बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे द्वारा नगर पालिका बालाघाट में एक समीक्षा बैठक ली गई , जबकि यह समीक्षा बैठक आयोजन को लेकर एक दिन पहले से ही यह बैठक काफी चर्चाओं में बनी हुई थी, जिसे प्रशासनिक अधिकारी से लेकर भारतीय जनता पार्टी कह रही थी कि यह समीक्षा बैठक जो बालाघाट विधायक नगर पालिका में ले रही है, यह नियम के विरुद्ध है तो वही बालाघाट विधायक द्वारा यह कहा जा रहा था कि वह सिर्फ नगरपालिका में अधिकारी ,कर्मचारियों से योजनाओं कि समीक्षा को लेकर एक बैठक करेगी, जिसमें वह अधिकारियों से चर्चा कर होने वाले विधानसभा सत्र में नगर पालिका कि स्थिति जानने के बाद कोई दिक्कत परेशानी समझ में आती है तो उसे विधानसभा में रखेंगे, किंतु काफी गहमा गहमी के बावजूद भी बालाघाट विधायक द्वारा यह समीक्षा बैठक ली गई, जिसमें उन्होंने नगर पालिका अध्यक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह नगर पालिका में किसी के साथ गुंडागर्दी करने नहीं आई है ,बल्कि वह दलगत राजनीति से ऊपर उठकर शासन की योजनाओं को जानने व कमियों को देखने के लिए यह बैठक ले रही है
आपको बता दे की बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे द्वारा अभी कुछ दिन पहले ही बालाघाट नगर पालिका का निरीक्षण किया गया था इसके बाद कुछ खामियां नगर पालिका कि निकली थी और उसके बाद बालाघाट विधायक द्वारा यह कहा गया था, कि वह इस निरीक्षण के बाद जल्द ही नगर पालिका में एक समीक्षा बैठक लेगी उसके बाद से ही राजनीतिक दबाव इतना बढ़ गया, कि प्रशासनिक अधिकारी से लेकर भारतीय जनता पार्टी में काबिज नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा यह कहा जा रहा था , कि बालाघाट विधायक नगर पालिका में समीक्षा बैठक ना लिया जाये , बालाघाट नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी पर भी इसको लेकर काफी प्रशासनिक व राजनीतिक दबाव आ रहा था, किंतु बालाघाट विधायक द्वारा 2 फरवरी को नगर पालिका बालाघाट में एक समीक्षा बैठक लेने जब वह नगर पालिका पहुंची , तो नगर पालिका द्वारा भी समीक्षा बैठक को लेकर कोई भी तैयारी नहीं की गई थी, किंतु जैसे ही वह नगर पालिका पहुंची , वैसे ही नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा उनका स्वागत किया गया और उन्हें अपने चेंबर में बैठने को कहा गया, किंतु बालाघाट विधायक द्वारा चेंबर में बैठने से मना कर दिया गया और उन्होंने नगर पालिका अध्यक्ष के चेम्बर के सामने बरामदे में ही सामान्य कुर्सियों को लगाने की बात कहते हुए वहीं पर बैठक का आयोजन किया, जिसमें नगर पालिका के अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा बारी-बारी से आकर बालाघाट विधायक के सामने बैठना शुरू कर दिया गया, जबकि बालाघाट विधायक द्वारा यह साफ एवं स्पष्ट शब्दों में नगर पालिका के अधिकारी व कर्मचारियों को कह दिया गया कि यदि किसी को इस बैठक से परेशानी हो तो वह इस बैठक से जा सकता है, वह किसी को दबाव में या प्रेशर देकर इस बैठक में शामिल नहीं करना चाहती चाहे तो मुख्य नगरपालिका अधिकारी भी इस बैठक से जाना चाहे तो वह जा सकते हैं , वह अपने पार्टी के पार्षद व जनता के साथ वहां बैठेंगे किंतु सभी अधिकारी ,कर्मचारी द्वारा