि डीएपी खाद के एवज में जो सोसाइटी में डीएपी से संबंधित अन्य खाद है वह भी डीएपी खाद की भांति ही कार्य करता है वह उपलब्ध कराए गए उस डीएपी खाद का इस्तेमाल करें और जैसे ही उन्हें भेजी गई डिमांड के अनुसार खाद मिलता है वह किसानों को उपलब्ध करा देंगे पर कब भेजी गई डिमांड के अनुसार खाद मिलता है यह वह अभी बता नहीं सकते है