भिंड/ मेहगांव(नप्र)। मेहगांव थाने के सैपुरा गांव में 33 वर्षीय युवक ने खुद को घर के कमरे में बंद किया और लाइसेंसी 315 बोर की बंदूक से सीने में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली की आवाज सुनकर स्वजन कमरे की ओर दौड़े तो गेट अंदर से बंद मिले। वारदात रविवार सुबह करीब 10 बजे हुआ। स्वजन ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तब गेट तोड़कर मृतक को बाहर निकाला गया। स्वजन ने पुलिस को बताया है मृतक पिछले 6-7 वर्ष से मानसिक रूप से बीमार था। आज भी बड़ा भाई उसी के लिए दवा लेने ग्वालियर गया है। पुलिस ने शव को पीएम के लिए भिजवाकर पड़ताल शुरू की है।
पुलिस ने यह बताई वारदातः
मेहगांव थाने के एसआइ सुरेश शर्मा ने बताया सैपुरा गांव निवासी 33 वर्षीय शैलेंद्र उर्फ लालू पुत्र लक्ष्मी सिंह नरवरिया छह-सात वर्ष से मानसिक रूप से बीमार थे। उनका ग्वालियर के डॉक्टर से इलाज चल रहा था। रविवार सुबह बड़े भाई जयवीर सिंह नरवरिया ग्वालियर से शैलेंद्र के लिए दवा लेने गए थे। सुबह करीब 10 बजे शैलेंद्र मौका पाकर जयवीर सिंह के कमरे में घुस गया। शैलेंद्र ने अंदर से कंुदी लगाकर कमरे में खुद को बंद कर लिया। पलंग के बाक्स में रखी बड़े भाई जयवीर की लाइसेंसी 315 बोर की बंदूक निकालकर सीने में खुद से गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर स्वजन जयवीर के कमरे की ओर दौड़े तो कुंदी अंदर से बंद थी। स्वजन ने शैलेंद्र को पुकारा तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई। इस पर स्वजन ने मेहगांव थाने में सूचना दी। एसआइ सुरेश शर्मा मय बल के पहुंचे तो कमरे की कुंदी अंदर से लगी हुई थी।
गेट तोड़कर निकाला शैलेंद्र का शवः
एसआइ सुरेश शर्मा ने बताया कि शैलेंद्र ने अंदर से कुंदी लगाकर खुद को बंद कर लिया था। एसआइ शर्मा का कहना है स्वजन ने गेट तोड़कर शैलेंद्र का शव बाहर निकाला। सीने में नीचे की ओर गोली लगी हुई थी। पास में ही 315 बोर की लाइसेंसी बंदूक पड़ी थी। एसआइ शर्मा का कहना है कि यह बंदूक जयवीर सिंह नरवरिया के नाम है। पुलिस ने शवको पीएम के लिए भिजवाकर जांच शुरू की है।