वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। नगर में कृष्ण जन्माष्टमी पर्व धार्मिक मान्यताओं के अनुरूप मनाया गया। १६ अगस्त को भगवान श्री कृष्ण की मनमोहक प्रतिमाओं को हिदू द्यर्माबलंबियों ने विधि विधान से विराजमान कर १७ अगस्त की शाम को नगर स्थित वार्ड नं.१,२,३ व १४ से होकर गुजरने वाली बड़ी नहर, शिवधाम मोहल्ला, चंदन नदी, शंकर तालाब में शोभायात्रा के रूप में पहुॅचकर प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। इस दौरान प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सभी स्थानों पर मेले जैसा माहौल दिखाई दिया। तरह तरह की दुकाने जिसमें खाने की सामग्री सहित बच्चों के खिलौने व गुब्बारे की दुकाने सॅजी हुई दिखाई दिखी। वहीं कुछ स्थानों पर जम्पिंग झूला भी लगायें गये हुये थे। इस दौरान विसर्जन करने पहुंचे नन्हे मुन्ने बाल गोपाल के द्वारा खरीदी की गई तो वहीं झूलों का भी आनंद लिया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में नगर वासी विसर्जन स्थल पर मौजूद रहे जिनके द्वारा मेले का आनंद लिया गया। भगवान कृष्ण के विसर्जन के दौरान पूरा नगर कृष्णमयी माहौल में डूबा दिखाई दिया। छोटे छोटे नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा भगवान श्रीकृष्ण की वेशभूषा धारण कर भगवान श्रीकृष्ण का रूप धारण किया। वहीं सडक़ो पर श्रीकृष्ण का विसर्जन करने आये लोगों ने हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैयालाल की जैसे नारे लगाए जाते रहे। जिससे नगर गूंजाय मान होता रहा जिसने धर्ममयी कर दिया। विसर्जन के दौरान नगर के वार्ड नंबर ११ के वार्ड वासियों के द्वारा सामूहिक रूप से भगवान कृष्ण की प्रतिमा विसर्जन के लिए निकाली गई। जिसमें मार्ग पर मटकी फ ोड़ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वार्ड के ग्वालों की टोली के द्वारा गली के विभिन्न स्थानों पर मटकी बांधकर उसे फोडऩे का कार्य किया गया। इस दौरान वार्डवासियों के द्वारा भी जमकर उत्साह मनाते हुए घरों से पाइप के माध्यम से उन पर पानी बरसाया गया जहां लोगों की भीड़ लगी रही। नगर के समस्त विसर्जन स्थलों पर नगरवासी की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। वहीं पूरे क्षेत्र में पुलिस के द्वारा नजर बनाकर रखी गई। इस दौरान देखने में आया कि नगर के विसर्जन स्थल पर नगर पालिका के द्वारा प्रकाश व्यवस्था एवं चूना लाइन डालकर व्यवस्था बनाई गई थी। जहां पर व्यवस्थित रूप से लोगों ने मूर्तियों का विसर्जन किया हालांकि इस दौरान किसी प्रकार की दुर्घटना सामने नहीं आई।