दिग्विजय-सिंधिया के गढ़ गुना में 90% मौतें प्रशासन ने नहीं बताईं, हेल्थ बुलेटिन में सिर्फ 44 मौतें, दैनिक भास्कर के पास अप्रैल-मई में 122 मौतों की सूची

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कोरोना की दूसरी लहर में अप्रैल-मई की मौतें कम बताने का खूब खेल हुआ। राज्यसभा सदस्य दिग्विजयसिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ गुना में ही सैकड़ों मौतें जिला प्रशासन के रिकॉर्ड से छुपा ली गईं। प्रशासन ने अप्रैल-मई में गुना जिले में सिर्फ 18 मौतें बताईं। दैनिक भास्कर की पड़ताल में पता चला कि अकेले जिला अस्पताल में ही अप्रैल-मई में 122 मौतें हो गई हैं। यानी 85 से 90 प्रतिशत मौतें छुपाई गईं। हालांकि सिविल सर्जन का कहना है कि जिला अस्पताल की सूची में कुछ कोरोना संदिग्ध के मौतों को भी जोड़ा गया है, लेकिन सूची में इसका जिक्र न होने के सवाल पर गोलमाेल जवाब दे रहे हैं।

पूरे कोरोना काल में केवल 44 मौतें बताईं

गुना दिग्विजयसिंह का गृह क्षेत्र है तो सिंधिया यहीं से संसदीय चुनाव लड़ा करते थे। सिंधिया समर्थक मंत्री महेंद्रसिंह सिसौदिया भी यहीं से हैं। इसके बावजूद जिला प्रशासन ने कारनामा कर दिखाया। कोरोना काल में अब तक सिर्फ 44 मौतें बताईं। इनमें से 26 पहली लहर तक में और 18 दूसरी लहर में दर्ज की हैं जबकि कोरोना की भयावह लहर से घर-घर में लोग राे पड़े थे। रात तक चिताएं जलती रहीं थीं।

जिला प्रशासन ने कब-कब बताईं मौतें

1 अप्रैल 2021 तक जिले में कोरोना से 26 मौतें स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताई गयीं थी। उसके बाद 30 मई तक 18 मौतें केवल प्रशासन ने बताई हैं।

अप्रैल-मई में सिर्फ इन दिनों में मौतें प्रशासन ने बताईं

  • 3 अप्रैल- 1
  • 14 अप्रैल- 1
  • 15 अप्रैल- 2
  • 16 अप्रैल- 2
  • 17 अप्रैल- 2
  • 1 मई- 3
  • 2 मई- 3
  • 3 मई- 3
  • 7 मई- 1

जिला अस्पताल की लिस्ट में 122 नाम

जिला अस्पताल ने सिर्फ जिला अस्पताल के ही मृतकों का डेटा पता किया तो वहां 122 मौतें दर्ज मिलीं। इसमें बाकायदा कोविड दर्ज है। इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि छोटे अस्पतालों, घरों और प्राइवेट अस्पतालों में कितनी मौतें और हुई होंगी।

