वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। नगर के जय स्तंभ चौक स्थित पोस्ट ऑफिस वारासिवनी मैं उपभोक्ताओं को 22 अक्टूबर को एक नशे में धुत कर्मचारी के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा। इस दौरान उक्त खिड़की का कार्य करीब 1 घंटे से अधिक समय तक प्रभावित रहा जिसमें लोगों को बैरंग वापस लौटना पड़ा। जहाँ दुरेन्ध्र बनोटे पोस्ट मास्टर वारासिवनी शाखा पहुंचे और उनके द्वारा मामले में जानकारी लेते हुए तत्काल नशे में धुत अधिकारी डाक सहायक जितेंद्र बुढावने को कुर्सी से हटकर तत्काल व्यवस्था बनाते हुए उपस्थित कर्मचारियों को बैठालकर कार्य को प्रारंभ कर घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को भी दी गई। हालांकि इस दौरान पहुंचे लोगों के द्वारा जमकर पोस्ट ऑफिस वारासिवनी पर आक्रोश व्यक्त किया गया वहीं इस प्रकार लापरवाह अधिकारी पर कठोर कार्यवाही करने मांग की जाती रही।
यह है मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर में स्थित पोस्ट ऑफिस कार्यालय प्रतिदिन के अनुसार 22 अक्टूबर की सुबह खुल गया था। जहां पर अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा अपने कार्य प्रारंभ कर दिए गए थे। तभी डाक सहायक जितेंद्र बुढावने अपने निर्धारित समय पर पोस्ट ऑफिस कार्यालय पहुंचे जो गाड़ी से उतरकर चलने लायक स्थिति में नहीं थे वह खिड़की दीवार और कुर्सी का सहारा लेते हुए अपनी कुर्सी तक पहुंचे। जहां नौकरी पेशा वाले उपभोक्ता अपनी डाक भेजने बीमा जमा करने सहित विभिन्न कार्यों के लिए लाइन लगाकर खड़े थे। जिनके द्वारा कार्य बताने पर डाक सहायक के द्वारा नशे की हालत में सर्वर डाउन होने की बात उनसे कहीं गई उपभोक्ताओं के द्वारा उनके ऊपर शराब के नशे में होने का आरोप लगाते हुए अन्य कर्मचारियों से चर्चा की गई तो उन्होंने उक्त कुर्सी पर बैठे ही व्यक्ति से बात करने के लिए कहा। जहां पर कर्मचारी भी आक्रोश में नजर आए हालांकि इस दौरान किसी का कार्य हुआ नहीं लोग 1 घंटे इंतजार करने के बाद स्वतः ही आक्रोश व्यक्त करते हुए अपने कार्यों के लिए लौट गये। जहां पर कार्य करवाने आए लोगों का काम तो हुआ नहीं परंतु समय अलग बर्बाद हुआ जिसकी शिकायत कुछ रुके लोगों के द्वारा दुरेन्ध्र बनोटे पोस्ट मास्टर के आने पर की गई। जिन्होंने मामले में संज्ञान लेते हुए तत्काल उक्त कर्मचारी के पास पहुंचे जो ठीक से जवाब भी नहीं दे पा रहा था जिसे वहां से उठाकर दूसरे कर्मचारियों को बैठाल कर काम करवाने की व्यवस्था पोस्टमास्टर के द्वारा बनवाई गई। इसके बाद वह कर्मचारी अपनी कुर्सी से उठा तो लड़खड़ाते हुए लकड़ी की पेटी के पास जाकर काफी देर तक बैठा रहा उसके बाद बाहर आकर मोटरसाइकिल में आकर बैठ रहा। विदित हो की नौकरी पेशा करने वाले लोगों को काफी समय की कमी रहती है उन्हें भी निर्धारित समय पर अपने कार्यालय में उपस्थित होना पड़ता है। इस परिस्थिति में उनके द्वारा सुबह अपने कार्य करने के लिए पोस्ट ऑफिस आए हुए थे परंतु सभी को बैरंग लौटना पड़ा। जहां पर करीब 11:30 बजे के बाद व्यवस्था सुधरी और लोगों के कार्य करना प्रारंभ किया गया।
पुलिस आरक्षक नितेश बघेल ने बताया कि मैं अपने परिवार का बीमा जमा करवाने के लिए पोस्ट ऑफिस खुलने के पहले ही आ गया था। जहां पर काउंटर खुलते ही बीमा जमा करने गया तो सरवर काम नहीं कर रहा है कहा गया जहां पर काफी देर तक इंतजार करना पड़ा और 1 घंटे से मैं खड़ा हूं। अब मुझे भी अपनी ड्यूटी के लिए जाना है तो बिना काम करे वापस मुझे जाना पड़ रहा है परंतु ऐसा नहीं होना चाहिए सभी का काम समय पर होना चाहिए।
नगरवासी पवन रिनायत ने बताया कि मैं वार्ड नंबर 5 का रहने वाले हैं बहुत जल्दी थी कोई दस्तावेज स्प्रीड पोस्ट करना था आधे घंटे से खड़ा हूं सर्वर नहीं चल रहा है बोलते हैं। काउंटर पर बैठा कर्मचारी बात करने की स्थिति में नहीं है यहां पर सभी का सर्वर चल रहा है और इनका ही खराब है यह बात पूछने पर बोल रहे हैं कि सभी का अलग-अलग सॉफ्टवेयर होता है। अभी साहब नहीं आए हैं जो उपस्थित कर्मचारियों है उनसे चर्चा करने का प्रयास किया गया तो वह उक्त व्यक्ति से ही बोलने के लिए कह रहे हैं। यह तो शराब पिये हुए दिख रहे हैं यहां अच्छे व्यक्ति बैठे लोगों का अर्जेंट काम आते हैं समस्या लोगों को नहीं हो इस बात का ध्यान रखना चाहिये।
नगरवासी संजय वासनिक ने बताया कि मैं कमलापत में काम करता हूं डाक पत्र लेने के लिए आया हुआ था। जिस व्यक्ति से डाकपत्र लेना था वह शराब पिये हुये हैं वह व्यक्ति सिस्टम में काम भी नहीं कर पा रहा है। करीब आधे घंटे से मैं यहां पर आया हुआ हूं अभी तक कुछ नहीं हुआ काउंटर में व्यक्ति से बात करो तो वह कहता है कि नहीं है और अधिकारी कहते हैं इसी के पास है। यह व्यक्ति ठीक से सिस्टम नहीं खोल पा रहा है तो क्या यह काम कर पाएगा व्यवस्था बनाई जानी चाहिए।
इनका कहना है
मौखिक चर्चा में बताया कि डाक सहायक जितेंद्र बुढ़ावने ठीक से काम नहीं कर पा रहे हैं तो उनके स्थान पर दूसरे व्यक्ति को बिठाकर व्यवस्था बनाई गई है। उनकी हरकत के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र के माध्यम से अवगत करवाया जा रहा है।