भूमि ई-केवायसी से किसान परेशान

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नगर सहित क्षेत्र में भूमि की ई-केवायसी करने के लिए किसान काफी चिंतित नजर आ रहे हैं। जिसमें उनकी चिंता का कारण पोर्टल की धीमी गति और लिंक फेल होना शामिल है। जिसके कारण किसानों को ऑनलाइन सेंटर एवं पंचायत भवन के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। इस दौरान किसान अपना काम धंधा छोड़कर भूमि ई-केवायसी करवाने के लिए घूम रहा है परंतु निर्धारित समय में उसका कार्य पूर्ण नहीं हो पा रहा है। जिसके कारण उन्हें भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है जिसको लेकर किसानों की भीड़ नगर सहित क्षेत्र के ऑनलाइन सेंटर सहित ग्राम पंचायत में आसानी से देखी जा सकती है। पोर्टल की व्यस्तता और लिंक फेल होने के कारण उन्हें एक से दो दिन और दो से चार दिन तक चक्कर लगाने पड़ रहा है। ऐसे में उनके लिए यह समस्या बनी हुई है जिनके द्वारा शासन से इस कार्य के लिए व्यवस्था बनाए जाने की मांग की जा रही है ताकि किसानों को परेशानी का सामना न करना पड़े।

कार्य में हो रही परेशानी

वर्तमान में खेती किसानी का कार्य चल रहा है ऐसे में शासन के द्वारा भूमि ई-केवायसी के लिए निर्देश दिया गया है जिसकी अंतिम तारीख 1 अक्टूबर निर्धारित कर दी गई है। जहां पोर्टल और लिंक की व्यस्तता के कारण किसान अपने काम छोड़कर घूम रहा है ऐसे में जिसके लिए वह पंचायत एवं नगर में ऑनलाइन सेंटर में आकर रास्ता देख रहा है। ऐसे में जिस कार्य के लिए वह आये थे वह भी नहीं हो रहा है वही जो कार्य छोड़कर आया है उसमें भी पिछड़ रहे है। जिससे किसानों में रोष व्याप्त है जिनके द्वारा पंचायत स्तर पर ही शिविर आयोजित कर ई-केवायसी की सुविधा देने की मांग की जा रही है।

ई-केवायसी से कई किसान है अनभिज्ञ

भूमि ई-केवायसी के निर्देश शासन के द्वारा दे दिए गए हैं परंतु प्रचार प्रसार और भूमि मालिकों की स्थिरता ना होने के कारण कई किसान आज भी इस कार्यक्रम से अनभिज्ञ बने हुए हैं। जिन्हें इसकी जानकारी नहीं है जिसमें प्रचार प्रसार की कमी कहे या जानकारी का अभाव इस दायरे में ऐसे कई किसान है जो शहरी क्षेत्र में निवास करते हैं जिन्हें इस संबंध में कोई जानकारी पटवारी या सचिव के द्वारा उपलब्ध नहीं कराई गई है। तो वहीं कुछ छोटे किसान है जो खेती का कार्य कर या दूसरे किसानों को खेती देकर महानगरों में पलायन कर चुके हैं जो ग्राम मैं उपस्थित नहीं है। वह भी इस कार्य से अनभिज्ञ है ऐसे में कुछ अनभिज्ञ किसानों के द्वारा उक्त संबंध में बेहतर प्रचार प्रसार करने की बात कही जा रही है।

किसान मुलायम सिंह पटले ने बताया कि समस्या बहुत है लिंक खुल नहीं रही है लेट हो रहा है अधिकतम एक सप्ताह का समय भी लग रहा है। जबकि यह गांव में व्यवस्था बनाए जाना था जो नहीं बनाई गई है हम तुमाड़ी से शहर आ रहे हैं ई-केवायसी करने के लिए परंतु इसमें बहुत ज्यादा समस्या हो रही है। आने-जाने की सबसे बड़ी समस्या है कि जिस काम से आए थे वह नहीं हुआ और जो काम करना था वह भी बकाया रह गया। कई किसानो की रोजी रोटी भी मार खा रही है मैं ही नहीं मेरे जैसे कई किसान है जो पंचायत और केंद्र के किस चक्कर लगा रहे हैं। परंतु वहां पर कभी पोर्टल धीरे चल रहा है तो कभी लिंक फेल हो गई बताया जाता है मैं आज भी अपनी इसी काम से आया था ऑनलाइन सेंटर में परंतु काम नहीं हुआ वापस जा रहा हूं कल फिर आना होगा।

सरपंच कन्हैया खैरवार ने बताया कि पंचायत के माध्यम से भी ई-केवायसी करवाई जा रही है जिसके लिए किसान पंचायत भवन में भी आ रहे हैं। परंतु पोर्टल बहुत धीमा चल रहा है कभी भी बंद हो जाता है बहुत सारे लोग कर रहे हैं इस कारण यह समस्या होगी परंतु बड़ी मुश्किल से लोगों के पंजीयन हो रहे हैं। कई लोगों को तो 3 दिन 4 दिन भी चक्कर लगाना पड़ रहा है फिर भी उनका काम पूरा नहीं हो पा रहा है। कुछ किसान पंचायत आ रहे हैं कुछ ऑनलाइन सेंटर में जा रहे हैं परंतु समस्या हर किसी के साथ वही है। अभी बताई जा रही है कि 1 अक्टूबर अंतिम तारीख है और मुझे नहीं लगता कि उस तारीख तक भी पूर्ण हो पाएगा। इसमें सबसे ज्यादा समस्या हो रही है कि जो कमाने बाहर चले गए हैं वह किसान संपर्क में नहीं है जिन्हें जानकारी का अभाव लग रहा है और कुछ किसान को तो इसका पता भी नहीं है। हालांकि प्रचार प्रसार ग्रामीण स्तर पर मुनादी के माध्यम से किया गया है और समय-समय पर मुनादी कराई जा रही है।

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