उनके साथ बैठकर चर्चा की गई एवं बालाघाट विधायक द्वारा बारी-बारी से नगर पालिका के अधिकारी व शाखा प्रभारी से मूलभूत समस्याओं पर चर्चा की गई जिसमें बैठक शुरू होने से पहले ही यह कह दिया गया कि उन्होंने इस प्रकार की गुंडागर्दी कहीं नहीं देखी है जिस प्रकार से आज नगर पालिका में गुंडागर्दी चल रही है जबकि उन्होंने लालबर्रा वह बालाघाट में समीक्षा बैठक की है जिसमें सभी प्रशासनिक अधिकारी द्वारा सम्मानपूर्वक जनपद पंचायत में समीक्षा बैठक आयोजित कर उन्होंने जनपद पंचायत में समीक्षा की है
इंजीनियर अंशिका चौहान पर नाराज हुई विधायक –
जैसे ही समीक्षा बैठक शुरू हुई वैसे ही इंजीनियर अंशिका चौहान द्वारा बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे से चर्चा की जा रही थी, तभी उन्होंने इंजीनियर अंशिका चौहान से कहा कि आपके द्वारा कभी भी बालाघाट विधायक को कोई जानकारी नहीं दी जाती और जब विधायक द्वारा उन्हें फोन किया जाता है, तो वह कभी फोन नहीं उठाती जबकि उनके द्वारा उन्हें चार से पांच बार जानकारी लेने के लिए फोन लगाया गया था तब भी इंजीनियर अंशिका चौहान फोन रिसीव नही किया गया जो गलत है
हम दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करना चाहते हैं –
बैठक के दौरान अनुभा मुंजारे द्वारा यह भी कहा गया कि जिस प्रकार से आज बालाघाट नगर पालिका में राजनीति चल रही है वह गलत है जबकि वह स्वयं चाहती हैं कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर वह कम करें क्योंकि जब वह भी नगर पालिका अध्यक्ष थी तो भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रहलाद पटेल के साथ मिलकर उन्होंने काम किया था और उन्होंने भी उन्हें सांसद निधि से एक गार्डन दिया था तो वह चाहती है कि कोई भी राजनीति पार्टी से हो वह जीतने के बाद दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कम करें क्योंकि जीतने के बाद किसी भी पार्टी के नेता को एक साथ मिलकर काम करना चाहिए ने कहा कि आज यदि विधायक और सांसद का यदि तालमेल रहेगा तभी वह जिले में बड़े काम कर पाएंगे इस बात का सभी जनप्रतिनिधि को ध्यान रखना चाहिए
किसी प्रस्ताव को पास करने के लिए नहीं बुलाया गया था विधायक को -योगराज लिल्हारे
नगर पालिका के नेता प्रतिपक्ष योगराज लिल्हारे द्वारा बताया गया कि आज जो बैठक विधायक महोदय के द्वारा ली जा रही है उसमें ऐसा कुछ नहीं था कि बालाघाट विधायक द्वारा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के खिलाफ कोई प्रस्ताव पास किया जाए उन्होंने कहा कि यह समीक्षा बैठक रखने का यह उद्देश्य था कि आज बालाघाट विधानसभा में ही शहर के 33 वार्ड आते हैं और वहां की जनता विधायक महोदय को समस्या बताती है जिन सब समस्याओं की समीक्षा और शासन की योजनाएं का लाभ वार्ड वासियों को मिल रहा है कि नहीं इन सब को लेकर ही यह बैठक आयोजित की गई थी कि इसमें और हम अच्छा कैसे कर सकते हैं और यदि कुछ शासन की योजनाओं का लाभ वार्ड वासियों को नहीं मिल रहा है तो उसे वह विधानसभा सत्र में रखेंगे इन्हीं सब बातों की समीक्षा करने वह नगर पालिका में बैठक लेने अनुभा मुंजारे पहुंची थी
हम दोस्ती का हाथ बढ़ा रहे हैं और आप हमारी निंदा कर रहे हैं –
