नगर के नर्मदा नगर संचालित डॉक्टर रोहित सचदेवा क्लीनिक एवं पैथोलॉजी मे वक्त हड़कंप मच गया विभागीय टीम शुक्रवार की शाम करीब 4बजे जांच करने के लिए क्लेनिक पहुंच गईं. इस दौरान विभागीय टीम ने डॉक्टर रोहित सचदेवा के क्लीनिक और पैथोलॉजी की जांच पड़ताल की. वहीं क्लीनिक और पैथोलॉजी संचालित करने संबंधित दस्तावेज तलब किए गए वही मौका स्थल पर जांच प्रतिवेदन व पंचनामा कार्यवाही कर, सीएचएमओ को जांच प्रेषित की हालांकि जांच टीम द्वारा इस पूरी कार्यवाही को रूटीन चेकअप बताया गया है जिसमें आगे की कार्यवाही सीएचएमओ द्वारा करे जाने की बात कही गई है.जांच के दौरान जांच अधिकारी डॉ आशुतोष बागरे, सीएचएमओ कार्यालय पदस्थ बाबू अकरम खान, सहित अन्य प्रमुख रूप से उपस्थित रहे.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी के निर्देशन पर की गईं जांच
बताया जा रहा है की डॉ रोहित सचदेवा के क्लीनिक मे एमबीबीएम डॉक्टर के द्वारा मरीजो का उपचार भी किया जाता है और पैथोलॉजी टेस्ट भी किया जाता है।नगर मुख्यालय में नियम विरूद्ध क्लिनिक और दवाखानो के संचालित होने की जानकारी के बाद स्वास्थ विभाग के मामले को संज्ञान में लेते हुए जाचं कार्यवाही की। जहां बतौर स्वास्थ विभाग में पदस्थ डॉ आशुतोष बागरे ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी डॉ मनोज पांडेय के दिशा निर्देशन में ”सचदेव हेल्थ केयर” का निरीक्षण किया। यहां बतौर जांच अधिकारी बनकर पहुंचे डॉ आशुतोष बागरे ने आवश्यक दस्तावेजो की जांच की। जहां उन्होने जाचं में पाया कि ”सचदेव हेल्थ केयर” नियमो के तहत संचालित हो रहा है और पंजीयन संबधित दस्तावेज भी उपलब्ध थे
सीएचएमओ को रिपोर्ट भेज दी गईं है -बागरे
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान जांच अधिकारी डॉ आशुतोष बागरे ने बताया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज पांडे सर के निर्देशन पर आज डॉक्टर रोहित सचदेवा क्लिनिक की जांच की गई है.जांच में एमबीबीएस डॉ का क्लेनिक नर्सिंग होम एक्ट के तहत पाया गया है. उनका रजिस्ट्रेशन वैध पाया गया है. कोई शिकायत नहीं थी, यह सिर्फ एक रूटीन प्रक्रिया है जो अन्य निजी क्लीनिको में भी चल रही है. हमने जांच पूरी कर ली है. क्लीनिक नर्सिंग होम एक्ट के तहत पाया गया है. बाकी की अन्य जांच भी है जिसका प्रतिवेदन हमने तैयार कर सीएचएमओ सर को प्रेषित कर दिया है.