ब्लास्टिंग से खदान मस्त ग्रामीण पस्त

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वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। वारासिवनी अंतर्गत ग्राम पंचायत कायदी के जोड़ापाठ स्थित गिट्टी खदान में ब्लास्टिंग का कार्य किया जा रहा है। जिसके कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उक्त ब्लास्टिंग के दौरान घर में भूकंप की तरह कंपन होने लगता है। मकान में दरारें आने लगती है तो वही ब्लास्टिंग से उछलने वाले गिट्टी के बड़े-बड़े वजनी पत्थर लोगों की खेत बाड़ी और मकान के ऊपर गिर रहे हैं। यह खदानें ग्रामीणों के मकान से 50 मीटर की दूरी से प्रारंभ हो जाती है जिससे उन्हें आर्थिक जोखिम तो उठाना पड़ ही रहा है परंतु जनहानि का भी गंभीर विषय बना हुआ है। जिसको लेकर ग्रामीणों के द्वारा अनेको बार जिला कलेक्टर माइनिंग अधिकारी को शिकायत की गई है परंतु आज तक उक्त विषय पर गंभीरता से अधिकारियों के द्वारा संज्ञान नहीं लिया गया है। जिसका कारण है कि खदान संचालक बेखौफ अपनी खदानों का संचालन कर लोगों को परेशानी दे रहे हैं जिनके द्वारा उक्त खदानों के कार्यों पर रोक लगाने की मांग की जा रही है।

बारिश में ब्लास्टिंग बड़ा रही जान का जोखिम

सर्वविदित है कि वर्तमान में बरसात का मौसम चल रहा है बारिश भी रुक-रुक कर हो रही है। हर वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष मानसून बहुत जल्दी आ गया जिससे जमीन पूरी तरह गीली हो चुकी है। ऐसे में बस्ती से महज 100 मीटर से 200 मीटर की दूरी पर स्थित खदानों में बेख़ौफ जबरदस्त कारतूस लगाकर ब्लास्टिंग को अंजाम दिया जा रहा है। वही क्रेशर भी संचालित किया जा रहा है जिससे मकान कंपन होने लगे हैं मकान में दरारें चाहे वह कच्चा हो या पक्का हो आ गई है। ऐसे में लोग अपने परिवार के साथ मकान के अंदर भगवान का स्मरण कर शरण प्राप्त कर रहे हैं की कभी भी उनका मकान जो कच्चा है वह ध्वस्त हो सकता है। जिनके द्वारा बरसात के दौरान भारी ब्लास्टिंग पर रोक लगाने की शासन प्रशासन से गुहार लगाई जा रही है। वही बताया जा रहा है कि खदानों में 50 से अधिक मीटर तक खोद दिया गया है जिसमें पानी भरा हुआ है जहां जान का जोखिम और बना हुआ है।

ग्रामीण अमर कुतराहे ने पदमेश से चर्चा में बताया कि खदान में लीज नहीं है अवैध खनन चल रहा है ब्लास्टिंग होती रहती है। 4 दिन पहले तीन से चार खदान में शाम 7:00 बजे तक अलग-अलग समय में ब्लास्टिंग की गई है। यह जोरदार ब्लास्टिंग हुई थी जिसे मकान हिल गए थे प्रायः सभी मकानों में दरारे आ गई है और कच्चे मकान ध्वस्त होने की कगार पर है जो कभी भी हो सकते हैं। वहीं किसानों के लिए जो नहर है वह खदान के पास से गई हुई है जिसमें कई स्थानों पर टूट गयी है। हम यही चाहते हैं की समस्या का निराकरण कर अवैध खनन पर रोक लगना चाहिए अधिकारी इधर गंभीरता से ध्यान दें ब्लास्टिंग का कोई समय निर्धारित नहीं है अभी नए ब्लास्ट करने वाले आए हुए हैं। इसका पूरे जोड़ापाठ में खदान का असर पड़ रहा है।

ग्रामीण सहसराम नेवारे ने बताया कि अभी बारिश का मौसम चल रहा है आज भी पानी आ रहा है हमारा घर कच्चा है। जिसमे ब्लास्टिंग से दरारें आ गई है पानी रिसने लगा है बहुत ज्यादा डर लग रहा है आजू-बाजू में पक्का मकान भी है वहां भी दरारें आ गई है। यह जो खदान में ब्लास्टिंग करते हैं तो उसका पत्थर उड़कर लोगों के घरों पर आ रहा है और हमारी खेत बाड़ी में गिर रहा है अब पता लगा सकते हैं की खदान हमारे घर से कितने दूर है। हमारे घर के पीछे दो खेत के बाद खदान प्रारंभ हो जाती है यानी 50 मी भी नहीं है 5 किलो 10 किलो से भी भारी पत्थर उड़कर गिरते हैं। इस मामले में कई बार शिकायत की गई है पर सुनने वाला कोई नहीं है।

ग्रामीण विनोद छिपेश्वर ने बताया कि रात्रि के समय खदानों में ब्लास्टिंग की जाती है यहां पर बाहर का कोई ठेकेदार आया हुआ है। जिसने यह ब्लास्टिंग बारिश में भी चालू रखी है अभी मकान की हालत जर्जर हो गई है कच्चे पक्के मकान में दरारें आने लगी है पहले की भी दरारें स्थित है डर लग रहा है। इनके पास कोई परमिशन नहीं है जबकि खदान का नियम 5 मीटर से ज्यादा खोद नहीं सकते कहता है उनके द्वारा 50 मीटर से भी अधिक खोदकर गिट्टी मिट्टी बेचकर बिना स्वीकृति के खदान संचालित की जा रही है। इसकी शिकायत हमारे द्वारा जनसुनवाई मुख्यमंत्री शिकायत पोर्टल पर की गई है किंतु कोई कार्यवाही नहीं हुई है माइनिंग इंस्पेक्टर कुलस्ते आए थे तो उन्होंने मेरा मोबाइल लेकर शिकायत को बंद करवा दिया यह बात मुझे बाद में पता चली। जबकि यहां पर नहर बसाहट मकान स्कूल कॉलेज आंगनबाड़ी सभी चीज हैं और इन सभी को नुकसान हो रहा है।

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