भारत एवं प्रदेश सरकार के द्वारा हर घर नल हर घर जल योजना से हर एक व्यक्ति को जोड़ने का कार्य किया जा रहा है परंतु कई स्थानों पर यह योजना केवल देखने की वस्तु बनकर रह गई है जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला जनपद पंचायत वारासिवनी के ग्राम बकेरा का सामने आया है जहां पर लाखों रुपए की लागत से नल जल योजना का निर्माण किया गया है परंतु ग्रामीणों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। नल जल योजना के माध्यम से योजना के नाम को जिंदा रखने का कार्य किया जा रहा है उसके उद्देश्य पर पानी फेर दिया गया है। ऐसे में हर व्यक्ति परेशान है जो शासन प्रशासन से योजना के उद्देश्य को चरितार्थ करने की मांग कर रहे हैं और प्रत्येक घर लगे हर नल में पानी उपलब्ध कराने की मांग कर रहे हैं ताकि किसी को भी पानी के लिए परेशान और दूरी तय कर पानी प्राप्त करने के लिए अन्य जल स्रोत की तलाश न करना पड़े।
योजना की यह है स्थिति
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत बकेरा में वर्तमान तक दो नल जल योजना स्वीकृत होकर पूर्ण हो चुकी है। जिसमें पूर्व के समय में करीब वर्ष 2015 के आसपास एक नल जल योजना स्वीकृत हुई थी जिसके माध्यम से पानी की टंकी का निर्माण कर ग्राम में पाइपलाइन का विस्तार किया गया था। इसके बाद वर्ष 2020 के आसपास में एक और नल जल योजना स्वीकृत हुई जिसके तहत योजना के विस्तार का कार्य किया गया। जिसमें ग्राम के दूरस्थ स्थान एवं अर्जुन टोली को जोड़ा गया जिसमें अन्य जगह पाइपलाइन तो डाली गई परंतु अर्जुन टोली में पूरी तरह पाइपलाइन का विस्तार कर प्रत्येक घर में नल कनेक्शन देकर बोर के माध्यम से डायरेक्ट पानी वितरण की योजना तैयार की गई। परंतु दोनों योजना के प्रति ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है क्योंकि ग्राम बकेरा में ग्रामीणों को पर्याप्त पानी नल जल योजना के माध्यम से नहीं मिल पाता है तो ऊंचे स्थानों पर पानी नहीं पहुंच पाता है। ऐसे में ग्रामीणों को ग्राम में स्थित हैंडपंप हुए एवं आस पड़ोस में स्वयं के जल स्रोत वाले पड़ोसियों के मकान से पानी लाने का कार्य किया जा रहा है तो वहीं अर्जुन टोली में बीते करीब 1 महीने से पानी की मोटर खराब हो गई है जिसके कारण पूरी टोली में पानी वितरण कार्य पूरी तरह बंद पड़ा हुआ है। जहां लोगों के द्वारा आस पड़ोस के पूरे हैंडपंप से निस्तार के लिए पानी लिया जा रहा है परंतु पीने के पानी के लिए करीब 1 किलोमीटर दूरी तय करना पड़ रहा है जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है। क्योंकि वर्तमान में चिल्लाती धूप में जल स्रोत पर भीड़ हो जाती है जिससे लोगों को अपना समय गंवाकर पानी प्राप्त करना पड़ रहा है ऐसे में ग्राम बकेरा के समस्त ग्रामीण के द्वारा पंचायत एवं शासन प्रशासन से आवश्यक सुधार कर नियमित रूप से ग्रामीणों को प्रतिदिन पानी उपलब्ध कराने की मांग की जा रही है।
जल संकट से ग्रामीणों को नहीं हो रहा प्राप्त पर्याप्त पानी
ग्रामीण स्तर पर प्रत्येक मकान में मानव के साथ मवेशी भी निवास करते हैं क्योंकि प्रत्येक परिवार खेती किसानी से जुड़ा होता है ऐसे में उनकी पानी की जरूरत भी बहुत ज्यादा होती है। इस परिस्थिति में नल जल योजना से नाम मात्र का पानी प्राप्त हो पा रहा है ऐसे में परिवार की पूर्ति करने के लिए परिवार के समस्त सदस्यों को ग्राम के विभिन्न जल स्रोत से पानी प्राप्त करना पड़ रहा है। जिससे उनके काम धंधे भी प्रभावित हो रहे हैं ऐसी स्थिति में जल स्रोत का भी जल स्तर बहुत नीचे चले जाने से यह परेशानी उत्पन्न हो गई है की निर्धारित समय में पर्याप्त पानी उक्त जल स्रोत से प्राप्त नहीं हो पा रहा है। ऐसा ही स्थिति नल जल योजना में भी बनी हुई है ऐसे में इस जल संकट से हर कोई जूझता हुआ दिखाई दे रहा है।