बालाघाट विधायक पहुंची थी द्वारा समीक्षा बैठक में यह कहा गया कि आज वह कहीं ना कहीं बालाघाट नगर पालिका में नगर पालिका अध्यक्ष की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ा रही है, किंतु वह उनकी आज निंदा कर रहे हैं आलोचना कर रहे हैं और उन्हें आज वह नगर पालिका में आने से रोक रहे हैं , जबकि वह स्वयं चाहती हैं कि उनके पास नगर पालिका के प्रस्ताव पंचायत से प्रस्ताव आमंत्रित कर रही है वह यह नही देखती की कोन किस पार्टी के हैं उन्होंने कहा कि यदि कोई किसी भी पार्टी का आकर उन्हें प्रस्ताव देगा तो वह अपने स्तर पर प्रस्ताव को रखकर विकास कार्य में आगे बढ़ेंगे, उन्होंने कहा कि वह किसी के काम में हस्तक्षेप करने नहीं आए हैं वह प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलेंगे , नगरी प्रशासन मंत्री से मिलेंगे और जो भी बजट उनसे बनेगा वह शहर विकास के लिए लाएंगे और वह शहर के सभी 33 पार्षदों का सम्मान करती हैं क्योंकि लोकतंत्र उन्हें यही सिखाता है
38 करोड़ की नल जल योजना पर विधानसभा में लगाएंगे प्रश्न –
उन्होंने बैठक के दौरान चल रही नल जल योजना जो कि शहर के 33 वार्डों में पर्याप्त पानी नहीं दे पा रही है इस पर भी संबंधित इंजीनियर को आड़े हाथों लिया और कहां की जब यह योजना सफल नहीं हुई तो क्यों इस योजना के ठेकेदार को पेमेंट पर पेमेंट किया जा रहा है क्यों इसके ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट नहीं किया जा रहा है, और जब यह इतनी बड़ी योजना थी तो फिर क्यों जनता को इसका खामियाजा उठाना पड़ रहा है इन सब विषय को लेकर वह होने वाले विधानसभा सत्र में इस नल जल योजना को लेकर प्रश्न लगाएंगे
शहर की सफाई व्यवस्था पर उठे सवाल
बालाघाट विधायक द्वारा समीक्षा बैठक में सफाई शाखा के प्रभारी सूर्य प्रकाश उयके और सफाई शाखा की नोडल प्रीति गरते को कहा कि आज शहर में कहीं भी सफाई नहीं दिख रही है जिस वजह से आज बालाघाट नगर पालिका स्वच्छता सर्वेक्षण में बिछड़ते जा रही है यदि स्वच्छता को लेकर सही में शहर में काम किया जाता है तो निश्चित ही बालाघाट नगर पालिका का नंबर स्वच्छता सर्वेक्षण में लगेगा किंतु आज ना ही नगर पालिका परिसर को स्वच्छ रखा जा रहा है और ना ही शहर के निचले क्षेत्रों में स्वच्छता को लेकर कोई काम किया जा रहा है इन सब व्यवस्थाओं को भी वह जल्द से जल्द ठीक करें
मैं परिषद के कामों में दखल नहीं दे सकती मैं सुझाव दे सकती हूं –
जब हमारे द्वारा बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे से यह पूछा गया कि जिस प्रकार से उनकी समीक्षा बैठक एक दिन पहले से ही चर्चाओं में चल रही थी, और प्रशासनिक अधिकारी से लेकर भारतीय जनता पार्टी के कुछ पदाधिकारी या कह रहे थे कि बालाघाट विधायक द्वारा नगर पालिका में समीक्षा बैठक लेना प्रोटोकॉल के खिलाफ है या नियम विरुद्ध है इस पर जब हमने उनसे चर्चा की तो बालाघाट विधायक द्वारा बताया गया कि यह उनके विधानसभा क्षेत्र की एक शासकीय संस्था है और यह उनके विधानसभा क्षेत्र में ही आती है इसलिए वह अपने क्षेत्र की किसी भी शासकीय संस्था में जाकर बैठक ले सकती हैं, भले ही वह नगर पालिका परिषद के कामों में दखल नहीं दे सकती किंतु वह परिषद की बैठक में अपने सुझाव दे सकती हैं ,और उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें नियम कायदों की जानकारी है क्योंकि वह स्वयं शिक्षित हैं
