वैक्सीनेशन पर 10 जुलाई को एक बार फिर जिलेवासियों का उत्साह भारी पड़ता दिखाई दिया। शहर से लेकर गांव तक एक जैसी स्थिति बनी रही। सुबह 11 बजे शुरू हुआ वैक्सीनेशन दोपहर 2 बजे तक समाप्त हो गया। इस दौरान शहर के जटाशंकर त्रिवेदी महाविद्यालय में लोग वैक्सीन लगाने के लिए इतना आतुर थे कि किसी भी तरह पहले वैक्सीन लगाने को लेकर गुस्सा फूट पड़ा और लोगो के बीच मारपीट हो गई। इस दौरान पुलिस प्रशासन के लोगों को समझाइश देने में पसीने छूट गए। वैक्सीनेशन सेंटर में सुबह से ही लोग पहुंच गए थे हां लाइन में लगकर वैक्सीनेशन शुरू होने का इंतजार करते रहे। भीड़ इतनी रही कि लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा।
भीड़ के आगे वैक्सीन पड़ी कम
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के 113 वैक्सीनेशन सेंटर में 30 हजार 750 वैक्सीन लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया। इस दौरान हर वर्ग के लोगों को वैक्सीनेशन का न्योता दिया गया। जिसमें पहला और दूसरा डोज शामिल कर दिया गया। फिर क्या था शनिवार की सुबह जैसे वेक्सीन लगवाने वाले जिलेवासियों का पहला मकसद वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचकर वैक्सीन लगाना बन गया। देखते ही देखते वैक्सीनेशन सेंटर में लोगों की भीड़ लग गई। हर किसी का उद्देश्य यही था आज वैक्सीन लग जाए, लेकिन वैक्सीन की संख्या लोगों के उत्साह के आगे फीकी पड़ गई। और थोड़ी देर में ही लोगों की नाराजगी दिखाई देने लगी
अधिकारियों को आकर मोर्चा संभालना पड़ा
नगर के पीजी कॉलेज सेंटर में सैकड़ों की संख्या में लोग वैक्सीन लगाने पहुंचे। यहां भीड़ इतनी थी कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना महामारी को भी भूल गए। यहां महिला और पुरुष एक ही द्वार से वैक्सीनेशन सेंटर के भीतर प्रवेश करने के लिए जद्दोजहद करते रहे। वैक्सीन लगाने के लिए लोगों में इतना उत्साह था कि यहां विवाद के साथ ही मारपीट तक हो गई। इस सेंटर में भीड़ बेकाबू होने की जानकारी लगने पर तहसीलदार रामबाबू देवांगन, कोतवाली थाना प्रभारी मंशाराम रोमड़े और जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ परेश उपलप ने पहुचकर मोर्चा संभालाना पड़ा।
व्यापक व्यवस्था बनाने पार्षदों ने उठाई आवाज
वही वैक्सीनेशन सेंटरों में जनता को हो रही परेशानी को देखकर पार्षदों में काफी नाराजगी देखी गई। पार्षदों का कहना है कि जिस तरह लोगों में वैक्सीनेशन कराने उत्साह बढ़ा है और हजारों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं उस हिसाब से प्रशासन द्वारा व्यवस्था बनाया जाना चाहिए। अभी भी बहुतायत लोग वैक्सीन लगाने का इंतजार कर रहे हैं।
गांव में ही वैक्सीन लगना चाहिए – श्रीराम बिसेन
ग्राम छतेरा निवासी श्रीराम बिसेन ने बताया कि उनके ग्राम छतेरा में वैक्सीन नहीं लग रही है इसलिए वे वैक्सीन लगवाने बालाघाट आये हैं लेकिन यहां भी जबरदस्त भीड़ होने के कारण वैक्सीन लगा पाना मुश्किल दिख रहा है। गांव में किसान लोग रहते हैं अभी खेती कार्य प्रारंभ है ऐसे में वे लोग वैक्सीन लगाने नहीं निकल पा रहे हैं। वैक्सीन लगाए जाने की व्यवस्था गांव में ही किया जाना चाहिए।
भीड़ के कारण समझ नहीं आ रहा – ललित पिछोड़े
