लोक शिक्षण संचनालय मध्य प्रदेश भोपाल द्वारा 20 मई से कक्षा 10वीं कक्षा 12वीं की पुनः परीक्षाएं शुरू कराई गई है। जहां रुक जाना नहीं ओपन बोर्ड के माध्यम से कराई जा रही यह परीक्षा आगामी 6 जून तक चलेंगी। इसके लिए संपूर्ण बालाघाट जिले में बालाघाट ब्लॉक को ही केंद्र बनाया गया है। जहां बालाघाट नगर के 9 स्कूलों को सेंटर बनाकर उन स्कूलों में रुक जाना नहीं के तहत कक्षा 10वीं कक्षा 12वीं की परीक्षाएं ली जा रही है। लेकिन कई सेंटर में इन परीक्षाओं को लेकर व्यापक इंतजाम नहीं किए गए हैं।जहां पर्याप्त रौशनी की व्यवस्था नही है।तो वही हवा के लिए ठीक से पंखों व कूलर की व्यवस्था भी नहीं की गई है ।यहां तक की परीक्षार्थियों के लिए पीने का ठंडा पानी तक मुहैया नहीं कराया जा रहा है। जिसके चलते रुक जाना नहीं के तहत परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसका एक नजारा शनिवार को नगर पालिका के महात्मा गांधी म्युनिसिपल स्कूल में देखने को मिला।जहां एग्जाम सेंटर के कमरों में ना तो पर्याप्त रौशनी दिखाई दी और ना ही हवा के व्यापक इंतजाम देखने को मिल रहे है। जहां दिखाने के लिए पंखे तो लगाए गए हैं लेकिन उन पंखों से हवा तक नहीं आ रही है, तो कई पंखे बंद पड़े हैं। ऐसे में परीक्षार्थी को परीक्षा देने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो वही वे इस भीषण गर्मी में टंकी का पानी पीने के लिए मजबूर हैं।हालांकि स्कूल प्रबंधन द्वारा दो स्थानों पर पानी के मटके रखे गए हैं। वही एक स्थान पर स्टील की टँकी भी पानी से भरकर रखी गई है।लेकिन धूप अधिक होने के चलते उन मटकों में भी पानी ठंडा नहीं हो पा रहा है।जिसके चलते बोर के माध्यम से प्लास्टिक की टंकी में की गई पानी सप्लाई से ही परीक्षार्थी अपनी प्यास बुझाने के लिए मजबूर हैं। जिस पर आपत्ति जताते हुए परीक्षार्थियों के अभिभावकों ने व्यवस्था में सुधार किए जाने की मांग की है।
लगभग 600 बच्चों का सेंटर, व्यवस्थाएं कुछ भी नहीं
बताया जा रहा है कि ओपन बोर्ड द्वारा रुक जाना नहीं के तहत कक्षा दसवीं कक्षा बारहवीं की परीक्षाएं 20 मई से 6 जून तक आयोजित की गई है।जिसके लिए नगर पालिका के महात्मा गांधी म्युनिसिपल स्कूल को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया है जहां कक्षा 12वीं की परीक्षाएं सुबह 8 बजे से 11 तक ,तो वही कक्षा दसवीं की परीक्षा दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक दो पाली में आयोजित की गई है।जहां दोनों पाली में लगभग 300-300 परीक्षार्थियों का समावेश है।इस तरह लगभग 600 परीक्षार्थियों का केंद्र होने के बावजूद भी यहां परीक्षार्थियों की संख्या के हिसाब से व्यवस्थाएं देखने को नहीं मिल रही है।जहां इन परीक्षार्थियों को पर्याप्त रौशनी ,हवा और ठंडा पीने का पानी तक की मूलभूत सुविधा भी नहीं मिल रही है। जिस पर अभिभावकों ने आपत्ति जताते हुए व्यवस्थाओं में सुधार किए जाने की मांग की है। तो वही स्कूल प्रबंधन द्वारा अतिरिक्त फंड न होने का हवाला देते हुए नपा द्वारा ही संपूर्ण व्यवस्था किए जाने की बात कही जा रही है।
कमरों में लगा दिए, खंभों में लगाने वाले ब्लफ
