लाखों रुपए की मिसिंग खेल सामग्रियों को लेकर पीजी कॉलेज में पिछले कुछ दिनों से चल रहे विवाद में आखिरकार वही हुआ जिसकी आशंका सूत्रों द्वारा जताई गई थी।
जहां शुक्रवार को अपलेखन कमेटी की निगरानी में की गई खेल सामग्रियों की लिस्टिंग के बाद खराब सामान को रातों-रात जलाकर नष्ट किया गया।
जिससे 4 लाख 31हज़ार 462रुकी खेल सामग्रिया मिसिंग होने के आरोप में घिरे प्रोफेसर अरविंद चंद तिवारी को काफी हद तक राहत मिल गई है।
हालांकि रातों-रात जलाई गई खेल सामग्रियों में कौन-कौन से खेल सामग्रियां मिसिंग है और कौन-कौन से सामानों को जलाकर नष्ट किया गया है। यह अब तक सार्वजनिक नहीं किया गया है।
कॉलेज प्रबंधन द्वारा खराब खेल सामग्रियों को शनिवार को जलाकर नष्ट किए जाने की जानकारी दी गई थी।
लेकिन शुक्रवार देर रात ही आनन-फानन में लिस्टिंग की गई खराब खेल सामग्रियों को जलाकर नष्ट कर दिया गया है जिससे 4 लाख 31हजार 642 रु की मिसिंग खेल सामग्री के आरोप में चौतरफा घिरे प्रोफ़ेसर अरविंद चंद तिवारी को इस झंझट से काफी हद तक मुक्ति मिल गई है।
वहीं अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्रीड़ा विभाग स्टाफ में रखी गई कौन कौन सी खेल सामग्रियों गुम हुई है और प्रोफेसर अरविंद चंद तिवारी को कौन-कौन सी खेल सामग्रियां लाकर कॉलेज में जमा करना है या कौन-कौन से खेल सामग्रियों की कुल कितनी रकम जमा करनी है। कुल मिलाकर कहा जाए तो सूत्रों ने जो आशंका जताई थी वह आशंका सच साबित हुई है और इस पूरे मामले में आरोपों से घिरे प्रोफ़ेसर अरविंद चंद तिवारी को इस झंझट से काफी हद तक मुक्ति मिल गई है
पीजी कॉलेज प्राचार्य डॉ गोविंद सिरसाठे ने बताया कि उनकी रिश्तेदारी में गमी हो गई है जिसके चलते वे छुट्टी पर हैं। निजी कार्यक्रम में व्यस्त होने के चलते वे फिलहाल इसकी जानकारी नहीं दे पाएंगे इस पूरे मामले की जानकारी सोमवार को दी जाएगी।