गुरुवार को एमजीएम मेडिकल कालेज व पीसी सेठी अस्पताल को 80 डेंगू संभावित मरीजों के सैंपल मिले। गौरतलब है कि अभी तक निजी अस्पताल रैपिड टेस्ट तो कर रहे थे लेकिन इन दाेनों संस्थानों में एलाइजा टेस्ट के लिए सैंपल कम मात्रा में भेज रहे थे। इस वजह से स्वास्थ्य विभाग के पास डेंगू पाजिटिव मरीजों की संख्या में कम आ रही थी जबकि शहर में तेजी से डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने रहे है और कई मरीज भी अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं।
नईदुनिया ने 16 सितंबर को यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया था और सीएमएचओ द्वारा इस संबंध में निजी अस्पतालों को फटकार भी लगाई थी। इसका असर यह हुआ कि इंदौर में पिछले एक दिन में मेडिकल कालेज व पीसी सेठी अस्पताल में दोगुना सैंपल पहुंचे। जिला मलेरिया अधिकारी डा. दौलत पटेल के मुताबिक बुधवार को जहां इन दोनों संस्थानों में डेंगू संभावित मरीजों के 40 सैंपल निजी अस्पतालों से पहुंचे थे, वहीं गुरुवार को यहां पर 80 सैंपल पहुंचे।
8 डेंगू संक्रमित बच्चे मिले
इंदौर में पिछले एक सप्ताह से डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। गुरुवार को इंदौर शहर में इस वर्ष में पहली बार शहर में डेंगू के 21 नए पाजिटिव मरीज मिले। इनमें 9 पुरुष, 12 महिला और 8 बच्चे शामिल है। गुरुवार को मूसाखेड़ी, पीसपाइंट लिंबोदी, बीजलपुर ट्रेजर टाउन, इंद्रपुरी कालोनी, गांंव असद तेजाजी नगर, भोलाराम उस्ताद मार्ग, परदेशीपुरा, स्कीम नंबर 114, भगवती नगर, जनता क्वार्टर, नेहरुर नगर, एमआइजी कालोनी, कुंदन नगर हवा बंगला क्षेत्र, डा. अंबेडकर नगर एलआइजी क्षेत्र, लाड कालोनी वायएन रोड, पद्मावती कालोनी, लालसन नगर, पल्हर नगर सहित सहित अन्य स्थानों पर डेंगू के संक्रमित मरीज मिले।
इंदौर में अब तक 203 डेंगू संक्रमित मिल चुके है। इनमें 106 पुरुष, 97 महिला और 33 बच्चे शामिल है। गुरुवार को 439 घरों का लार्वा सर्वे हुआ। इनमें 11 में डेंगू लार्वा मिला है। वर्तमान में तीन डेंगू के मरीज अस्पताल में भर्ती है। इनमें 27 वर्षीय व 29 व 31 वर्ष के पुरुष अस्पताल में भर्ती है। गुरुवार को स्वास्थ विभाग व निगम की टीमों ने 439 घरों में लार्वा का सर्व किया जिनमें से 13 घरों में डेंगू का लार्वा मिला।
अस्पतालों में आसानी नहीं मिल रहे बेड
डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही गंभीर रुप से संक्रमित डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा हैं। इस वजह से अभी काफी संख्या में वायरल बुखार व डेंगू के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में कई बड़े अस्पतालों में तो मरीजों को आसानी से बेड भी उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। इसमें कई मरीजों को बड़े अस्पतालों को छोड़ सामान्य अस्पताल में भर्ती होकर उपचार लेना पड़ रहा है।