जिला अस्पताल में इनके नाम कोविड से मौत में दर्ज

23 अप्रैल – 18 मौतें

देवीसिंह (50) पुत्र दौलत सिंह

अनिल जैन (45) पुत्र बाबूलाल

पिस्ता बाई (60) पत्नी गुप्तिलाल बघेले

हरितेश (55) पुत्र गैंदालाल सनोदिया

रामबाई (75) पत्नी रामप्रसाद साहू

डालचंद (57) पुत्र चैतराम

सुशांत नायक (45) पुत्र सुभाष चंद्र

अशफाक (56) पुत्र अशरफ अली

पुनिया बाई (55) पत्नी गोपाल यादव

गोकरण सिंह (66) पुत्र वीर सिंह

पुरुषोत्तम (65) पुत्र मिश्रीलाल ओझा

हेमराज(44) पुत्र गनपत अहिरवार

सिया बाई (55) पत्नी भारत सिंह

दीपक (34) पुत्र रामधार तिवारी

अंकित (34) पुत्र कृष्णा पचौरी

पवन (60) पुत्र छोटेलाल जैन

मुकेश (54) पुत्र देवकीनंदन कश्यप

सुधा (55) पत्नी धनौरी गोयल

24 अप्रैल – 5 मौत

सुरेश (32) पुत्र भोलाराम प्रजापति

विष्णु(56) पुत्र लखन शर्मा

बिमला (50)पत्नी बलवीर परिहार

सुशीला (55) पत्नी रामबाबू

रमेश चंद(42) पुत्र मथुरालाल

26 अप्रैल – 3 मौत

चन्द्रभान (57) पुत्र भालचंद्र

तोफान सिंह (55) पुत्र पूरन सिंह

अहिफा बानो(45) पत्नी नजीर खान

27 अप्रैल- 7 मौत

राधेश्याम (40) पुत्र बलदेव रजक

बल्लू (40) पुत्र कमरलाल प्रजापति

शबाना बनो(38) पत्नी शाकिर हुसैन

संजीव (40) पुत्र विजय रघुवंशी

मेहबूब (55) पुत्र गफ्फार खान

काशी बाई (75) इमरतलाल

हरनारायण (45) पुत्र रामभरोसा पाल

29 अप्रैल – 10 मौत

हरीबाई(55) पत्नी दौलतराम कोरी

मांगीलाल (60) पुत्र लालचंद विश्वकर्मा

इंदिरा (56) पत्नी अनिल गुप्ता

शांताकुमार (70) पुत्र केआर श्रीकरण

अमर सिंह (66) पुत्र जालम सिंह

करतार सिंह (58) पुत्र बाबूलाल जाट

अभिजीत (57) पुत्र सुखलाल

रुक्मणि देवी (70) पत्नी रघुनाथ सिंह

कृष्णा (55) पत्नी हरवीर रघुवंशी

सुनील (81) पुत्र रामेश्वर शर्मा

30 अप्रैल – 15 मौत

महेश (56) पुत्र कालूराम साहू

रामवीर सिंह (56) माधोसिंह रघुवंशी

पीसी जैन (70) पुत्र कपूर जैन

वनवारी (48) पुत्र रामनारायण

प्रेमचंद्र (52) पुत्र बाबूलाल कुशवाह

देवेंद्र (45)पुत्र रामचरण कुशवाह

रानी (32) पत्नी विष्णु शर्मा

मुन्नी बाई (34) पत्नी ओमप्रकाश सोनी

गीता बाई (75) पत्नी मान सिंह रघुवंशी

मुन्नी बाई(40) पत्नी समरथ सिंह

राधेश्याम (40) पुत्र नन्नूलाल मीणा

दयाल बाई (52) पत्नी गोपीलाल लोढ़ा

संतोषी बाई (42) पत्नी मान सिंह राजपूत

नरेंद्र (42) पुत्र कैलाश सिसोदिया

अर्जन (34) पुत्र माखन किरार

1 मई – 6 मौत

भगवती बाई(70) पत्नी इमरत दास

सद्दाम सिंह (55) पुत्र चुन्नीलाल यादव

मोहन प्रसाद(72) पुत्र नारायण

गोवर्धन (55) पुत्र ज्ञानीलाल किरार

हेमराज (55) पुत्र हरिराम किरार

रमेश (60) पुत्र समरथ सिंह

3 मई – 11 मौत

लाडोबाई (70) पत्नी भूरेलाल

मालती (45) पत्नी नवलकिशोर

फकरुद्दीन अहमद (45) पुत्र खाजू खान

दिनेश सिंह (35) पुत्र सुरेश सिंह

अर्जुन सिंह (52) पुत्र मिट्ठूलाल

मथुरा बाई (50) पत्नी मान सिंह यादव

गीता (37) पत्नी कैलाश साहू

भगवती बाई (55) पत्नी रमेश

कैलाशी बाई (50) पत्नी देवीलाल

सौरभ (27) पुत्र गोपाल प्रसाद

