फुटकर व्यापारियों से 10 की जगह वसूला जा रहा 25 रु का पर्ची शुल्क ?

0

बालाघाट(पदमेश न्यूज़)। नगरी क्षेत्र में सड़क किनारे फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले फुटकर व्यापारियों पर 18% जीएसटी लगाने और 10 की जगह उनसे 25 का पर्ची शुल्क वसूले जाने का एक ताजा मामला सामने आया है।जहां नगरी क्षेत्र के फुटकर व्यापारियों ने नपा के ठेकेदार पर पर्ची शुल्क के नाम पर अवैध वसूली किए जाने का आरोप लगाया है। तो वही 1 जुलाई से 18 प्रतिशत जीएसटी के साथ अधिक शुल्क वसूली किए जाने पर ऐतराज जताते हुए मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर मामले की शिकायत की है। जहां जनसुनवाई में कलेक्टर व अन्य अधिकारियों से ठेकेदार की शिकायत करते हुए फुटकर व्यापारियों ने ठेकेदार की जगह नपा कर्मचारियों के माध्यम से फुटकर व्यापारियों से पर्ची शुल्क वसूल करने ,फुटकर व्यापारियों से नियम के तहत 10 रु प्रतिदिन का शुल्क लेने, शुल्क वसूली के नाम पर ठेकेदार की मनमानी व अवैध वसूली पर रोक लगाने और मामले में वैधानिक कार्यवाही किए जाने की गुहार लगाई है।जहां उन्होंने पर्ची शुल्क के नाम पर ठेकेदार द्वारा की जा रही इस अवैध वसूली पर रोक न लगाने पर समस्त फुटकर व्यापारियों को एक साथ लेकर नपा व ठेकेदार के खिलाफ जन आंदोलन किए जाने की भी चेतावनी दी है।

जीएसटी के नाम पर की जा रही जबरन अवैध वसूली
नगर पालिका क्षेत्र में फुटकर व्यापारियों से जीएसटी के नाम पर ठेकेदार के लोगो के द्वारा तय राशि से अधिक राशि की वसूली करने का मामला सामने आया है, जिसकी शिकायत करते हुए फुटकर व्यवसायियों ने बताया की जीएसटी के नाम पर जरुरत से ज्यादा ही ठेकेदार के लोगो के द्वारा जबरन वसूली की जा रही है जिससे वे परेशान है।उन्होंने बताया है की वे 10 रूपये की रसीद कटाते आये है अब जीएसटी का हवाला देकर ठेकेदार के लोगो के द्वारा 25 रूपये वसूल किये जा रहे है। जिससे उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस मनमानी को रोकने के लिए वे कलेक्टर से शिकायत करने आये है।

नपा के कर्मचारियों से कराए वसूली – नसीम
फुटकर व्यापारी अब्दुल नसीम खान ने बताया कि हमसे ठेकेदार के लोग अवैध वसूली कर रहे हैं। नियम के तहत 10 रु की जगह 25रु का पर्ची शुल्क लिया जा रहा है। जबकि उसकी रसीद भी नहीं दी जा रही है। रसीद मांगो तो बोलते हैं कि पहले दुकान का नाप जोक करेंगे उसके बाद रसीद देंगे।हमारी मांग है कि इस अवैध वसूली पर रोक लगाई जाए और ठेकेदार की जगह नपा के कर्मचारियों के माध्यम से राजस्व शुल्क वसूला जाए।

तो समस्त फुटकर व्यापारी जन आंदोलन करेंगे- दिलीप गुप्ता
फुटकर व्यापारी दिलीप कुमार गुप्ता ने बताया कि पर्ची शुल्क के नाम पर ठेकेदार द्वारा अवैध वसूली की जा रही है। 10रु की जगह 25रु वसूला जा रहा है। जब नगर पालिका हमसे शुल्क वसूल लेती थी तो 10रु लेती थी, लेकिन अब ठेकेदार द्वारा कभी रसीद देते हैं कभी रसीद भी नहीं देते और 25 रु शुल्क वसूल रहे है। 10 की जगह 20 रु का शुल्क और 5रु जीएसटी मिलकर कुल 25 रु की वसूली की जा रही है। अभी बरसात में काम धंधे कम हो गए है। हमारी कमाई भी नहीं हो पा रही है। अभी 1 तारीख से पैसे बढ़ाकर लिए जा रहे हैं। जो बचत होती है वह नगर पालिका को दे देंगे तो हम क्या खाएंगे ,हमारे भूखे मरने की नौबत आ जाएगी। हमारी मांग है कि नपा खुद इस व्यवस्था को देखे। किसी और को वसूली का ठेका ना दे, यदि हमारी मांग पूरी नहीं होती तो फिर समस्त व्यापारियों को एकत्र कर नपा व ठेकेदार के खिलाफ जन आंदोलन किया जाएगा।

नपा और ठेकेदार की चल रही मनमानी- कारो लिल्हारे
वही इस मामले में नगर पालिका नेता प्रतिपक्ष कारो लिल्हारे ने नगर पालिका और ठेकेदार की मनमानी चलने की बात कहते हुए मामले में वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की है रही है।उन्होंने बताया कि कायदे से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के अनुरूप तो फुटकर व्यापारियों से वसूली ही नहीं किया जाना चाहिए लेकिन भाजपा शासित नगरपालिका ने अपने ही पूर्व मुख्यमंत्री के घोषणा को दरकिनार कर गरीब फुटकर व्यापारियों को प्रताड़ित करने ठेका दिया गया है।जब नगर पालिका बालाघाट द्वारा स्थाई अस्थाई दखल का टेंडर जब किया गया था तो हमने इसका खुलकर विरोध किया था।लेकिन हमारी नहीं सुनी गई। यदि 18 पर्सेंट जीएसटी भी लगाते हैं तो 12रु का शुल्क होता है। लेकिन ठेकेदार किसी से 25, किसी से 30, किसी से 50 तो किसी से 100 डेढ़ सौ रुपए की वसूली कर रहा है।18 प्रतिशत की जीएसटी महज 2 रु होगी। लेकिन यहां 100 से सवा 1
0 गुना जीएसटी ठेकेदार द्वारा वसूली की जा रही है।नगर पालिका अध्यक्ष ने इसका संज्ञान लेना चाहिए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here