बारिश ने खोली नपा की पोल , सड़कों पर जमा हुआ नाले नालियों का गंदा पानी

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शुरुआती बारिश से अब नगर पालिका की सफाई व्यवस्था की पोल खुलने लगी है जहां अभी बरसात की पूर्णता: शुरुआत भी नहीं हुई है और अभी से ही शहर के प्रमुख चौक चौराहों और वार्डों में जल भराव जैसी स्थिति निर्मित होने लगी है एवं शहरों में कई नाले और नालियों की सफाई नहीं होने के कारण नाले नालियों का गंदा पानी रोड़ों से होकर बह रहा है तो वही नगर पालिका द्वारा अंबेडकर चौक से हनुमान चौक तक के नाले का पूर्णता: निर्माण नही किया गया है और ना ही नाले की सफाई की गई है जिससे अब नाले का पानी रोड से होकर बह रहा है और हनुमान चौक में तालाब जैसे हालात निर्मित हो रहे हैं

आपको बता दे की हमने अनेकों बार शहर के नाले- नालियों की सफाई को को लेकर खबरें प्रकाशित की थी की नगर पालिका को समय रहते ही वार्ड के नाले – नालीयों एवं जल भराव क्षेत्र में पानी निकासी की व्यवस्था कर देनी चाहिए, किंतु नगर पालिका द्वारा ना ही समय रहते शहर के प्रमुख नाले नालियों की सफाई की गई, जबकि इस बार तो शहर की सफाई व्यवस्था की बागडोर स्वयं जिला कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा के हाथों में थी और उन्होंने एसडीएम गोपाल सोनी को शहर की नाले एवं नालियों के स्वच्छता की जिम्मेदारी सौंपी थी, किंतु नगर पालिका ने महज ही कुछ क्षेत्रों के नाले व नालियों को सफाई कर जिला कलेक्टर को शत प्रतिशत शहर के नाले और नालियों की सफाई का प्रमाण पत्र एसडीएम गोपाल सोनी के माध्यम से दिलवा दिया , जबकि अंबेडकर चौक से लेकर हनुमान चौक तक के नाले को ना ही पूर्ण रूप से साफ किया गया है और ना ही इसका बीते 5 से 6 वर्षों से निर्माण किया गया है जिससे इन दिनों बरसात में पानी नाले की जगह सड़कों से बहता हुआ जा रहा है हनुमान चौक में तालाब जैसे हालात बन रहे हैं जिसका नजारा 23 जून को हुई बरसात में देखने को मिला एवं कुछ ही घंटे हुई बारिश से शहर के प्रमुख चौक चौराहों एवं वार्डों में जल भराव की स्थिति निर्मित हो गई ,कुछ घंटे तक शहर के वार्ड वासियों को जल भराव की स्थिति से परेशान होना पड़ा

नाला नहीं बनने से रोड से बह रहा पानी –

बीते दिनों नगर पालिका द्वारा गोंदिया रोड से बहने वाले पानी को देखते हुए अंबेडकर चौक से हनुमान चौक तक का पक्का नाला निर्माण किया जाने के लिए कार्य शुरू किया गया था जो कुछ दिनों तक चला भी, किंतु आज 5 से 6 वर्ष बीत जाने के बाद भी महज एक से डेढ़ किलोमीटर दूरी का नाला अब तक पूर्ण तरह बनकर तैयार नहीं हुआ है और इस नाले के नहीं बनने की वजह से आज भी गोंदिया रोड से नाले का पानी बहता हुआ हनुमान चौक में जा रहा है और हनुमान चौक में जल भराव की स्थिति निर्मित हो रही है जबकि देखा जाए तो यदि यह नाला पूर्ण तरह बन जाता तो आज जो पानी सड़कों से बहता हुआ जा रहा है वह नाले के माध्यम से बहते रहता

नहीं हुई नाले नालियों की सफाई और दे दिया गया प्रमाण पत्र –

इस बार शहर के नाले नालियों की सफाई व्यवस्था की बागडोर कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा द्वारा स्वयं अपने हाथों में ले ली गई थी और उन्होंने इसकी मॉनीटरिंग के लिए बालाघाट एसडीएम गोपाल सोनी को सुनिश्चित किया था , कि उनके द्वारा शहर में बहने वाले प्रमुख नाले नालियों और बरसात को देखते हुए होने वाले जल भराव की व्यापक व्यवस्था की जाएगी, किंतु नगर पालिका द्वारा महज कुछ नालों की सफाई कर एसडीएम को दिखा दिया गया और कुछ ही दिनों बाद शहर के नाले नालियों की शत प्रतिशत सफाई हो गई, इस बात का प्रमाण पत्र नगर पालिका द्वारा कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा को भी दे दिया गया, जबकि सबसे प्रमुख नाले की ना ही आज तक सफाई की गई है और ना ही इसका निर्माण किया गया है जबकि हनुमान चौक में जल भराव का प्रमुख कारण अंबेडकर चौक से हनुमान चौक के बीच बनने वाला नाला ही है किंतु नगर पालिका ने ना ही इसकी सफाई करवाई है और ना ही इस पर संज्ञान लिया है

नही हुई है निचले क्षेत्रों के नालों की सफाई –

जयस्तंभ चौक, वार्ड नंबर 1, 2, 3 वार्ड नंबर 10 सहित ऐसे बहुत से शहर के निचले वार्ड है जहां पर नगर पालिका द्वारा आज तक पूर्ण रूप से साफ सफाई नहीं की गई है और ना ही यहां पर नालों के सही रूप से निकासी की व्यवस्था बनाई गई है, जबकि समय रहते यदि नगर पालिका द्वारा निचले क्षेत्रों के नालों की सफाई कर दी जाती, तो आज जल भराव जैसी स्थिति वार्डों में नहीं बनती, जबकि अभी बरसात की शुरुआत भी नही हुई है और शहर में जल भराव की स्थिति निर्मित होने लगी है और हनुमान चौक की समस्या जैसी की वैसी बनी है

सड़कों पर भर रहा नालियों का गंदा पानी –

कुछ वार्डो के वार्ड वासियों द्वारा यह भी बताया जा रहा है की नाले नालियों की सफाई नहीं होने की वजह से जो पानी नालियों से जाना चाहिए, वह पानी सड़कों से होता हुआ जा रहा है और जो नालियों का जितना भी गंदा कीचड़ है वह बारिश खत्म होने के बाद सड़कों पर बैठ जाता है जिससे लोगों को आने-जाने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है जबकि देखा जाए तो यदि नालियों की सफाई हो जाती तो यह गंदा पानी और कीचड़ सड़कों पर नहीं आता और लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता

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