बालाघाट (पद्मेश न्यूज)। हिंदू धर्मावलंबियों का प्रमुख पर्व गणेश उत्सव का शुक्रवार से आगाज होने जा रहा है जिसको लेकर जिले भर में गणेश उत्सव समितियों के द्वारा व्यापक तैयारियां की जा रही है वहीं शहर में भी इस 10 दिवसीय गणेश उत्सव को लेकर समितियों के द्वारा पंडाल लगाकर भगवान श्री गणेश की प्रतिमा की स्थापना को लेकर साज सज्जा की जा रही है गणेश उत्सव पर्व को लेकर नगर के प्रमुख बाजारों में भी रोनक रही बाजार भगवान श्री गणेश की मनमोहक मूर्तियों से सजा नजर आया। आपको बताएं कि प्रति वर्ष धूमधाम से गणेश उत्सव पर्व मनाया जाता था लेकिन कोविड-19 के चलते प्रशासनिक पाबंदी के चलते पिछले वर्ष सादगी पूर्ण से गणेश उत्सव मनाया गया था लेकिन इस वर्ष कोविड-19 संक्रमण कम होने के चलते इस पर्व को लेकर व्यापक तैयारियां की जा रही है। गणेश चतुर्थी के पावन तिथि पर जहां एक और नगर के विभिन्न चौक चौराहों में भगवान श्री गणेश की पूजा अर्चना कर उनकी स्थापना की जाएगी वही घर में भी भगवान श्री गणेश की प्रतिमा विराजित कर 10 दिनों तक उनकी सेवा करने का प्रावधान है।
राजयोग में होगी भगवान श्री गणेश प्रतिमा की स्थापना
गणेश उत्सव इस बार चित्रा और स्वाति नक्षत्र के साथ राजयोग लेकर आ रहा है। जो शुभ फलदायी रहेगा। 10 सितंबर से शुरू हो रहे गणेशोत्सव पर्व में बप्पा दस दिनों तक अपनी कृपा बरसाएंगे। 19 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के साथ पर्व का समापन होगा। पर्व के लिए बप्पा के भक्तों ने तैयारी शुरू कर दी है। इस बार सरकार ने भी प्रतिमा स्थापना के लिए गाइडलाइन बनाई है। भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से गणेशोत्सव पर्व मनाया जाता है। मान्यता है कि गणेश जी का जन्म भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी को मध्याह्न काल में, सोमवार, स्वाति नक्षत्र एवं सिंह लग्न में हुआ था। इसलिए यह चतुर्थी मुख्य रूप से गणेश चतुर्थी या विनायक चतुर्थी कहलाती है। इस वर्ष गणेश चतुर्थी 10 सितंबर से प्रारंभ होगी। चित्रा और स्वाति नक्षत्र के सुखद संयोग में तुला राशि के चंद्रमा में रवि योग और राजयोग में यह गणेश चतुर्थी शुभ फलदायी रहेगी। चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 9 सितंबर की रात 1:51 बजे से होगा जो कि 10 सितंबर को रात 11:48 बजे तक रहेगी। अत: प्रात: काल सूर्योदय से ही गणेश मूर्ति स्थापना का शुभ मुहूर्त प्राप्त होगा जो रात तक रहेगा।
ये है शुभ मुहूर्त
ज्योतिष आचार्यों की माने तो गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 10:46 बजे से दोपहर 2:24 बजे तक अति शुभ रहेगा। राहुकाल का समय सुबह 10:30 बजे से दोपहर 12 बजे तक रहेगा। मध्यान्ह काल में 12 बजे के बाद पूजन करना शुभ रहेगा। दोपहर 3:08 बजे से शाम 6:28 बजे तक उत्तम चौघडिय़ा में गणेश स्थापना की जा सकती है।
दिनों के अनुसार होता है विसर्जन
शास्त्रानुसार श्रीगणेश की पार्थिव प्रतिमा बनाकर उसे प्राण प्रतिष्ठित कर पूजन-अर्चन के बाद विसर्जित कर देने का आख्यान मिलता है। लेकिन भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक आयोजनों के कारण भक्त 1, 2, 3, 5, 7, 10 आदि दिनों तक पूजन अर्चन करते हुए प्रतिमा का विसर्जन करते हैं।
प्रशासन की गाइडलाइन के तहत मनाना पड़ेगा गणेशोत्सव
त्योहारों को लेकर प्रशासन की गाइडलाइन के तहत इस बार भी घरों में रहकर ही गणेशोत्सव शहरवासियों को मनाना पड़ेगा। शहर में इस बार भी श्रीगणेशजी के बड़े पंडाल और झांकियां नहीं सज सकेंगी और न ही कोई बड़ा आयोजन हो सकेंगे। इसके पहले ईद, मोहर्रम, जन्माष्टमी के आयोजन भी शहर में नहीं हो सके थे। गणेशोत्सव के तहत मंदिरों में भीड नहीं होने दी जाएगी। कोरोना वायरस के चलते प्रशासन जरूरी कदम उठा रहा है। इसके लिए सार्वजनिक स्थानों पर मूर्ति स्थापना और कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा सकेगा। हालांकि शहर राजनीतिक गतिविधियां जारी हैं।