कुछ राजनीतिक लोगों के द्वारा तूल देकर इस बैठक को बदनाम किया गया और वह आज भी किसी से तकरार करना नहीं चाहती उन्होंने यह भी बताया कि आज कहीं ना कहीं नगर पालिका में राजनीति हावी हो रही है जिस कारण से वह निरीक्षण करती है और उसके बाद नपा. अध्यक्ष के द्वारा यहां के कर्मचारियों को फटकार लगाई जाती है कि वह क्यों विधायक के निरीक्षण और उनके साथ में जाकर उनके साथ-साथ चलते हैं उन्हें उनके निरीक्षण में उपस्थित नहीं रहना चाहिए और वह कहती है कि बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे की सुनने की किसी को कोई आवश्यकता नहीं है जो कि गलत है
हल्की मानसिकता से उभरना पड़ेगा नगर पालिका अध्यक्ष को –
बालाघाट विधायक द्वारा नगर पालिका अध्यक्ष को कहां गया कि वह हल्की मानसिकता से काम कर रही है उन्हें हल्की मानसिकता से उभरना पड़ेगा क्योंकि यदि वह मिलकर काम करेगी तो इससे अच्छा और बेहतर काम होगा क्योंकि उनकी परिषद तो 3 साल बाद बदल जाएगी और उन्हें उसके बाद और 2 साल रहना है उन्होंने नगर पालिका अध्यक्ष और नगर पालिका परिषद के अधिकारी कर्मचारी से हाथ जोड़कर यह विनती की है कि वह मिलकर काम करें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करें बालाघाट शहर को आगे बढ़ाने में हम सब मिलकर काम करें तभी शहर का विकाश होगा
बालाघाट विधायक ने जो समीक्षा बैठक ली है उसमे कोई नाराजगी की बात नहीं है – योगेश बिसेन
इस समीक्षा बैठक में कांग्रेसी पार्षद व विधायक महोदय के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी के नगर पालिका बालाघाट के उपाध्यक्ष योगेश बिसेन और जलकर विभाग के सभापति कमलेश पाचे भी सम्मिलित हुए और उन्होंने चर्चा में बताया कि जो समीक्षा बैठक कांग्रेसी पार्षदों द्वारा रखी गई थी इस बैठक की यदि जानकारी समय से पूर्व सभी 33 पार्षद व नगर पालिका अध्यक्ष को दी जाती तो वह भी आते ,उन्होंने बताया कि वह किसी कारण से नगर पालिका पहुंचे थे किंतु उन्हें जैसे ही जानकारी लगी कि बालाघाट विधायक बैठक ले रही है, वह बैठक में सम्मिलित हुए और उन्होंने कहा कि अच्छी बात है कि उनके द्वारा समीक्षा बैठक ली गई इसमें कोई नाराजगी की बात नहीं है उन्होंने कहा कि हर बार यही मैसेज आता है कि कांग्रेसी पार्षदों ने सम्मान समारोह रखा है कांग्रेसी पार्षद ने समीक्षा बैठक रखी है यह गलत है नगर पालिका परिषद का नाम आना चाहिए जिससे सभी उपस्थित होकर उनके साथ बैठक में सम्मिलित होंगे
वही जब हमारे द्वारा नगर पालिका उपाध्यक्ष योगेश बिसेन से यह पूछा गया कि जिस प्रकार से अप्रत्यक्ष रूप से भारतीय जनता पार्टी के कुछ पदाधिकारी नगर पालिका में यह बैठक नहीं होना चाह रहे थे और कुछ अधिकारी का भी यह कहना था कि बालाघाट नगर पालिका में समीक्षा बैठक न ली जाए, इस पर उन्होंने कहा कि वह अभी अनुभव में काफी कम है इसलिए इस बैठक को लेकर ज्यादा तो कुछ नहीं कहेंगे, किंतु इस प्रकार की समीक्षा बैठक होना चाहिए और इस समीक्षा बैठक की जानकारी सभी 33 पार्षद व नगर पालिका अध्यक्ष को दी जानी चाहिए और यदि उनके अधिकार में यह सही है तो या समीक्षा बैठक सही है