जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत भरवेली में एक दिन पूर्व ढाई वर्षीय मासूम बच्ची के अपहरण किए जाने का मामला सामने आया था। जहां बच्ची के अपहरण की शिकायत मिलने पर पुलिस ने मामले में तत्परता दिखाते हुए कुछ घंटे में मामले का खुलासा करते हुए बच्ची का अपहरण करने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका और भाजपा नेत्री को गिरफ्तार कर अपहरण की गई बच्ची को दस्तियाब कर उनके माता के सुपुर्द कर दिया था।उधर अपरण के इस मामले में पुलिस की गिरफ्तार में आई भाजपा नेत्री एवं पूर्व पार्षद सारिका बिसेन, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता योग्यता कावडे और भरवेली निवासी आंगनबाड़ी सहायिका उषा कठौते को सोमवार को न्यायालय में पेश किया गया।जहां से उन्हें न्यायालय अभिरक्षा में जिला जेल भेज दिया गया है।बच्ची का अपहरण के इसी मामले को लेकर पीड़ित परिवार और भरवेली के कुछ ग्रामीणों ने न्यायालय के बाहर अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए बच्ची के अपहरण में लिप्त सभी आरोपी महिलाओं पर वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की है।जहां उन्होंने इस मामले के बाद से क्षेत्र के पालकों में भय का वातावरण निर्मित, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं के प्रति विश्वास कम होने की बात कहते हुए मामले में वैधानिक कार्यवाही कर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए जाने की मांग की है
क्या है पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार वार्ड नंबर 11 के पूर्व पार्षद रामलाल बिसेन की पत्नी एवं भाजपा नेत्री सारिका बिसेन को बच्ची गोद लेना था, जिसके लिये उन्होंने बालाघाट की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता योगिता कावडे से संपर्क किया, जिस पर सारिका द्वारा योगिता को कहा गया कि वह आंगनवाडी कार्यकर्ता है और उनके संपर्क में ऐसी कोई छोटे बच्चे हो तो वह उन्हें बताएं, वह बच्ची गोद लेना चाहती है।इस पर बुलंद आवाज नारी शक्ति आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संगठन जिला अध्यक्ष योगिता कावडे ने भरवेली की आंगनबाड़ी सहायिका उषा कठौते से चर्चा की। जिस पर उषा ने सिवनी कैंप में एक ढाई वर्ष की बच्ची होना बताया। जब उसके पिता से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिका और पूर्व पार्षद सारिका बिसेन ने बच्ची को गोद लेने संबंधी चर्चा की तो बच्ची के पिता ने बच्ची को गोद देने से इनकार कर दिया।जिस पर सभी लोग घर वापस आ गए। बताया जा रहा है कि 2 दिन बाद जब बच्ची के परिजन बच्ची को आंगनबाड़ी में छोड़कर मजदूरी करने चले गए तब आंगनवाड़ी सहायिका उषा कठौते द्वारा बच्ची को सिवनी कैंप में खेलने के दौरान गांव से बाहर लाकर सारिका और योगिता को दे दिया गया।उधर सारिका और योगिता बच्ची को लेकर बालाघाट आ गए। उधर बच्ची के पिता सहित अन्य परिजनों द्वारा बच्ची की काफी खोजबीन की गई। लेकिन उसका कहीं पता नहीं लगा जिसके दूसरे दिन भी खोजबीन करने पर बच्ची की कही जानकारी नहीं लगी,जिस पर उसके पिता ने भरवेली पुलिस से संपर्क कर बच्ची के गुम होने की शिकायत दर्ज कराई ,जिसमें उन्होंने आंगनवाड़ी सहायिका उषा कठौते ,सारिका और योगिता के साथ हुई उनकी चर्चा पर शक जाहिर करते हुए मामले की जांच करने आवेदन दिया। साथ ही बेटी का अपहरण होने की शिकायत दर्ज कराई। जिस पर तत्परता दिखाते हुए पुलिस ने 14 जुलाई को बच्ची को सह कुशल आरोपी महलाओं के पास से दस्तियाब कर इस घटना में लिप्त सभी महिलाओं को गिरफ्तार कर थाना लाया था। जिन्हें आज न्यायालय में पेश कर न्यायायिक अभिरक्षा में जिला जेल भिजवा दिया गया है। अपहरण की इस घटना पर अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए बच्ची के पिता ,जनप्रतिनिधि एवं कुछ ग्रामीणों ने बच्ची के अपहरण कर्ताओं पर वैधानिक कार्यवाही कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाए जाने की मांग की है