बालाघाट विधायक ने संजीवनी क्लिनिक और योगासन प्रतिमाओं का किया निरीक्षण

0

बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे द्वारा शहर के कुछ शासकीय संस्थान और निर्माणाधीन कार्य का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने गायखुरी में बने मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक भवन और अंबेडकर चौक से लेकर जयस्तंभ चौक तक लगी योगासन मूर्तियों का निरीक्षण किया और नगर पालिका पर सवाल खड़े करते हुए कहा गया कि इन कार्यों में नगर पालिका द्वारा अनियमितता की गई है और वह इसकी जांच करवाकर विधानसभा सत्र में आवाज उठाएंगी
बता दे की मंगलवार की शाम बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे द्वारा शहर की कुछ स्थान और शासकीय भवनों का बारी-बारी से निरीक्षण किया गया जहां उन्होंने सबसे पहले मृत्युंजय घाट पर बन्न रहे पुल का निरीक्षण किया एवं उसके बाद उन्होंने वार्ड नंबर 33 स्थित मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक के भवन का जायजा लिया और यहां मरीजों को देने वाली सुविधाओं को समझा उसके बाद उन्होंने अंबेडकर चौक से लेकर जयस्तंभ चौक तक लगी योगासन की प्रतिमाओं का जायजा लिया क्योंकि बीते दिनों दीपावली पर कुछ लोगों ने योगासन की प्रतिमाओं पर फटाका लगाकर प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त कर दिया था जिसका उन्होंने कड़े शब्दों में निंदा की और लगाई गई प्रतिमाओं के विषय में नगर पालिका के अधिकारियों से जानकारी ली और संजीवनी भवन और प्रतिमाओं में किए गए संबंधित विभाग पर अनियमितता करनेका के आरोप भी लगाए और कहां की वह जल्द ही इस विषय को विधानसभा सत्र में उठाएंगी

व्यायाम शाला भवन पर संजीवनी क्लिनिक बनाया गया है

निरीक्षण के लिए संजीवनी क्लिनिक पहुंची बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे ने कहा कि जो संजीवनी क्लिनिक नगर पालिका द्वारा व्यायाम शाला भवन पर बनवाया गया है वह भवन उनके द्वारा अपने नगर पालिका अध्यक्ष के कार्यकाल के समय बनवाया गया था और इस बार जो नगर पालिका ने संजीवनी क्लिनिक बनाई है वह व्यायाम शाला भवन पर बनवा लिया गया है जबकि शासन से संजीवनी क्लिनिक बनाने के लिए 26 लाख रुपए आए थे और व्यायाम शाला भवन पर 10 से 12 लाख रुपए लगाकर नगर पालिका ने संजीवनी क्लिनिक बना लिया है जबकि उन्हें दूसरी जगह पूरा बजट लगाकर संजीवनी क्लिनिक बनाना था पर नगर पालिका ने आए हुए बजट में अनियमितता करते हुए संजीवनी क्लिनिक को व्यायाम शाला पर बनवा लिया जो कि गलत है और वह इसके लिए विधानसभा तक आवाज उठाएंगी और संजीवनी क्लिनिक अलग और व्यायाम शाला कोई यथावत रखवाएंगे

यह गनमेंटल कोटेड प्रतिमा नहीं है

विधायक अनुभा मुंजारे ने दीपावली की रात युवाओं के द्वारा प्रतिमाओं पर पटाखे फोड़े जाने की घटना की निंदा करते हुए कहा कि वर्ष 2019 में डिवाईडर पर योग के विभिन्न आयामो को प्रदर्शित करती 12 प्रतिमाएं लगाई गई थी। जिसे गनमेंटल की प्रतिमा बताकर 13 लाख रूपए खर्च किए गए थे, लेकिन इस प्रतिमा के क्षतिग्रस्त होने के बाद यह देखने से पता चलता है कि यह गनमेंटल कोटेड प्रतिमा नहीं है, फायबर से निर्मित प्रतिमा है। जिसमें नगर पालिका 5 लाख रूपए की क्षति बता रही है। जो साफ प्रदर्शित करता है कि अच्छे काम में भी नगर पालिका द्वारा अनियमितता की गयी है। जो निंदनीय है। इसकी जांच किया जाना चाहिए। नगरपालिका के द्वारा अनियमितता में यह एक और मामला जुड़ गया। इस मामले को वह विधानसभा में उठाएगी। नगरपालिका ने गनमेंट के नाम से फायबर की प्रतिमा को लगाकर जनता को दिग्भ्रमित करने का काम किया है। जो निंदनीय है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here