शनिवार को नगर पालिका के महात्मा गांधी म्युनिसिपल स्कूल का निरीक्षण करने पर यह बात देखने को मिली कि पर कक्षा में रोशनी के लिए बड़े-बड़े बल्ब लगाए गए हैं जहां छोटे से कमरे में स्ट्रीट लाइट के खम्बो में लगाने वाले बल्फ़ लगाए जाने से बच्चों को प्रश्न पत्र पढ़ने और उसे हल करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते परीक्षार्थी खुद बल्फ़ बंद करने के लिए कह रहे हैं। जहां ब्लफ बंद होने के चलते कमरों में पर्याप्त रोशनी नहीं आ पा रही है और इस अपर्याप्त रोशनी में बच्चों को प्रश्न पत्र हल करना पड़ रहा है। वही खम्बो में लगने वाले बल्फ़ कमरों में लगाए जाने से कमरों का टेंपरेचर भी काफी अधिक बढ़ गया है।वही हवा के लिए कमरों में लगाए गए कुछ पंखे बंद है तो कुछ मध्यम गति से घूम रहे हैं जिनसे हवा तक नहीं आ पा रही है।शायद यही वजह है कि परीक्षा देने में परीक्षार्थियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ठंडा पानी खरीद कर बुझा रहे प्यास
इस एग्जाम सेंटर में ठंडे पेय जल की कोई सुविधा नहीं है जिसके चलते परीक्षार्थियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो वही उनके अभिभावक भी काफी परेशान है बताया जा रहा है कि जिले में किसी भी ब्लॉक को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है। केवल बालाघाट नगर में केंद्र बनाकर परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। जिसके चलते बैहर परसवाड़ा बिरसा लांजी सहित सभी दूर-दराज क्षेत्रों के परीक्षार्थीयो को परीक्षा देने बालाघाट आना पड़ रहा है।
20 का ठंडा पानी खरीद कर बच्चों को देना पड़ रहा है- उल्लास पटले
मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान परसवाड़ा क्षेत्र से आए अभिभावक उल्लास पटले ने बताया कि परीक्षा केंद्र में ठंडा पानी की व्यवस्था नहीं है इसीलिए हमें 20 रु की ठंडी पानी की बोतल खरीद कर बच्चों को देना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि वे परसवाड़ा से आए हैं यहां उनका कोई घर नहीं है कोई पहचान वाला नहीं है। केंद्र में ठंडा पानी की व्यवस्था नहीं है। बच्चे गर्म पानी कैसे पिए इसीलिए मजबूरी में हर पेपर में बच्चों को 20रु की बोतल खरीद कर देना पड़ता है।
सभी व्यवस्था नगर पालिका की है- रहांगडाले
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान नगर पालिका महात्मा गांधी म्युनिसिपल स्कूल प्रभारी प्राचार्य श्री रहांगडाले ने बताया कि यहां 300 से अधिक बच्चे हैं स्टाफ की कमी है मात्र तीन रेगुलर शिक्षक है जबकि 13 अतिथि है इससे स्कूल संचालन में परेशानी होती है। परीक्षा से जुड़ी अव्यवस्थाओं को लेकर उन्होंने बताया कि यहां पीने के पानी की भरपूर व्यवस्था है स्कूल में बोरिंग लगा है बच्चों को ताजा पानी पिलाया जाता है।घड़े व टंकी में भी पानी भरकर रखा गया है।ठंडे पानी की व्यवस्था नही है। हमने पंखे ना चलने की शिकायत नगर पालिका में की है। कल ही कर्मचारियों ने आकर दो पंखे सुधरे थे।
बाकी पंखों की व्यवस्था भी बनाई जा रही है। बड़े लाइट नगर पालिका ने लाकर लगाए है ताकि पूरे कमरे में प्रकाश आ सके। इससे बच्चों को परेशानी हो रही है तो इस बारे में हम कुछ नहीं कह सकते जो भी व्यवस्था करना है वह नगर पालिका की व्यवस्था है।