बौद्ध विहार का अज्ञात चोरों ने ताला तोड़ दान पेटी से रुपए किये चोरी

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नगर के वार्ड नंबर 2 स्थित डॉ बी आर आंबेडकर मंगल भवन परिसर स्थित सम्राट अशोक बौद्ध विहार में 27 से 28 अप्रैल की दरमियानी रात अज्ञात चोरों के द्वारा ताला तोड़कर बौद्ध विहार की दान पेटी से रुपए की चोरी कर ली गई है। इस घटना के बाद से बौद्ध विहार समिति सदस्यों में पुलिस प्रशासन की चौकसी के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है जिनके द्वारा पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराकर मामले में तत्काल कार्यवाही कर अज्ञात चोरों को गिरफ्तार कर कठोर कार्यवाही करने की मांग की जा रही है। ज्ञात हो की यह नगर का पहला मामला नहीं है इसके पूर्व भी अनेकों स्थानों पर इस प्रकार वारदातें घटित हो चुकी है परंतु पुलिस प्रशासन के द्वारा इस ओर आज तक कोई बड़ी कार्यवाही नहीं की गई और ना ही किसी बड़े चोर गिरोह का खुलासा किया गया है ऐसे में लोगों में आक्रोश व्याप्त है। इस दौरान बौद्ध विहार में फिर एक बार ताला तोड़ने की वारदात से वार्ड वासियों में भय का माहौल व्याप्त है जिनके द्वारा पुलिस प्रशासन से मामले में अज्ञात चारों पर जल्द कार्यवाही करने और शिकंजा कसने की मांग की जा रही है।

यह है मामला

प्राप्त जानकारी के अनुसार डॉ बी आर आंबेडकर मंगल भवन परिसर में बौद्ध उपासक उपासिकाओं के द्वारा आस्था केंद्र के रूप में सम्राट अशोक बौद्ध विहार की स्थापना कुछ वर्ष पहले की गई थी। जहां पर भगवान तथागत गौतम बुद्ध की प्रतिमा स्थापित कर प्रतिदिन पूजा और वंदना की जाती है। बौद्ध विहार में लगे ताले को सुबह खोल दिया जाता था और रात्रि में ताला लगा दिया जाता है जहां प्रतिदिन के अनुसार 27 अप्रैल की रात्रि में समिति सदस्यों के द्वारा ताला लगाकर चले गए थे। जहां सुबह प्रतिदिन की तरह हार्डवेयर संचालक दुकान खोलने के पहले 28 अप्रैल की सुबह बौद्ध विहार में पूजा वंदना करने के लिए पहुंचे तो उन्होंने देखा कि मुख्य गेट का ताला टूटा हुआ है तो वहीं अंदर रखी दान पेटी का भी ताला टूटा हुआ है। जिसकी जानकारी उन्होंने तत्काल सम्राट अशोक बौद्ध विहार समिति के पदाधिकारी को मोबाइल पर सूचना दी जिन्होंने मौके पर आकर देखा तो मुख्य गेट और दान पेटी का ताला टूटा हुआ था एवं इसमें दान पेटी में रखे हुए रुपए भी अज्ञात चोरों के द्वारा चोरी कर लिए गए थे। जिसकी जानकारी उनके द्वारा तत्काल पुलिस थाना वारासिवनी में सूचना दी गई जिस पर पुलिस के द्वारा मौका निरीक्षण कर मामले में जानकारी ली गई तो वहीं समिति सदस्यों के द्वारा पुलिस निरीक्षण के बाद लिखित शिकायत पुलिस थाना वारासिवनी में देकर मामले में कार्यवाही करने की मांग की गई। इसमें समिति सदस्यों के द्वारा दान पेटी में करीब 20 हजार रुपए चोरी होने की बात कहीं जा रही है कि बुद्ध विहार निर्माण के बाद से आज तक उनके द्वारा दान पेटी को नहीं खोला गया था जिसमें जमा राशि की जानकारी तो नहीं है परंतु 20 हजार रुपये से अधिक की राशि होने की संभावना है जो अज्ञात चोरों के द्वारा चोरी कर ली गई है।

