नगरी क्षेत्र में किराए के मकान में रहने वाले ऐसे कई लोग हैं जो खुद का मकान बनाकर उसमें रहना चाहते हैं लेकिन शासकीय नियम कानून और कागजी प्रक्रिया के चलते वे खुद के सपनों का घर नहीं बना पा रहे हैं कई नागरिकों ने खुद की जमीन खरीद कर मकान बनाने के लिए इंजीनियर से नक्शा तो बनवा लिए हैं लेकिन भवन निर्माण का नक्शा नगर पालिका के पास नहीं हो रहा है और लोग नक्शा पास कराने के लिए पिछले पांच-छह माह से नगरपालिका के चक्कर काट रहे हैं नक्शा पास ना होने के चलते जहां एक और नगरपालिका को प्रतिमाह लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है तो वही नक्शा पास ना होने के चलते लोग अपने सपनों का घर नहीं बना पा रहे हैं और भारी संख्या में लोग नक्शा पास कराने के लिए नगरपालिका के चक्कर काटने को मजबूर हैं, जहा आवेदक नक्शा पास कराने की कई बार गुहार लगा चुके है बावजूद इसके भी आवेदकों को अब तक सिर्फ और सिर्फ मायूसी ही हाथ लग रही है नक्शा पास कराने के लिए नगरपालिका के चक्कर काट रहे लोगों ने नक्शा पास कर भवन निर्माण की अनुमति दिए जाने की मांग की है।
लाखों रु के राजस्व का हो रहा नुकसान
प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब दो सौ से ढाई सौ लोग ऐसे हैं जिन्होंने जनवरी से फरवरी के बीच नगरपालिका में नक्शा पास कराने का आवेदन दिया है लेकिन अब तक उनके नशे पास कर उन्हें भवन निर्माण की अनुमति नहीं दी गई है जानकारी के मुताबिक नगर पालिका में नक्शा पास कराने पर नगर पालिका को प्रतिमाह 5 से 10लाख रुपए का राजस्व प्राप्त होता है जिससे नपा को अपने खर्चे पूरे करने में आसानी होती है लेकिन एक लंबे समय से नपा में भवन निर्माण के नक्शे पास नहीं हो पा रहे हैं जिससे नपा को प्रतिमाह लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
बिना नक्शे के बनाया मकान तो चल सकता है बुलडोजर
मकान बनाने की परमिशन को लेकर नगर पालिका के चक्कर काट रहे लोगों के सामने अब दोहरा संकट खड़ा हो गया है यदि लोग मकान बनाने के लिए परमिशन की राह देखते हैं तो उन्हें परमिशन मिलने और मकान बनने तक किराए के मकान में रहना पड़ेगा वहीं उन्होंने जो मटेरियल प्लॉट पर गिराया है उसका भी उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है वही मकान बनाने की परमिशन को लेकर चक्कर काट रहे लोग यदि बिना परमिशन के ही मकान बना लेते हैं तो नपा नियम का हवाला देकर उनके मकान में बुलडोजर चलाकर मकान धराशाही कर सकती है ऐसे में दोहरे संकट के सामना कर रहे लोग काफी परेशान हैं।
वैध-अवैध के बीच का अटका है मामला
बताया जा रहा है कि यह पूरा मामला वैध और अवैध कॉलोनी के बीच अटका हुआ है जहां नागरिकों के मुताबिक उन्होंने प्लाट खरीद कर उस प्लॉट की रजिस्ट्री कराई है वहीं शासन को राजस्व भी दिया है जिस कॉलोनी में भी मकान बनाने की अनुमति मांग रहे हैं उस कॉलोनी में नपा ने स्वयं सडक़ व पानी की व्यवस्था की है बावजूद इसके भी नगरपालिका उन कॉलोनी को अवैध बताकर मकान बनाने के लिए नक्शे पास नहीं कर रही है वही नपा के मुताबिक नगरी क्षेत्र में 70प्रतिशत कॉलोनी अवैध है और वे अवैध कॉलोनी में मकान बनाने की अनुमति नहीं दे सकते। इसी वैध और अवैध के चक्कर में नक्शे का काम अटका हुआ है और लोग पिछले कई महीनों से नक्शा पास कराने के लिए नगरपालिका के चक्कर काटने पर मजबूर हैं।
