जनपद पंचायत वारासिवनी अंतर्गत ग्राम पंचायत एकोड़ी के ग्राम पुसुटोला के ग्रामीणों ने 6 जुलाई को तहसील कार्यालय पहुंचकर तहसीलदार के नाम ज्ञापन सौंपकर शासकीय प्राथमिक शाला पुसुटोला की भूमि पर किए गए कब्जे को हटाकर भूमि को स्कूल के अधीन कराए जाने की मांग की है। ज्ञापन में उल्लेखित है कि ग्राम पंचायत एकोड़ी अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला पुसुटोला के नाम से आवंटित शासकीय भूमि खसरा नंबर 157/3, रकबा 0.162 हेक्टेयर एवं खसरा नंर 157/5 रकबा 0.647 हेक्टेयर भूमि आरक्षित है। जिस पर पिछले 40 से 45 वर्षो से शासकीय प्राथमिक शाला पुसुटोला एकोड़ी के कब्जा मालकी में चले आ रही है। उक्त खसरा रकबा की भूमि पर स्कूल के बच्चो के खेल कूद व स्कूल के संचालन के लिए उपयोग में लिया जा रहा है। इस भूमि से जो आय प्राप्त होती है उसका उपयोग स्कूल के लिए किया जाता रहा है। यह भूमि वर्तमान में स्कूल के नाम दर्ज है इस प्रकार उक्त भूमि पूर्ण रूप से स्कूल के अधिन चले आ रही है। यह शासकीय भूमि पर वर्तमान मे डॉक्टर नेहरू पिता भिवा उइके, खुमान पिता मूलचंद उइके दोनों निवासी दन्दूटोला एकोड़ी के द्वारा कृषि कार्य करने के लिये जुताई कर बोनी की गयी है। इस कारण स्कूल प्रबंधन को उक्त भूमि से होने वाली आय से भी वंचित होना पडेगा क्योंकि अनावेदकगण के द्वारा अतिक्रमण कर अपना कब्जा किये जाने से स्कूल प्रबंधन को भी क्षति कारित होगी प्राप्त होने वाली आय से भी स्कूल प्रबंधन को वंचित होना पड़ेगा। इस स्थिति में उपरोक्त शासकीय मद की भूमि जो वर्तमान में स्कूल प्रबंधन के नाम एवं कब्जा मे चले आ रही है पर अनावेदकगण के द्वारा अतिक्रमण किये जाने के संबंध में तत्काल उचित कानूनी कार्यवाही किया जाना न्यायोचित होगा। जिसके लिए शासन प्रशासन से मांग है कि वह उक्त खसरा रकबा की शासकीय भूमि जो स्कूल प्रबंधन के कब्जा एवं मालकी की है जिस पर अनावेदकगण के द्वारा जुताई की गयी है उस पर तत्काल उचित कानूनी कार्यवाही कर दंडित किया जाये। इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जन मौजूद रहे।
ग्रामीण सालिकराम भगत ने पदमेश से चर्चा में बताया कि उनके ग्राम पुसुटोला में प्राथमिक स्कूल की जमीन थी जो शासन की जमीन है। उस पर दन्दू टोला के लोगों ने कब्जा कर लिया है जिससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। वर्ष 1980 में यह जमीन स्कूल को दिए थे इस दौरान 1981 और 82 में मेरे द्वारा स्कूल में पढ़ाया गया है जमीन 1985 में निकाली गई थी 2 एकड़ जमीन है। स्कूल की जगह पर दन्दू टोला के कुछ ग्रामीणों ने कब्जा कर लिया है हम चाहते हैं कि उनका कब्जा हटाया जाये।
ग्रामीण पूरनलाल राहंगडाले ने बताया कि हमारे पूर्वजों के द्वारा शासकीय प्राथमिक शाला पुसुटोला के लिए जमीन सुरक्षित रखी गई थी। उस पर अवैध रूप से दन्दूटोला के ग्रामीणों ने कब्जा कर लिया गया है जिसमें मुख्य रुप से नेहरू उइके खुमान सिंह उईके सहित अन्य लोग हैं जिस पर राजस्व विभाग जांच करेगा तो और लोगों को पार्टी बनायेगे। वह भूमि हमे वापस किया जाये यही मांग लेकर हम ग्रामीण लोग यहां पर आए हुए हैं।
ग्रामीण कमलेश परिहार ने बताया कि हमारे यहां 1985 से हरित क्रांति की भूमि है जिसका उपयोग शासकीय प्राथमिक शाला के द्वारा किया जाता है और उसी के नाम से यह भूमि दर्ज है। जिसका उपयोग विभिन्न कार्यों और बच्चों की गतिविधियों के लिए किया जाता है। वहां पर दन्दू टोला के लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर फसल लगा दी है। श्री परिहार ने बताया कि यह जमीन स्कूल के द्वारा किसानों को ठेके पर दी जाती थी और जो भी आये इस जमीन से होती थी वह स्कूल के कार्यों के लिए खर्च की जाती थी। परंतु वहां पर नेहरू उइके खुमान सिंह उईके व अन्य ने फसल लगा दी है हम चाहते हैं कि वह जमीन स्कूल की है और उसे पुनः स्कूल के अधीन किया जाये।