बालाघाट/ ग्रामीण थाना क्षेत्र में आने वाले ग्राम आमगांव में परिवर्तित भू-राजस्व एवं परिवर्तित उपकर की वसूली करने गए पटवारी को एक ही परिवार के तीन लोगों ने घेर कर मारपीट कर दिए और उसे जान से मारने की धमकी दे दी। ग्रामीण पुलिस ने पटवारी योगेश मेश्राम 32 वर्ष वार्ड नंबर 13 बूढ़ी बालाघाट निवासी द्वारा की गई रिपोर्ट पर शीला चौरे उसके पति सकेंद्र चौरे और बेटा राहुल चौरे सभी आमगांव निवासी के विरुद्ध शासकीय कार्य के दौरान शासकीय कर्मचारी को मारपीट जान से मारने की धमकी देकर शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने के आरोप में अपराध दर्ज कर जांच शुरू की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 3 अक्टूबर को 4:30 बजे करीब योगेश मेश्राम अपने पटवारी हल्का अंतर्गत ग्राम आमगांव परिवर्तित भू राजस्व एवं परिवर्तित ऊपर वसूली के कार्य से अपने साथी पटवारी देवेंद्र चतुर्वेदी के साथ मोटरसाइकिल में ग्राम आमगांव गए थे। शीला चौरे पति सुकेंद्र चौरे के द्वारा 3 साल से डायवर्सन वसूली राशि जमा नहीं की जा रही थी। योगेश मेश्राम ने शीला चौरे की दुकान के सामने जाकर राशि जमा करने के लिए कहे थे। तभी उसके पुत्र राहुल चौरे ने फोन पे के माध्यम से 900 रुपये जमा कर दिया था। जब यह बात शीला चौरे को पता चली तो वह पटवारी योगेश मेश्राम के पास आकर कहने लगी कि मेरे घर से वसूली करने की हिम्मत कैसे हुई और शीला चौरे पटवारी योगेश मेश्राम को अश्लील गालियां देते हुए विवाद करने लगी जिसे योगेश मेश्राम के साथी पटवारी देवेंद्र चतुर्वेदी ने समझाया और गाली देने से मना किया तो शीला चौरे, पटवारी योगेश मेश्राम को मारपीट करने आमाद हो गई। इस दौरान शीला चौरे का पति सुकेंद्र चौरे और उसका बेटा राहुल चोरे भी आ गए। जिन्होंने मोटरसाइकिल को अपने दुकान के सामने खड़ी कर दी और तीनों ने पटवारी योगेश मेश्राम और देवेंद्र चतुर्वेदी को घेर लिए और बेग से शासकीय दस्तावेज खींचने का प्रयास करने लगे।सुकेन्द्र चोरे बांस का डंडा लेकर आया और मारने लगा तभी पटवारी योगेश मेश्राम ने हटकर अपनी जान बचाई। पटवारी योगेंद्र मेश्राम ने मोबाइल से अपने अधिकारियों, साथी पटवारी को घटना के संबंध में बताया। कुछ देर बाद कोटवार लता डोंगरे और गांव के लोग भी आ गए जिन्होंने शीला चोरे और उसके पति सुकेन्द्र चौरे बेटे राहुल को समझाएं। इसके बाद पटवारी योगेश मेश्राम और देवेंद्र चतुर्वेदी मुश्किल से इन लोगों से बचते हुए वहा से निकले उसके बावजूद भी शीला चौरे उसके पति सुकेद्र चौरे और बेटे राहुल चौरे ने योगेश मेश्राम को वसूली करने दोबारा यहां आने पर जान से मार डालने की धमकी दे दी। इसके बाद पटवारी योगेश मेश्राम अपने साथी पटवारी देवेंद्र चतुर्वेदी के साथ तहसील कार्यालय बालाघाट पहुंचे और साथी पटवारी को घटना के संबंध में बताने के बाद ग्रामीण थाना पहुंचे। ग्रामीण पुलिस ने पटवारी योगेश मेश्राम द्वारा की गई रिपोर्ट पर शीला चौरे उसके पति सकेंद्र चौरे और बेटा राहुल चौर के विरुद शासकीय कर्मचारी को शासकीय कार्य के दौरान मारपीट और जान से मारने की धमकी देकर शासकीय कार्य में व्यवधान उत्पन्न करने के आरोप में धारा 126,132,121(1), 296,351(3),3(5) भारतीय न्याय संहिता के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की है।