शकीना बानो (37) पत्नी इमरान हुसैन

6 मई – 3 मौत

नसरीन बानो (42) पत्नी सैय्यद

वीरेंद्र कुमार(70) पुत्र कोमल सोनी

रामकुंवर बाई (60) पत्नी राम प्रसाद

10 मई – 13 मौत

भास्कर सिंह (70) पुत्र गोपाल सिंह

लखन सिंह (45) पुत्र बलवीर सिंह

केसी जैन (78) पुत्र श्रीलाल

सीताराम किरार (51) पुत्र प्रेमनारायण

भानुप्रताप (41) पुत्र नरेंद्र सिंह

शकीना बानो (50) पत्नी छोटे खान

सन्नू लाल (68) पुत्र हल्कूराम केवट

आजाद खान (65) पुत्र नियाक़त

मोहन लाल (55) पुत्र गनपत

परमाल सिंह (54) पुत्र रामसिंघ

मनीषा ओझा (50) पत्नी मोहन सिंह

चंद्र कुमारी (65) पत्नी सत्यनारायण

कलाबाई (71) पत्नी कमल सिंह

11 मई – 3 मौत

उपेंद्र (40) पुत्र रामरतन रघुवंशी

पन्नालाल(54) पुत्र रूपसिंघ अहिरवार

लालसिंह (55) पुत्र ग्यारसा अहिरवार

13 मई – 13 मौत

चंद्र प्रकाश (35) पुत्र नरेंद्र चौहान

आशा (63) पत्नी वीरेंद्र श्रीवास्तव

सिया बाई (60) पत्नी रामदयाल कुशवाह

कुणाल (32) पुत्र शिखरचंद जैन

प्रेमनारायण(46) पुत्र घासीलाल

जगन्नाथ सिंह (65) पुत्र हमीर सिंह

रमेश प्रसाद (67) पुत्र गजानंद भार्गव

जय सिंह (66) पुत्र रूप सिंह

शोभा (40) पत्नी राजकुमार अग्रवाल

श्री बाई (55) पत्नी माधव सिंह

पूनम (26) पत्नी नरेश अहिरवार

सखाराम (60) पुत्र जगत राव

देवेंद्र (30) पुत्र किशन कुशवाह

15 मई – 7 मौत

मंजूलाल (70) पुत्र जालम प्रसाद शर्मा

पूरन सिंह(40) पुत्र राम प्रसाद धाकड़

रामबाई (40) पत्नी शिवचरण अहिरवार

गोपाल सोनी (42) पुत्र रामदयाल

बारेलाल (60) पुत्र चन्दन सिंह धाकड़

प्रबल प्रताप (50) पुत्र जगत सिंह

संतोष सैनी (40) पुत्र चिरोंजीलाल

21 मई – 7 मौत

प्रतिमा (53) पत्नी केसर

कमलेश (58) पुत्र मूलचंद

शना(23) पत्नी अकरम अली

शिव सिंह (53) देवीलाल कुशवाह

बिन्ना बाई (65) पत्नी गुलाब सिंह यादव

याकूब खान (66) पुत्र सैफी मोहम्मद

काशी बाई (60) पत्नी कोमल कोरी

28 मई-1 मौत

नारायण सिंह(55) पुत्र रघुनाथ ओझा

कई ऐसे गांव हैं, जहां 20-20 मौतें हुई हैं

दूसरी लहार में स्वास्थ्य विभाग की रोज आने वाली हेल्थ बुलेटिन में कुल 18 मौत बताई गई है। जिला अस्पताल और शासन ने कुल 44 मौतें घोषित की हैं। हम तो यह दावा कर रहे हैं कि गुना जिले में कोरोना से 1 हजार से ज्यादा मौत हुई हैं। कई ऐसे गांव हैं राघोगढ़ इलाके में, मधुसूदनगढ़ में, बमोरी में जहां एक -एक गांव में 20 से 30 मौतें हुई हैं। इसमें सबसे बड़ी बात तो यह है की जिनकी मौत कोरोना से हुई ऐसे 95 प्रतिशत लोगों के पास कोरोना की पॉजिटिव रिपोर्ट नहीं है। वो लोग लगातार विभागों के चक्कर लगा रहे हैं।

-जयवर्धन सिंह, विधायक राघोगढ़ एवं पूर्व मंत्री

सभी मौतें कोरोना से नहीं हुई हैं। कुछ मौतें ऐसे लोगों की हैं जो कोरोना सस्पेक्टेड हैं। इन मौतों को कोरोना से होने वाली मौतों में नहीं गिना गया है।
-डॉ. हर्षवर्धन जैन, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल गुना

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