बांसी पुलियां दुर्घटनाओं को दे रहा आमंत्रण

0

वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। वारासिवनी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत बासी से उमरवाड़ा मार्ग के मध्य में पुलियां बना हुआ है। जो वर्तमान में दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहा है जहां पर पुलियां के दोनों तरफ कच्चा मार्ग है जिसमें गिट्टी के बड़े पत्थर बाहर आ गए हैं। जबकि यह डामर मार्ग है जो पुलियां पर से नहीं बनाया गया है जहां से प्रतिदिन सैकड़ो की संख्या में राहगीर वारासिवनी सहित विभिन्न ग्राम पंचायतों के लिए आवागमन करते हैं। जिन्हें मौके पर बहुत ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तो वहीं कई बार लोग दुर्घटना ग्रस्त भी हो रहे हैं। इस पुलियां पर भी सेफ्टी को लेकर ध्यान नहीं दिया गया है जहां राहगीरो के द्वारा व्यवस्थित मार्ग बनाने पुलियां पर सेफ्टी वाल तैयार करने की मांग की जा रही है। ताकि हर कोई सुरक्षित आवागमन कर सके और उन्हें दिक्कतों का सामना नही करना पड़े।

निर्माण कंपनी एवं विभाग की लापरवाही हो रही उजागर

ग्राम पंचायत बांसी से उमरवाड़ा मार्ग पक्का मार्ग है जहां पर डामर सडक़ का निर्माण कुछ वर्षों पहले किया गया है। जिस पर से लोग आवागमन करते हैं परंतु यह डामर सडक़ मार्ग पर स्थित पुलियंा के १०० फ ीट पहले तक बनाई गई है और पुलिया के १०० फ ीट आगे से इसका निर्माण किया गया है। इस सडक़ निर्माण में पुलिया के दोनों छोर और ऊपर सडक़ निर्माण को छोड़ दिया गया है। तो वहीं पुलिया निर्माण में केवल पुलिया निर्माण किया गया है उसके ऊपर सेफ्टी के तौर पर कुछ भी नहीं लगाया गया है। जहां पर करीब ९ इंच से अधिक के लोहे के एंगल लगे हुए हैं जबकि यह एक सकरा मार्ग है पुलियां पर से दो भारी वाहन एक साथ क्रॉस नहीं हो पाते हैं। जहां से रोजाना सैकड़ो लोग ग्रामीण क्षेत्रो से वारासिवनी मुख्यालय के लिए आवागमन करते हैं । वहीं विभिन्न पंचायत के ग्रामीण समीप का मार्ग होने के लिए अन्य ग्राम पंचायत के लिए आवागमन करते हैं। तो वहीं इस मार्ग का उपयोग सबसे ज्यादा विद्यार्थी करते हैं इस दौरान लोग मोटरसाइकिल या अपने किसी भी प्रकार के वाहन से तीव्र गति से आते हैं। ऐसे में पुलियां के पास आकर उनके वाहन अनियंत्रित होने लगते हैं। क्योंकि वहां पर छोटे बड़े गड्ढे सहित गिट्टी के बड़े पत्थर बाहर आ गए हैं जहां आवागमन करने में लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। कई बार मोटर साइकिल अनियंत्रित होकर दुर्घटना ग्रस्त भी हो जाते है। जिसमें राहगीरों के द्वारा बताया जाता है कि सडक़ एवं पुलिया निर्माण के दौरान ग्रामीणों के द्वारा निर्माण एजेंसी एवं अधिकारियों का ध्यान आकर्षण कराया गया था परंतु उस पर किसी के द्वारा ध्यान नहीं दिया गया। जिसके बाद से स्थिति यथावत बनी हुई है जहां पर राहगीरों के द्वारा व्यवस्था बनाए जाने की मांग कार्य एजेंसी एवं विभाग से कर रहा है।

पुलियां पर सेफटीवाल के नही होने से दुर्घनायें हो रही है- संजय सिल्ले

रहागीर संजय सिल्ले ने बताया कि यह बांसी चढ़ाव का पुलिया है यहां उबड़ खाबड़ सडक़ हो गई है आने जाने के दौरान बहुत ज्यादा धूल उड़ती है। क्योंकि पूरा मार्ग पक्का बना हुआ है केवल पुलियां के आसपास कच्चा मार्ग का निर्माण है । यहां पर सडक़ फू ट गई है वहीं पुलिया पर भी कोई सेफ्टी का ध्यान नहीं रखा गया है। यही कारण है कि यहां दुर्घटना होने की संभावना बनी हुई है जबकि यह हम लोगों के लिए मुख्य मार्ग है क्योंकि हम उमरवाड़ा के रहने वाले हैं। वारासिवनी मुख्यालय आने जाने के लिए यह एक मात्र मार्ग हमारे पास है । वह भी व्यवस्थित रूप से नहीं बनाया गया है इस पर विभाग के द्वारा ध्यान दिया जाना चाहिए।

दुर्घटना का मुख्य कारण पुलियां के दोनों तरफ कच्ची रोड़-सविन ठाकरे

रहागीर सविन ठाकरे ने बताया कि यह पुलियां के दोनों तरफ सडक़ नहीं है पुलियां पर कोई भी सेफ्टी वाल नहीं है। उमरवाड़ा से बासी मार्ग में समस्या तो यहां पर बहुत ज्यादा है इसमें सुरक्षा का ध्यान रखा जाना चाहिए था। रोड़ केवल पुलियां के दोनों तरफ कच्ची है बाकि पुरा मार्ग पक्का है यह कच्छा मार्ग बुरी तरह फू ट गया है। पुलियां पर सडक़ भी नहीं बनाई गई है इसे खाली छोड़ दिया गया है चार पांच साल पहले यह सडक़ बनी थी। तब से यही स्थिति है यहां पर सेफ्टी वाल होना चाहिए कोई भी मोटर साइकिल वाला कभी भी अनियंत्रित होकर झाडिय़ां में घुस जाता है दुर्घटना होते रहती है। इस दुर्घटना का मुख्य कारण होता है पुलियां के दोनों तरफ कच्ची रोड़ है जिसमें छोटे बड़े गड्ढे और गिट्टी के पत्थर बाहर निकले हुए हैं।

पुलियां के दोनो ओर विभाग को रैलिंग या सेफटीवाल बनाना चाहियें-दुर्गा जैतवार

राहगीर दुर्गा जैतवार ने बताया कि मैं बोदलकसा का रहने वाला हूं इस मार्ग से अपने रिश्तेदारों के घर आना जाना करता हूं। अभी अपने रिश्तेदार के घर से ही वापस अपने गांव जा रहा हूं यह उमरवाड़ा से बासी सडक़ के बीच में पढऩे वाला पुलियां है। यह शायद उमरवाड़ा में आता होगा यहां पर बहुत स्थिति खराब है। पुलियां पर किसी प्रकार की सुरक्षा के लिए दीवाल या रेलिंग नहीं लगाई गई है तो वहीं सडक़ पुलियां के ऊपर से नहीं बनाई गई है। आने जाने में तकलीफ होती है कभी ट्रक आता है तो बाजू में मोटर साइकिल वाले को कोई सपोर्ट नहीं मिल पाता है। जिससे धोखा हो सकता है यह जो कच्चा मार्ग है उस पर गिट्टी बाहर निकल गई है। पुलियां की चौड़ाई समझ नहीं आती है सबसे ज्यादा दिक्कत रात्रि के समय होती है क्योंकि उस समय सडक़ भी स्पष्ट समझ नहीं आती है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here