बारिश के मौसम में जिले में डूब क्षेत्रों में हर साल बाढ़ के हालात पैदा होते हैं जिससे निपटने को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा हाल ही में एक बैठक आयोजित कर बाढ़ आपदा से बचाव को लेकर होमगार्ड विभाग को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं।
जिसके परिपालन में विभाग के द्वारा तमाम तैयारियां की जा रही हैं लेकिन अमले की कमी से जूझ रहे होमगार्ड विभाग के सामने बाढ़ से निपटने के लिए काफी समस्या सामने आ रही है जहां एक और ड्यूटी ऑफ के चलते 31 जून तक 40 कर्मचारी 2 महीने के अवकाश पर हैं।
वही इनमें से अधिकांश तैराक है जो बाढ़ आपदा के दौरान गंभीर परिस्थितियों में अपना विशेष योगदान देते हैं तैराकों की कमी के कारण होमगार्ड विभाग को ब्लॉक स्तर पर एसडीआरएफ की तैनाती में भी काफी समस्या जा रही है।
किरनापुर ब्लॉक में बाढ़ आपदा से निपटने के लिए एसडीआरएफ की स्थापना नहीं हो पाई है हालांकि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि जिला मुख्यालय में जो हमला है उसी के माध्यम से इस क्षेत्र में बाढ़ आपदा से निपटा जाएगा।
यदि संसाधनों की बात करें तो बाढ़ आपदा से निपटने के लिए विभाग के पास अत्याधुनिक उपकरण का टोटा है हालांकि भोपाल स्तर पर बाढ़ राहत को लेकर ₹ 25 लाख का बजट जारी किया गया है जिसको लेकर विभाग के द्वारा अत्याधुनिक उपकरण को लेकर 23 लाख रुपए का प्रस्ताव भेजा गया है तब तक पुराने उपकरणों के माध्यम से ही बाढ़ आपदा से निपटा जाएगा