भोपाल: पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा मालेगांव ब्लास्ट में बरी हो गई हैं। इसी ब्लास्ट के बाद देश में हिंदू आतंकवाद की चर्चा हुई थी। बीजेपी और पूर्व सांसद यह आरोप लगाती रही हैं कि कांग्रेस ने हिंदू आतंकवाद नाम दिया था। साध्वी प्रज्ञा के बरी होने के बाद इस पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का रिएक्शन आया है। उन्होंने कहा है कि धर्म के आधार पर आतंकवाद नहीं होता है।
दिग्विजय सिंह ने क्या कहा
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि न हिंदू आतंकवाद होता न मुस्लिम आतंकवाद होता है। कुछ लोग होते हैं जो धर्म को नफरत के लिए इस्तेमाल करता है, वही आतंकवादी होता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हिंदू टेरर का शब्द नहीं दिया ये बिल्कुल गलत है। धर्म के आधार पर आतंकवाद नहीं होता है। दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि न हिंदू आतंकवाद होता न इस्लामिक आतंकवाद होता है। हर धर्म सद्भाव और सत्य अहिंसा का रूप है। न सिख आतंकवादी होते हैं न ईसाई होते हैं।
दिग्विजय सिंह को घेरती रही है बीजेपी
दरअसल, हिंदू आतंकवाद के मुद्दे पर बीजेपी के निशाने पर दिग्विजय सिंह रहे हैं। बीजेपी यह आरोप लगाते रही है कि हिंदुओं को बदनाम करने के लिए दिग्विजय सिंह ने ही हिंदू आतंकवाद की थ्योरी गढ़ी थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ हिंदू आतंकवाद का मुद्दा उठाया था। इसे मुद्दे को मजबूती देने के लिए बीजेपी ने उनके खिलाफ साध्वी प्रज्ञा को उतारा था। साध्वी प्रज्ञा ने उस चुनाव में दिग्विजय सिंह को तीन लाख वोटों से हराया था।
षड्यंत्र समाप्त हो गया
बीजेपी प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने एक्स पर लिखा कि मालेगांव बम विस्फोट के झूठे केस के माध्यम से हिन्दू ,हिंदुत्व और सनातन को बदनाम करने का षड्यंत्र आज समाप्त हो गया । कांग्रेस के तुष्टीकरण प्रेमी नेताओं को जिनमें कांग्रेस का प्रथम परिवार, तत्कालीन केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार, फिर पी चिदंबरम और तुष्टीकरण के ब्रांड एंबेसडर दिग्विजय सिंह क्या आप हिन्दुओं से माफ़ी मांगेंगे।