जनवरी माह से काट रहे है नपा के चक्कर-राहुल मते
मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान आवेदक राहुल मते ने बताया कि उन्होंने जनवरी महा में नक्शा पास करने के लिए आवेदन दिया था जो आज तक पास नहीं हो पाया है सीएमओ बोलते हैं कि नगर की 90 प्रतिशत कॉलोनी अवैध है इसलिए नक्शा पास नहीं कर रहे हैं हमारी मांग है यदि हम बिना परमिशन के मकान बना लेंगे तो नगरपालिका उसे तोड़ देगी केवल बालाघाट नगर पालिका में ही परमिशन नही मिल रही है जबकि अन्य नगर पालिकाओं में परमिशन दी जा रही है बारिश में हमारा मटेरियल बाहर पड़ा हुआ है जो खराब हो रहा है हमारी मांग है कि हमारा नक्शा जल्द से जल्द पास कराना चाहिए ताकि हम मकान का निर्माण कर सकें।
हर 4-6 दिन में हमें बुलाते है पर नक्शा पास नहीं करते-मोहित कटरे
वही ममले को लेकर की गई चर्चा के दौरान वार्ड नंबर 21 निवासी मोहित कटरे ने बताया कि वे 3 हजार रु प्रतिमाह के हिसाब से किराए पर रहते हैं और पिछले कई माह से नक्शा पास कराने को लेकर नगर पालिका के चक्कर काट रहे हैं नक्शा पास ना होने के चलते मकान नहीं बना पा रहे हैं नगरपालिका वाले बोलते हैं कि कॉलोनी अवैध है इसीलिए नक्शा पास नहीं हो रहा है हर 4-6 दिन में हमें बुलाते रहते हैं लेकिन नक्शा पास नहीं करते।
जानबूझकर लोगों को परेशान किया जा रहा है-अनिल सोनी
वही मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान पूर्व नगरपालिका उपाध्यक्ष अनिल सोनी ने बताया कि शहरों में ऐसे अनेक लोग हैं जो भवन निर्माण कराने के लिए नगर पालिका के चक्कर काट रहे हैं लेकिन नगर पालिका द्वारा उनका नक्शा पास नहीं किया जा रहा है कुछ लोग लोन लेकर मकान बनाना चाहते हैं लेकिन जब तक नगर पालिका नक्शा पास करके नहीं देगी तब तक उन्हें बैंक से लोन नहीं मिलेगा और बैंक के लोन ना मिलने पर वे अपने मकान नहीं बना पाएंगे नपा बोल रही है कि लोग अवैध कॉलोनी में रह रहे हैं यदि उन्होंने अवैध कॉलोनी में प्लॉट खरीदा है तो रजिस्ट्री के समय ही रोक लगानी चाहिए थी लेकिन रजिस्ट्री के समय कोई रोक नहीं लगाई जाती सभी लोग नगर पालिका में विभिन्न प्रकार के टैक्स पटा रहे हैं तो फिर कॉलोनी अवैध कैसे हो गई हमें लग रहा है कि जानबूझकर लोगों को परेशान किया जा रहा है हमारी मांग है कि जल्द से जल्द लोगों के नक्शे पास करके देना चाहिए।
अवैध कालोनी में भवन निर्माण की अनुमति नहीं दे सकते-मटसेनिया
वही मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान मुख्य नगरपालिका अधिकारी सतीश मटसेनिया ने बताया कि शासन से निर्देश मिले हैं कि अवैध कॉलोनी में भवन बनाने की अनुमति न दी जाए जिसके चलते भवन बनाने की अनुमति नहीं दी जा रही है यदि कोई वैघ कॉलोनी में रह रहा हो और उसे भवन बनाने की परमिशन चाहिए तो उसे 15 दिनों के भीतर परमिशन दे देते हैं जितने भी हितग्राही भवन निर्माण की परमिशन के लिए आ रहे हैं उसमें ज्यादातर लोग अवैध कॉलोनी में रहते हैं नगर में 70 प्रतिशत अवैघ कालोनी है जबकि 30 प्रतिशत कॉलोनी वैध है नियम के हिसाब से हम अवैध कॉलोनी में भवन निर्माण का नक्शा पास नहीं कर सकते।