वार्ड नंबर 33 गायखुरी निवासी ललित पिछोड़े ने कहा कि वह वैक्सीन लगवाने के लिए जैन हॉस्पिटल के सेंटर में पहुंचे थे लेकिन वहां भीड़ बहुत थी और वहां टोकन भी नहीं मिल रहा था, इसलिए वैक्सीन लगाने पीजी कॉलेज पहुंचे लेकिन यहां भी इतनी भीड़ है कि समझ नहीं आ रहा है वैक्सीन लगेगी या नहीं। वैक्सीन लगवाने की व्यवस्था अगर उनके गांव में ही होती तो उन्हें बालाघाट नहीं आना पड़ता।
बिना खाए पिए सुबह से घर से निकले हैं – उमरदराज खान
वार्ड नंबर 11 कुम्हारी निवासी उमरदराज खान ने बताया कि वैक्सीन लगवाने के लिए वे बिना खाए पिए सुबह 8 बजे से घर से निकले हैं, बहुत दिक्कत हो रही है धक्का मुक्की का सामना करना पड़ रहा। गांव गांव में वैक्सीन करवाने की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए परेशान ना होना पड़े। बालाघाट मुख्यालय में वैक्सीन लगाने के लिए आए हैं लेकिन यहां जिस प्रकार भीड़ दिख रही है उससे लगता ही नहीं है कि उन्हें आज वैक्सीन लग पाएगा।
सेंटर में पुरुष और महिला के लिए आने जाने की अलग व्यवस्था होना चाहिए – कुंजीलाल
वार्ड नंबर एक गौरीशंकर निवासी कुंजीलाल हरिनखेडे ने बताया कि वे सुबह 8 बजे से पीजी कॉलेज सेंटर में आए हैं। यहां दरवाजा बंद कर दिया गया है जिसके कारण पुरुष और महिला पास – पास में खड़े हैं और एक दूसरे को ढकेला जा रहा है। जबकि पुरुष और महिला के लिए आने जाने की अलग व्यवस्था होनी चाहिए। यहां भीड़ इतनी है कि महिला ही नहीं पुरुषों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां सोशल डिस्टेंसिंग जैसा कुछ भी नहीं है।
कर्मचारियों की कमी है तो जिन्हें निकाला गया उन्हें पुन: लगाना चाहिए – अनिल सोनी
नगर पालिका परिषद बालाघाट के पूर्व उपाध्यक्ष अनिल सोनी ने बताया कि वैक्सीनेशन सेंटरो में बालाघाट नगर की जनता जितनी जागरूकता के साथ वैक्सीन लगाने आ रही है उसके हिसाब से व्यवस्था नहीं दिख रही है। वैक्सीन लगाने लोगों में बहुत उत्साह है लेकिन वैक्सीन की उतनी व्यवस्था नहीं की जा रही है। शासन प्रशासन द्वारा टीकाकरण के लिए अधिक जगह शिविर लगाना चाहिए केंद्रों की संख्या बढ़ाना चाहिए। जिन सेंटरों में वैक्सीन लग रही है वहां बाहर सडक़ तक लोगों की लाइन लगी थी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कहीं भी नहीं दिख रहा है। अगर कर्मचारियों की कमी है तो टीकाकरण का इतना बड़ा अभियान चल रहा है कोविड-19 के दौरान कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी, जिन कर्मचारियों को निकाला गया उन कर्मचारियों को पुन: लिया जाना चाहिए।
बूढ़ी के 2 हजार से अधिक लोग बिना वैक्सीन लगाए वापस लौटे – रामलाल बिसेन
वार्ड नंबर 11 के निवर्तमान पार्षद रामलाल बिसेन ने बताया कि नगर के पीजी कॉलेज और सिंधु भवन में कोविड-19 का कैंप लगाया गया था, जिसमें वैक्सीन लगवाने बूढ़ी क्षेत्र के ही दो से तीन हजार लोग गए थे जिन्हें बिना वैक्सीन लगाए वापस लौटना पड़ा। ऐसी स्थिति में आगामी 15 दिनों के भीतर हमारे वार्ड में एक कैंप लगाकर वैक्सीनेशन करने की मांग किए हैं हमारे द्वारा 1 हजार डोज की मांग की गई है ताकि बूढ़ी क्षेत्र के लोगों को वैक्सीनेशन के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े। अभी भी कई लोगों को वैक्सीन नहीं लगी है, लोगों को वैक्सीन के मायने समझ आ गए हैं इसलिए अधिक संख्या में वैक्सीन लगाने पहुंच रहे हैं सरकार से यही मांग है ज्यादा से ज्यादा डोज दिया जाए ताकि सभी लोगों को वैक्सीन लगे।