नगर के तहसील कार्यालय स्थित प्रसाधन में गंदगी का अंबार लगा हुआ है जिससे तहसील कार्यालय और कोर्ट में आने वाले लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जिनके द्वारा प्रसाधन की साफ सफाई कर व्यवस्था बनाने की मांग की जा रही है तो वही क्षेत्र की स्वच्छता व्यवस्था पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं कि जब जिम्मेदारों के कार्यालय में यह स्थिति बनी हुई है तो क्षेत्र का क्या हो रहा होगा। क्योंकि इस समस्या से रोजाना हजारों लोगों को परेशान होना पड़ रहा है यहां तक की अब लोगों को उक्त प्रसाधन का उपयोग करने में भी शर्म महसूस होने लगी है क्योंकि वहां पर भारी गंदगी के साथ भयंकर बदबू बनी हुई है। यदि रोजाना साफ सफाई होती है तो बहेतर वातावरण एवं स्वच्छता भी बनी रहेगी। उक्त संबंध अधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया किंतु संपर्क नहीं हो पाया।
प्रसाधन की यह है स्थिति
नगर का तहसील कार्यालय जहां पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तहसीलदार नायब तहसीलदार का कार्यालय स्थित है तो वहीं पीछे न्यायालय है ऐसे में तहसील कार्यालय परिसर में एक सार्वजनिक प्रशासन बना हुआ है। जिसका उपयोग तहसील कार्यालय एसडीएम कोर्ट या न्यायालय में आने वाले हजारों ग्रामीण पक्षकार के साथ कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी के द्वारा उक्त प्रसाधन का उपयोग किया जाता है। जहां पर लंबे समय से साफ सफाई न होने से स्वच्छता अभियान को पलीता लग रहा है वहां लोग लघुशंका करने के लिए जाते हैं जबकि पूरा प्रसाधन बना हुआ है परंतु उसमें पानी की व्यवस्था नहीं है शौचालय के दरवाजे टूट गए हैं अंदर नाली एवं सभी जगह पेड़ों के पत्ते सड़ गल रहे हैं। ऐसे में काफी समय से साफ सफाई न होने से गंदी बदबू आ रही है जिसके सामने से गुजरने पर ही लोगों को बदबू आती है ऐसे में उपयोग करने वालों को भारी परेशानी के बीच प्रसारण का उपयोग करना पड़ रहा है। जबकि तहसील कार्यालय में बैठने वाले अधिकारियों के द्वारा क्षेत्र की व्यवस्था चलाई जाती है और शासन के द्वारा चलाए गए सभी अभियानों का पालन करवाया जाता है वही इस प्रकार की गंदगी से लोग परेशान हो रहे हैं।
पहले होते रहती थी प्रतिदिन साफ सफाई
तहसील कार्यालय में बंदी ग्रह बना हुआ है जहां जेल से पेशी के समय बंधिया को लाया जाता था जहां पर पुलिसकर्मी रहते थे उसे दौरान प्रतिदिन शौचालय और पूरे प्रशासन की साफ सफाई होती रहती थी। परंतु उसके बाद बंदी ग्रह का उपयोग बंद करने के बाद से कार्यालय के किसी जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी के द्वारा उक्त समस्या पर वर्तमान तक ध्यान नहीं दिया गया है या कहे कि उसके बाद से साफ सफाई ही नहीं की गई है जबकि वारासिवनी अनुविभाग है जिसके अंतर्गत वारासिवनी के साथ खैरलांजी लालबर्रा भी आते हैं इस परिस्थिति में 5 से 35 किलोमीटर की दूरी तय कर बड़ी संख्या में ग्रामीण वारासिवनी तहसील कार्यालय में अपने कार्यों के लिए रोजाना आते जाते हैं। जो प्रसाधन का उपयोग करते है जहां पर साफ सफाई नहीं होने से लोगों को परेशानी हो रही है जिनके द्वारा कार्यालय के जिम्मेदार अधिकारियों से उक्त विषय पर ध्यान देकर साफ सफाई करवाकर व्यवस्था बनाने की मांग की जा रही है।
ग्रामीण मनोज राजूरकर ने बताया कि वह तहसील कार्यालय अपने किसी संपत्ति के कार्य से आए हुए थे यहां पर वह अधिकारी बैठते हैं जो सभी को स्वच्छता का पाठ पढ़ाते हैं किंतु यह कचहरी में सबसे ज्यादा गंदगी भरी हुई है। व्यक्ति यदि प्रसाधन का उपयोग करने जाता है तो वहां पर पानी नहीं है शौचालय का दरवाजा टूटा हुआ है और अंदर भयंकर गंदगी है जिससे लोग आते जाते हैं तो उन्हें बदबू से काफी परेशानी होती है क्योंकि कोई सफाई नहीं है। ऐसा वर्षों से चल रहा है हम चाहते हैं कि इसकी साफ सफाई हो और पानी की व्यवस्था की जाए बाजू में महिलाओं का बना हुआ है वहां भी गंदगी है ऐसे में महिलाओं की यहां व्यवस्था नहीं है। हम जब प्रसाधन में जब अंदर जाते हैं तो उल्टी आती है इतनी तेज बदबू चलती है इसके लिए सफाई होना चाहिए और यह एक ही सार्वजनिक प्रसाधन है जिसका उपयोग लोग कर सकते हैं।
ग्रामीण नवलकिशोर चौहान ने बताया कि वर्ष 1999 से वह तहसील कार्यालय में आ रहे हैं और यहां देख रहे हैं कुछ समय तक अच्छी साफ-सफाई रहती थी फिर अभी लंबे समय से कोई साफ सफाई नहीं हो रही है और इस प्रसाधन के अलावा कोई दूसरी व्यवस्था नहीं है। जिस पर यहां बैठने वाले अधिकारी भी ध्यान नहीं देते हैं क्योंकि इसका उपयोग दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्र से पहुंच रहे लोगों को करना होता है परंतु उन्हें भी यहां पर उपयोग करने के लिए शर्म आने लगती है किंतु मजबूरी है। ऐसे में हम यही चाहते हैं कि अधिकारी को ध्यान देना चाहिए अंदर अभी गंदगी फैली हुई है कोई साफ सफाई नहीं है कोई ध्यान नहीं दे रहा है जबकि इन अधिकारियों के द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया जाता है और उनके तहसील में यह हालत है तो ग्राम में क्या होगा।