नगर मुख्यालय से लगभग १२ किमी. दूर ग्राम पंचायत जाम स्थित नल-जल योजना के जल शोधन संयंत्र केन्द्र एवं छिंदलई वैनगंगा नदी इंटक वॉल स्थल में लगे ट्रांसफार्मर में खराबी आने एवं बिजली गुल रहने के कारण लालबर्रा विकासखण्ड के ग्रामीणजनों को दो दिनों से नल-जल योजना का पानी नही मिल रहा है जिसके कारण इस भीषण गर्मी में ग्रामीणजनों को पानी के लिए खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही नल-जल योजना का पानी नही मिलने पर ग्रामीणजन दूर स्थित हेंडपंप व कुएं का पानी लाकर उसका उपयोग कर रहे है। अगर ऐसी ही स्थिति बनी रही तो क्षेत्रीयजनों को भीषण गर्मी में पानी के लिए खासा परेशानियों का सामना करना पड़ेगा और दो दिनों से नल-जल योजना का पानी नही मिलने से ग्रामीणजनों में पीएचई विभाग के प्रति आक्रोश व्याप्त है। आपकों बता दे कि शासन के द्वारा लालबर्रा विकासखण्ड के ७७ ग्राम पंचायत के ग्रामीणों को छिंदलई वैनगंगा नदी का शुध्द पानी पहुंचाने के लिए करोड़ों रूपयों की नल-जल योजना प्रारंभ की गई है और इस योजना के तहत लालबर्रा जनपद पंचायत की ७७ ग्राम पंचायत के १०४ गांव के ग्रामीणजनों को छिंदलई वैनगंगा नदी का शुध्द पानी पहुंचाने के लिए जाम में जल शोधन संयंत्र केन्द्र बनाया गया है एवं छिंदलई स्थित वैनगंगा नदी में इंटक वॉल है जहां से पाईपलाईन के माध्यम से जाम स्थित जल शोधन संयंत्र (फिल्टर प्लांट) में पानी पहुंचता है और पानी शुध्द होने के बाद क्षेत्रीयजनों को पानी प्रदाय किया जाता है परन्तु दोनों स्थानों में लगे ट्रांसफार्मर व विद्युत पोलों में खराबी आने एवं बिजली गुल रहने के कारण दो दिनों से नल-जल योजना क्षेत्र में ठप्प हो चुकी है और नल-जल योजना का पानी दो दिनों से नही मिलने के कारण क्षेत्रीयजनों को पानी के लिए खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ।वहीं विद्युत विभाग के द्वारा ट्रांसफार्मर में आई खराबी को सुधारने का कार्य किया जा रहा है एवं जल शोधन संंयंत्र केन्द्र में मीडियर का कार्य करवाया जा रहा है जिसका कार्य पुर्ण होने के बाद नियमित रूप से पानी प्रदाय करने की बात पीएचई विभाग के द्वारा कही जा रही है परन्तु भीषण गर्मी में नल-जल योजना का पानी नही मिलने से क्षेत्रीयजनों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और दुर स्थित हेंडपंप व कुएं का पानी लाकर उपयोग कर रहे है। जबकि यह करोड़ों रूपयों की योजना है और नल-जल योजना भी एक अति आवश्यक सेवा है इसलिए पीएचई विभाग को बिजली बंद रहने पर पानी प्रदाय करने के लिए जनरेटर व अन्य वैकल्पिक व्यवस्था रखनी चाहिए ताकि ट्रांसफार्मर में खराबी व बिजली बंद होने के बाद भी क्षेत्रीयजनों को नल-जल योजना का पानी प्रदाय कर सके परन्तु पीएचई विभाग के द्वारा ऐसी कोई व्यवस्था नही की गई है जिससे क्षेत्रीयजनों पर शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है।
दूरभाष पर चर्चा में पीएचई विभाग के प्रभारी एसडीओं विजय तिवारी ने बताया कि जाम जल शोधन संयंत्र व छिंदलई इंटक वॉल में लगे ट्रांसफार्मर में खराबी आने से बिजली गुल है जिसका सुधार कार्य कर दिया गया है। साथ ही जल शोधन संयंत्र (फिल्टर प्लांट) में फिल्टर मीडियर का कार्य किया जा रहा है जिसके कारण सभी क्षेत्र में पानी प्रदाय नही कर पा रहे है परन्तु उक्त कार्य पूर्ण होने के बाद क्षेत्रीयजनों को नियमित रूप से पानी प्रदाय किया जायेगा।