शासन द्वारा स्कूलों के साथ ही छात्रावासों को भी 26 जुलाई से स्कूल के बच्चों के लिए खोलने के आदेश दिए गए हैं, सोमवार से स्कूल कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए खुलेंगे वहीं जिले के हॉस्टल को भी इन दोनों कक्षाओं के छात्र छात्राओं के लिए खोले जाने के आदेश सभी हॉस्टल अधीक्षक को मिले हैं। हॉस्टल खोले जाने संबंधी निर्देश शासन द्वारा कुछ दिन पूर्व ही दिए गए थे जिसमें कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक तैयारियां पहले से ही करने के निर्देश भी मिले थे। इसको लेकर हॉस्टल में प्रवेश लेने संबंधी जानकारी हासिल करने अभिभावक हॉस्टलों में पहुंचना प्रारंभ हो गए हैं। रविवार को भी कुछ अभिभावक जयस्तंभ चौक के समीप स्थित शासकीय उत्कृष्ट बालक छात्रावास में पहुंचे, जो हॉस्टल को बंद पाकर बिना जानकारी हासिल किए निराश होकर वापस लौटे।
जानकारी हासिल करने हॉस्टल मे आए थे – अविनाश
बूढ़ी निवासी अविनाश अड़मे ने बताया कि उनके परिवार से जुड़ा एक बालक छात्रावास में रहकर अध्ययन करता है छात्रावास खुलने संबंधी जानकारी लगने पर वे यहां छात्रावास में जानकारी पता करने के लिए आये थे। इसके बारे में पेपर में पढ़ा था छात्रावास के लिए प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ होना है यहां आकर देखा तो छात्रावास में कोई एडमिशन नहीं हो रहा है छात्रावास बंद पाकर वापस बिना जानकारी लिए वापस लौट रहे हैं।
लबे समय से बद है हॉस्टल
जबसे कोरोना महामारी आई है उसके बाद से सभी छात्रावास बंद है, कोरोना के केस कम आने के चलते शासन द्वारा शुरू में कक्षा 11वीं और 12वीं कुछ प्रावधानों के साथ खोलने के आदेश दिए गए हैं साथ ही जो छात्र छात्रावासों में रहकर पढ़ाई करते हैं ऐसे छात्रों के लिए छात्रावास भी खोलने के निर्देश शासन द्वारा दिए गए हैं। लेकिन इसके साथ ही यह भी निर्देश दिए गए हैं कि चाहे स्कूल हो या हॉस्टल बच्चों को प्रवेश दिलाने के लिए पालक की सहमति अनिवार्य होगी। साथ ही शासन की जो गाइडलाइन है उसका भी छात्र-छात्राओं और शिक्षकों द्वारा भी पालन किया जाएगा। सैनिटाइज किए गए स्कूल और हॉस्टल
स्कूल और हॉस्टल में छात्र छात्राओं के पहुंचने के पहले सभी कमरों को सैनिटाइज करने के निर्देश शासन द्वारा दिए गए थे साथ ही अन्य व्यवस्थाएं करने के भी निर्देश मिले थे जिसको लेकर आवश्यक तैयारियां स्कूल और हॉस्टल प्रबंधन द्वारा किया गया। सोमवार से स्कूलों व छात्रावासों में स्कूली बच्चों का पहुंचना प्रारंभ हो जाएगा, ऐसे में देखना होगा कि किस प्रकार नियमों का पालन कराया जाता है।
छात्रावास ब΄द होने से नही΄ मिली कोई जानकारी – सोनवाने
बैहर निवासी किशोरी सोनवाने ने बताया कि स्कूली बच्चों का छात्रावास में प्रवेश कराने को लेकर देखने आए थे छात्रावास खुला है या नहीं। कोरोना के कारण हॉस्टल खुलने में काफी लेट हो गया, पता चला था हॉस्टल खुलने वाले हैं लेकिन यहां आने पर हॉस्टल बंद पाकर समझ में नहीं आ रहा है छात्रावास में बच्चों का प्रवेश होना चालू है या बंद।