ग्रामीण विनेक सहारे ने बताया कि वह अर्जुन टोली में रहते हैं नल जल योजना हमारे यहां बंद पड़ी हुई है मोटर जल गई है जिसके कारण हमें पानी नहीं मिल रहा है तो समस्या हमारे यहां पर बनी हुई है। ऐसे में हम पूरे ग्रामीण ग्राम के कुएं और हैंडपंप से पानी लेट जा रहे हैं यह समस्या हमारे साथ एक महीना पहले से बनी हुई है जिसके कारण अब हम परेशान हो गए हैं। जब यह लाखों रुपए की योजना थी तो उसे सुधारा जाना था परंतु मोटर नहीं सुधारी गई है इसके लिए हमारे द्वारा कहा गया है पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
ग्रामीण एशलाल ठाकरे ने बताया कि पानी की समस्या विकराल हो रही है पानी नहीं मिल रहा है हैंड पंप पर हमें जाना पड़ रहा है वहां भी भीड़ रहने से समय लगता है जिससे हमारा समय बर्बाद होता है हमें भी काम धंधे पर जाना होता है। ऐसे में हर किसी को पानी की दिक्कत है और करीब 1 किलोमीटर दूरी तय कर पानी लाते हैं इसके लिए सरपंच को बोले थे पर अभी तक कुछ नहीं हुआ है मोटर बिगड़ने के बाद से कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि जो इस नल जल योजना का संचालन करता है उसे भी इधर ध्यान देना चाहिए तो वह भी ध्यान नहीं देने से अर्जुन टोली में पूरी योजना बंद पड़ी हुई है।
ग्रामीण ललिता उइके ने बताया कि हम अर्जुन टोली में रहते हैं जहां पर हमें पानी नहीं मिलता है ऐसे में बाहर दूर दराज के नल पर जाकर अपनी हमें लाना पड़ता है वहां भी हमें अच्छा पानी नहीं मिल पाता है। इसके लिए गांव के ही कुछ लोग हैं जिनके मकान में उन्होंने स्वयं के कुआ बोर किया हुआ है वहां पर जाकर हम पानी लाते हैं। पीने के पानी के लिए 1 किलोमीटर दूर जाते हैं हमारे घर के पास में भी हैंडपंप है किंतु उसका पानी पीने योग्य नहीं है बहुत कम पानी निकलता है जलस्तर बहुत नीचे जा चुका है। हमारी नल जल की मोटर बिगड़ी हुई है जिसका पानी हमें मिलता था जो अभी बंद पड़ा हुआ है।
पूर्व सरपंच मनोज बोपचे ने बताया कि ग्राम में नल जल योजना की बहुत बत्तर हालत है ठेकेदार के द्वारा पूरा गलत काम किया गया है हर घर में पानी पहुंचाने का काम नहीं हो पा रहा है। अर्जुन टोली में विस्तार किया गया है वहां पर मोटर बंद पड़ी हुई है पूरी योजना बंद पड़ी है जबकि उसे बनाकर लोगों को पानी देना चाहिए अभी गर्मी का समय चल रहा है। यहां पर पंचायत और ठेकेदार का पूरा काम है वर्तमान में बकेरा के लोग पानी के लिए त्राहि त्राहि कर रहे हैं जबकि लोगों के घर पानी पहुंचाने के लिए योजना बनाई गई है। 2015 के बाद योजना स्वीकृत हुई थी और कुछ वर्ष पहले अर्जुन टोली में विस्तार की योजना स्वीकृत हुई थी ऐसे में अर्जुन टोली में मोटर जल गई है। हमारे यहां दो योजना है जिसमें विस्तार वाली योजना शायद पंचायत को हस्तांतरण नहीं हुई है ऐसे में ठेकेदार की जिम्मेदारी है वहां पर 50 से ज्यादा परिवार है जो पानी से वंचित है। और यदि पंचायत को हस्तांतरण हो गई है तो जनप्रतिनिधि को इस समस्या पर ध्यान देना चाहिए।
इनका कहना है।
योजना पंचायत ने हैंडोवर ले ली है अर्जुन टोली में पानी की मोटर डाली हुई है इसके सुधार कार्य के लिए मिस्त्री को बुलाया गया है जिनके माध्यम से जल्द योजना चालू कर दी जाएगी। तो वही बकेरा में जल स्तर नीचे चला गया है जिसके कारण पानी का वितरण कम मात्रा में किया जा रहा है।