बालाघाट : 5 लोगो की हत्या कर दफना दिए जाने की घटना से आदिवासी समाज मे आक्रोश

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मध्यप्रदेश आदिवासी विकास परिषद बालाघाट एवं गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन के पदाधिकारियों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर महामहिम राज्यपाल और राष्ट्रपति के नाम संयुक्त रुप से ज्ञापन सौंपा और देवास जिले के नेमावर क्षेत्र में आदिवासी परिवार के पांच सदस्यों की निर्मम हत्या कर दफना दिए जाने के मामले में आरोपियों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की। ज्ञापन सौंपनेे पहुंचे आदिवासी समाज संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि देवास जिले के नेमावर क्षेत्र में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की जघन्य हत्या होने के बाद भी अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया। आरोपियों को मिले राजनीतिक संरक्षण पुलिस का संदिग्ध व्यवहार और जनजातीय समुदाय में व्याप्त असुरक्षा की भावना को देखते हुए इस हत्याकांड की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की गई है।


डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी अपराधियों तक नहीं पहुंची पुलिस – हीरासन उइके

कलेक्टर कार्यालय पहुंची सर्व आदिवासी समाज की वरिष्ठ पदाधिकारी श्रीमती हीरासन उइके ने इस घटना की घोर निंदा करते हुए कहा कि आदिवासी समाज के 5 लोगों की जिसमें तीन नाबालिग थे इनकी हत्या कर दी गई डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी अपराधियों तक पुलिस नहीं पहुंची। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं को बच्चों के मामा कहते हैं लेकिन वे बच्चियों को सुरक्षा नहीं दे पा रहे है।


मामले की कराई जाए सीबीआई जांच – दिनेश धुर्वे

मध्यप्रदेश आदिवासी विकास परिषद के जिला अध्यक्ष दिनेश धुर्वे एवं गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि इस घटना के कारण पूरा आदिवासी समाज आक्रोशित है हम चाहते हैं मामले की सीबीआई जांच हो। इस जघन्य हत्याकांड के आरोपियों की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से हो और उन्हें जल्द फांसी की सजा दी जाए। साथ ही परिवार के एक सदस्य को नौकरी और उस पीडि़त परिवार के बच्चों को सुरक्षा प्रदान किए जाने की मांग की, क्योंकि भोजपुरी परिवार को धमकियां मिलना भी बताया जा रहा है।

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