पेंगोलिन अवशेष की विदेशों में तस्करी करने वाले 2 आरोपी गिरफ्तार

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दुर्लभ वन्य प्राणी पैंगोलिन का शिकार कर उसकी विदेशो में तस्करी करने वाले दो आरोपियों को जिला सिवनी कचहरी चौक से गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी पिछले दो वर्षों से फरार चल रहे थे।जिनके विरूद्ध माननीय न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी लांजी बालाघाट द्वारा स्थाई गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था।बताया जा रहा है कि स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स मध्यप्रदेश क्षेत्रीय इकाई जबलपुर, वनमंडल दक्षिण बालाघाट ,वनमंडल दक्षिण सिवनी औऱ पुलिस थाना लांजी के द्वारा संयुक्त रूप से घेराबंदी कर कचहरी चौक सिवनी से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार आरोपियों में अमुल्य पिता अमृत मण्डल उम्र 28 वर्ष निवासी भेरबेरी पोस्ट भाटिया कुटी जिला कुचबिहार पश्चिम बंगाल और दुसरा आरोपी अमिर हुसैन पिता गिलानी हुसैन उम्र 28 वर्ष निवासी औलिया बाजार सिलचर जिला कछार असम प्रदेश के नाम का शमावेश है।इन दोनो पर वन्य प्राणी अधिनियम की धाराओ के तहत पीओआर क्रमांक 11614/2014 धारा 2(16) 20, 09, 39, 44,एएबी 50, 51, 52 वन्य प्राणी अपराध के तहत लांजी पुलिस ने जिला सिवनी से गिरफ्तार किया। जिन्होंने गुरुवार को माननीय न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी लांजी जिला बालाघाट में पेश कर जेल भेजा गया है। दोनो ही स्थाई वारंटी की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी दिनेश सोलंकी के नेतृत्व में एएसआई तोपसिंह उइके, आरक्षक नरेन्द्र सोनवे, मनोज गुर्जर, नवीन कुल्हाड़े का सराहनीय योगदान रहा है

2 वर्षो से फरार थे आरोपी,लांजी न्यायालय में जारी किया था वारंट
प्राप्त जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के विरूद्ध वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं के अर्न्तगत वनमंडल दक्षिण बालाघाट में वन अपराध प्रकरण क्रमांक 11614/20 दिनांक 20 सितंबर 2014 वन्यप्राणी पेंगोलिन के शिकार व उसके अवयवों की तस्करी के संबंध में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था। विगत 2 वर्षों से उक्त आरोपी फरार थे तथा इसके विरूद्ध माननीय न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी लांजी जिला बालाघाट द्वारा स्थाई गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। जिन्हें स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स द्वारा पकड़ने के लिये लगातार प्रयास किया जा रहा था। लेकिन वे गिरफ्त में नहीं आ रहे थे।जिन्हें द्वारा लांजी पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेजा गया है।

व्यापारी के मार्फ़त विदेशों में करते थे तस्करी
बताया जा रहा है कि गिरफ्त में आए आरोपियों द्वारा पेंगोलिन के स्केल्स मुख्यत: उडीसा, छत्तीसगढ़, आन्ध्रप्रदेश, मध्यप्रदेश से खरीदे जाते है जिसे असम, मिजोरम, मेघालय के व्यापारी को बेचा जाता है जहां व्यापारियों के द्वारा उसे म्यानमांर (बर्मा) होते हुये चीन भेजा जाता है।
एसटीएसएफ द्वारा दुर्लभ प्रजाति वन्यप्राणी पेंगोलिन के अवयवों की तस्करी का अतंर्राज्यीय एवं अतंर्राष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। इसमें 197 आरोपियों को देश के 15 राज्यों से गिरफ्तार किया जा चुका है। इंटरपोल द्वारा पेगोंलिन को विश्व में सबसे ज्यादा तस्करी किया जाने वाला स्तनपायी कहा है। वन्यप्राणी पेंगोलिन के अवयवों की तस्करी एशिया एवं अफ्रीका के कई देश से की जाती हैं। इसकी मांग मुख्यत: चीन, म्यामार, थाईलैंड, मलेशिया, हॉगकॉग और वियतनाम आदि देशों में है।

मुखबिर की सूचना पर की गई कार्रवाई
बताया जा रहा है कि स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि उक्त दोनों आरोपी सिवनी के आसपास में आये हुये है।मुखबिर की उक्त सुव्हना पर कार्यवाही करते हुए संयुक्त दल द्वारा कचहरी चौक के पास घेराबंदी की गई। उक्त हुलिये अनुसार संदिग्ध व्यक्ति को रोक कर पूछताछ की गई उन्होंने अपना नाम आमिर हुसैन और अमूल्य मंडल बताया, जिन्हें गिरफ्तार कर लांजी पुलिस को सौंपा गया। आरोपियों को माननीय न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी लांजी जिला बालाघाट में पेश कर जेल भेजा गया है।

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