बालाघाट में आठ दिन में दूसरी बार नक्सलियों ने तेंदूपत्ता फड़ को लगाई आग, 20 नक्सलियों ने दिया घटना को अंजाम

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नक्सलियों द्वारा सरकार के खिलाफ आगजनी की ये दूसरी घटना है जब उन्होंने तेंदूपत्ता फड़ में आग लगाकर मौके पर सरकार की नीतियों के खिलाफ लिखे कुछ पर्चे फेंके हैं। आठ दिन में ये दूसरा मौका है जब नक्सलियों ने तेंदूपत्ता के फड़ को आग के हवाले किया है।

जानकारी के अनुसार बीती रात किरनापुर के जोधिटोला में हथियारों से लैस नक्सलियों ने तेंदूपत्ता फड़ में आग लगा दी। पुलिस ने मौका स्थल से नक्सलियों के लिखे पर्चे भी बरामद किए हैं। मलाजखंड एरिया कमेटी के फेंके पर्चे में लिखा है कि लॉकडाउन के कारण ग्रामीणों के रोजगार छीन गए फिर भी सरकार पुरानी दर से तेंदूपत्ता खरीद रही है। इसकी दर 300 रुपए प्रति सैकड़ा होनी चाहिए। जनता का पूरा हक है कि तेंदूपत्ता पर मिलने वाली रॉयल्टी सरकार को नहीं जानता को मिलनी चाहिए।

पुलिस करवाई का भी किया विरोध

कुछ माह पूर्व शक के आधार पर झामसिंह धुर्वे की हत्या के मामले में पुलिस पर नक्सलियों ने आरोप लगाया। उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार की नीतियों के विरोध में भी पर्चे फेंके। नक्सलियों ने झामसिंह धुर्वे की हत्या का बदला लेने के लिए गांव-गांव में लड़ाकू संगठन बनकर शासन से लड़ने की चेतावनी दी है।

घटनास्थल पर नक्सलियों ने इस तरह सरकार विरोधी पर्चे छोड़े।

घटनास्थल पर नक्सलियों ने इस तरह सरकार विरोधी पर्चे छोड़े।

कितना नुकसान हुआ अभी साफ नहीं

तेंदूपत्ता फड़ को आग के हवाले करने वाली घटना में अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि आगजनी में कितने तेंदूपत्ता फड़ जले हैं और कितना नुकसान हुआ है। घटना की जानकारी के बाद पुलिस टीम जांच में जुटी है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मलाजखंड और टांडा दलम के नकसलियों ने घटना को अंजाम दिया है। जिनकी संख्या 20 के आसपास बताई जा रही है। कुछ लोग घटनास्थल के पास जंगलों में थे, जबकि 4-5 की संख्या में आए नक्सलियों ने घटना को अंजाम दिया।

22 मई को हुई थी यही वारदात

गौरतलब है कि इसी महीने 22 मई को मलाजखंड थाने के पाथरी चौकी अंतगर्त कंदई में मलाजखंड दलम के नकसलियों ने प्रदेश में तेंदूपत्ता संग्रहको को कम राशि देने की बात कहकर लाखों रुपए के तेंदूपत्ता फड़ में आग लगा दी थी।

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