नौतपा का हो रहा एहसास, चुभन दे रही भीषण गर्मी,

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जिला मुख्यालय सहित अन्य ग्रामीण अंचलों में पिछले कुछ दिनों से मौसम में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है।जिसके चलते कभी तेज धूप, कभी बादल तो कभी बारिश देखने को मिल रही है। मौसम में पल-पल आ रहे इसी बदलाव के बीच अब नौतपा की आहट शुरू हो गई है। जिसको लेकर पिछले तीन दिनों से तापमान में लगातार उछाल देखा जा रहा है।लगातार बढ़ते जा रहे हैं इसी तापमान ने पुनः जिलेवासियों को हलाकान कर रखा है। जिसके चलते लोग अब रात दिन कूलर और पंखे के बिना नहीं रह रहे हैं। अब दिन और रात दोनों गर्म होने लगे हैं।तापमान में लगातार आ रहे उछाल के बीच अब नौतपा की आहट शुरू हो गई है।जहां इस वर्ष 25 मई से नौतपा की शुरुआत होगी जो 2 जून तक चलेगी।हालांकि मौसम विभाग द्वारा इस नौतपा पर बारिश होने के संकेत दिए गए हैं तो वहीं इस नौतपा में तापमान नरम गर्म रहने की संभावना व्यक्ति की गई है

फिर 42 डिग्री पर पहुँचा तापमान
एक बार फिर तापमान में आए उछाल के बीच रविवार को पूरा दिन चली गर्म हवाओं के बीच शहर का अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। वहीं मौसम विभाग ने रविवार की तरह सोमवार और मंगलवार को भी नगर का अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की आशंका जताई है।लगातार बढ़ते जा रहे इस तापमान के चलते जिले भर मे भीषण गर्मी पड़ रही है। वही मौसम विभाग ने नौतपा तक मौसम के कुछ इसी तरह बने रहने की बात कहते हुए मध्य नौतपा में इस भीषण गर्मी से राहत मिली संभावना जताई है

भीषण गर्मी ने किया जीना मुहाल एहसास
शहर का तापमान इन दिनों सातवें आसमान पर है और रोजाना ही तापमान में वृद्धि देखी जा रही है इस चिलचिलाती धूप से निजात पाने के लिए लोगो को चश्मा,टोपी गमछा आदि का सहारा लेना पड़ रहा हैं तो वहीं दुपट्टे से सर बाधकर ही लोग अपने घर से बाहर निकल रहे हैं। जबकि ज्यादातर लोग दोपहर के वक्त अपने घरों या दफ्तर में दुबककर रहने के लिए मजबूर हैं।वही दोपहर के वक्त जिले भर के विभिन्न मुख्य मार्गो में सन्नाटा सा छाया रहता है और लोग सड़कों के किनारे लगे वृक्ष की छाया में आराम फरमाते नजर आ रहे हैं। हालांकि शाम 4 बजे के बाद धूप कम होने पर शहर की सड़कों, बस स्टैंड, सहित बाजारों व अन्य स्थानों में लोगों की भीड़ दिखाई दे रही है। कुल मिलाकर कहा जाए तो यहां भीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है

पेयजल की बढ़ी मांग
जैसे-जैसे तापमान में इजाफा हो रहा है वैसे वैसे शहर में शीतल पेयजल की मांग बढ़ने लगी है इसमें कोल्ड ड्रिंक, ठंडी पानी बोतल, पानी पाउच, ठंडाई, मॉकटेल सहित अन्य शीतल पेय जल की मांग में इन दिनों काफी बढ़ोतरी देखी जा रही है साथ ही शहर के शासकीय अर्थशास्त्री व निजी कार्यालयों में पानी केन की मांग में एक बार फिर इजाफा हो चुका है।

कई क्षेत्रों में गहराया जल संकट
आग उगल रहे सूरज और हलाकान करने वाली गर्मी से जिला मुख्यालय सहित जिले के कई क्षेत्रो में जल संकट गहरा गया है। ग्रामीण क्षेत्र में जहां नदी,कुआ, तालाब का जलस्तर गिरने लगा है तो वहीं कई हैंडपंप पानी की जगह खाली हवा फेक रहे है।जिलें कें ऐसे कई ग्रामीण इलाके है।जहां जल संकट की स्थिति निर्मित होने लगी है।

मरीजों की संख्या में हुई वृद्धि
चुभन दे रही भीषण गर्मी, धूप के थपेड़े और जिले भर में चल रही गर्म हवाओं के चलते लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है और लोग बुखार, उल्टी, दस्त सिर दर्द सहित अन्य स्वास्थ्य संबंधी शिकायत लेकर शासकीय व निजी अस्पताल पहुंचने लगे हैं साथ ही अस्पतालों में रोजाना ही मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है।

अभी से नौतपा का हो रहा एहसास
शहर का तापमान इन दिनों सातवें आसमान पर है और रोजाना ही तापमान में वृद्धि देखी जा रही है। हालांकि नौतपा लगने को अभी 5 दिनों का समय है फिर भी अभी से नौतपा का एहसास होने लगा है। और तापमान लगातार बढ़ते जा रहा है।आलम कुछ इस तरह है कि वर्तमान समय में जब इतना अधिक तापमान बढ़ गया है और भीषण गर्मी पड़ रही है तो फिर नौतपा में क्या हाल होगा यह ख्याल लोगों को विचलित कर रहा है।

सभी लू से बचे रहे- वैज्ञानिक धर्मेंद्र आगाशे
मौसम में आए फिर बदलाव और तापमान में आए पुनः उछाल को लेकर दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र बड़गांव मौसम वैज्ञानिक धर्मेंद्र आगाशे ने बताया कि वर्तमान समय में लू जैसी स्थिति बन गई है इस लू से सभी को बचना चाहिए। हमारा निवेदन है कि लोग सुबह और शाम काम करें। धूप में निकलने से बचें। अति आवश्यक होने पर गमछा या टोपी पहन कर ही धूप से निकले। पानी की समुचित व्यवस्था रखें ,वही घर में बने पेयजल जैसे नींबू शरबत,ओआरएस घोल, छाछ या आम का पना आदि का उपयोग करें। किसान भाई भी सुबहा या शाम को ही खेत में काम करें, दोपहर में काम करने से उन्हें लू लग सकती है। मवेशियों को तीन बार दिन में ठंडा स्वच्छ पानी पिलाएं, गाय भैंस को धूप में ना चराएं। मौसम वैज्ञानिक आगाशे ने आगे बताया कि पिछले साल इसी समय 37 डिग्री सेल्सियस तापमान था जबकि इस साल तापमान 42 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। जिससे सभी को बचना चाहिए।

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