चोरों के हौसले हो रहे बुलंद

गौरतलब है कि यहां ताला टूटने या चोरी होने की पहली वारदात नगर सहित क्षेत्र की नहीं है इसके पहले भी अनेकों स्थानों पर इस प्रकार की वारदात घटित हो चुकी है। इसके पहले भी बुद्ध विहार के समीप स्थित हनुमान मंदिर का ताला तोड़कर दान पेटी से रुपए की चोरी की गई थी वहीं नगर के विभिन्न देवस्थानों और मंदिरों में इस प्रकार की वारदात हो चुकी है तो वहीं घरों में भी लाखों रुपए की चोरी अज्ञात चोरों के द्वारा की गई है। परंतु पुलिस के द्वारा अब तक किसी बड़े चोर गिरोह या किसी बड़ी चोरी का खुलासा नहीं किया गया है ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली पर आम जनता प्रश्न चिन्ह उठा रही है और स्वयं को असुरक्षित समझ रही है। जबकि वर्तमान में विवाह समारोह का दौर चल रहा है ऐसे में लोग मकान को भी सुनसान छोड़ने में कतरा रहे हैं इसमें पुलिस के हाथ अज्ञात चोरों के गिरेबान तक नहीं पहुंच पाने से उक्त चोरों के हौसले लगातार बुलंद होते नजर आ रहे हैं जो लगातार घरों और देवस्थानों पर भी चोरी करने से नहीं कतरा रहे हैं।

बौद्ध विहार अध्यक्ष एनपी मेश्राम ने बताया कि प्रातः उन्हें सूचना मिली कि सम्राट अशोक बौद्ध बिहार में चोरी की वारदात हो गई है जिस पर उन्होंने आकर देखा तो अज्ञात चोरों के द्वारा बौद्ध विहार का सामने का ताला तोड़कर दान पेटी का भी ताला तोड़ दिया गया था। यह घटना की जानकारी हार्डवेयर संचालक के द्वारा दी गई जो रोज सुबह बौद्ध विहार में पूजा वंदना करने के लिए आते हैं तो उन्होंने देखा कि ताला टूटा हुआ है जिसकी जानकारी उन्होंने तत्काल मोबाइल के माध्यम से दी। हमने मौके पर घटना देखते ही समिति सदस्यों के साथ पुलिस थाना वारासिवनी में मामले में शिकायत की थी जिस पर पुलिस ने जाकर निरीक्षण किया है। घटना की हमने लिखित शिकायत भी पुलिस थाना वारासिवनी में कर दी है 2 से 3 वर्ष बौद्ध विहार को बने हुए हो गया है जब से दान पेटी यहां पर रखी हुई थी जिसे हमने आज तक नहीं खोला था अब उसमें कितने रुपए थे इसकी जानकारी तो हमें स्पष्ट नहीं है परंतु करीब 20 हजार रुपये से अधिक रहे होंगे जिसे अज्ञात चोर के द्वारा चुरा लिया गया है। इस प्रकार की चोरी की वारदात ठीक नहीं है हर व्यक्ति बाहर जो भी गुनाह करता है उसकी क्षमा मांगने के लिए बौद्ध विहार मंदिर मस्जिद गुरुद्वारों में जाता है परंतु अब इन स्थानों पर ही चोरी की वारदात लोग करने लगे तो इसकी क्षमा वह मांगने के लिए कहां जायेगा यह चिंतनीय विषय हो गया है। पुलिस की चौकसी प्रणाली समझ नही आ रही है कि वह क्या कर रहे हैं।

डॉ आर के डोंगरे ने बताया कि हम लगातार देख रहे हैं कि वारासिवनी के विभिन्न स्थानों में फिर मंदिर या लोगों के मकान हो लगातार चोरी की वारदातें होती जा रही है जिसे रोकने में पुलिस असमर्थ दिख रही है। अब बौद्ध विहार में भी चोरी की वारदात हो गई है इससे हम यह देख पा रहे हैं कि शहर की पुलिस व्यवस्था सही काम नहीं कर रही है यदि यह अपना काम सही तरीके से करते तो इस प्रकार की चोरी की वारदात नहीं होती और हमें अंजना भय नहीं लगा होता। हर कोई डर रहा है कि वह यदि कहीं जाता है तो उसके घर में चोरी ना हो जाए यह डर को दूर करने के लिए हम चाहते हैं कि पुलिस क्षेत्र में दुरुस्त होकर चौकसी करें और इस प्रकार की चोरियों को रोक लगाये। पिछली लगातार चोरियों में हम देख रहे हैं कि पीड़ित व्यक्ति जाता है तो पुलिस थाने में अपनी रिपोर्ट दर्ज करवाता है और पुलिस भी अपनी फॉर्मेलिटी कर निश्चित हो जाती है जबकि इस व्यवस्था में सुधार होना चाहिए वर्तमान में पुलिस हमें निष्क्रिय रूप से नजर आ रही है।

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