दिन प्रतिदिन साइबर ठगी और मोबाइल चोरी की वारदातें बढ़ते ही जा रही है जबकि देखा जाए तो पुलिस प्रशासन द्वारा साइबर ठगी और मोबाइल चोरी की घटना को रोकने के लिए आए दिन जागरूकता को लेकर जानकारी प्रसारित की जा रही है, बावजूद इसके भी साइबर ठगों द्वारा शहर की भोली भाली जनता को अपने झांसे में लेकर साइबर ठगी की घटना को अंजाम दिया जा रहा है, इसी प्रकार के दो मामले कोतवाली के साइबर नोडल शाखा में दर्ज हुये हैं , जिसमें एक शिक्षक के साथ साइबर ठगों ने व्हाट्सएप को हैक कर 49 हजार रूपये की ठगी कर ली, तो वही हुई लोक सेवा आयोग की परीक्षा के दौरान कुछ अभ्यर्थियों के मोबाइल परीक्षा केंद्रों से मोबाइल चोरों के द्वारा चोरी कर लिए गए हैं जिसकी शिकायत अभ्यर्थियों द्वारा साइबर नोडल शाखा में दर्ज करवाई गयी है
आपको बता दे की इसे उपयोगकर्ताओं की लापरवाही कहें या चोरों की चालाकी, जिलेभर में मोबाइल गुम होने की शिकायतों में लगातार इजाफा हो रहा है। एक तरफ पुलिस पीड़ितों के मोबाइल ढूंढकर उन्हें लौटा रही है, तो दूसरी तरफ मोबाइल गुम होने की शिकायत भी लगातार सामने आ रही है। साइबर नोडल शाखा से मिली जानकारी के अनुसार, इस साल जनवरी से 25 जून तक करीब 350 शिकायतकर्ताओं ने अपने मोबाइल गुम हो जाने की शिकायत दर्ज कराई है। रविवार को जिलेभर के दस केंद्रों में हुई मप्र लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा के दौरान कुछ परीक्षार्थियों के मोबाइल परीक्षा केंद्र से पार हो गए। कोतवाली स्थित साइबर नोडल शाखा में दो पुरुष और महिला अभ्यर्थी ने परीक्षा केंद्र से मोबाइल गुम होने की शिकायत दर्ज कराई है, जिसकी पुलिस जांच में जुट गई है। हालांकि, परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होती है, लेकिन इसके बाद भी कई अभ्यर्थी मोबाइल लेकर केंद्र पहुंचते हैं। बताया गया कि पीड़ित अभ्यर्थियों ने परीक्षा हाल में प्रवेश से पहले अपने बैग में मोबाइल रखे थे, जो बाद में बैग में नहीं मिले। पीड़ितों के स्वजनों का कहना है कि घर से परीक्षा केंद्र तक सुरक्षा के लिहाज से मोबाइल ले जाने जरूरी है। स्वजनों ने इस मामले में परीक्षा केंद्रों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नाराजगी जताई। हालांकि, अभ्यर्थियों के साथ ये घटना किन केंद्रों में हुई, ये अभी सामने नहीं आया है। बता दें कि इससे पहले भी बोर्ड परीक्षाओं, महाविद्यालयीन परीक्षाओं या अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान अभ्यर्थियों के मोबाइल गुमने की शिकायत नोडल शाखा में दर्ज हो चुकी है।
शिक्षक के साथ धोखाधड़ी –
मोबाइल गुम होने के बढ़ते मामलों के बीच आर्थिक ठगी के मामलों में भी गिरावट नहीं आ रही है। मंगलवार को साइबर नोडल शाखा में एसबीआई बैंक के खाते की ई-केवायसी कराने के नाम पर एक शिक्षक के साथ धोखाधड़ी हो गई। पीड़ित ने इसकी शिकायत की है, जिसके बाद पुलिस से बैंक खाता और मोबाइल नंबरों की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। भरवेली निवासी एक शिक्षक ने शिकायत करते हुए बताया कि वह ‘जनधन योजना’ नामक एक वाट्सएप ग्रुप से जुड़े हैं, जिसमें अधिकतर शिक्षक हैं। दो दिन पहले इस ग्रुप का नाम जनधन योजना से ‘एसबीआई’ कर दिया गया है। इसके बाद एक अनजान नंबर से ग्रुप में मैसेज आया कि लोन संबंधी दस्तावेज पूर्ण करने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें और ई-केवायसी कराएं। लिंक पर क्लिक करते ही मेरे मोबाइल में एक एप डाउनलोड हो गया। एप खोलने पर मुझसे ओटीपी की जानकारी मांगी गई। ओटीपी दर्ज करते हुए मेरे खाते में जमा 49 हजार रुपये कट गए और इससे जुड़ा एक मैसेज आया। ठगी का शक होने पर मैंने इसकी शिकायत नोडल शाखा में कराई है। वहीं, पुलिस का कहना है कि वॉट्सएप ग्रुप को हैक करके ठग द्वारा ही ग्रुप का नाम बदला गया था, जिससे पीड़ित भ्रमित हो गया।