नगर के सब्जी बाजार एवं कटंगी चौक के मध्य में स्थित नगर का प्रतिष्ठित मां दुर्गा माता मंदिर में 24 से 25 दिसंबर की दरमियानी रात अज्ञात चोरों के गेट के ताले तोड़कर चोरी की वारदात की गई। उक्त घटना की जानकारी धीरे-धीरे नगर सहित क्षेत्र में आग की तरफ फैल गई जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ गया जो स्पष्ट मौके पर भी देखने मिला। इस चोरी में अज्ञात चोरों के द्वारा चांदी के चार छात्र दो मूर्ति और दान पेटी के रुपए की चोरी की गई है ऐसे में नगर सहित क्षेत्र मैं निवासरत लोग अब दहशत में जीवन व्यापन कर रहे हैं कि न जाने कब उनके घर में अज्ञात चोर चोरी की वारदात के साथ कोई आपरी घटना को अंजाम देते हैं। जबकि यह मंदिर अति व्यस्त सब्जी बाजार से लगा हुआ है वहीं पास में कटंगी चौक है जहाँ इस प्रकार की घटना से लोगों की भावना भी आहत हुई है। जो पुलिस प्रशासन की व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह उठा रहे हैं जिनके द्वारा इस प्रकार बढ़ती चोरी में अंकुश लगाकर अज्ञात चोरों को गिरफ्तार कर कठोर कार्यवाही करने की मांग की जा रही है।
यह है मामला
नगर का प्रतिष्ठित माँ दुर्गा माता मंदिर सब्जी बाजार में स्थित है जिसकी स्थापना ज्योतिष पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य ब्रह्मलीन स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के द्वारा करवाई गई थी। जो प्रतिदिन की तरह 24 दिसंबर को सुबह 7 से 12 बजे और शाम 5 से 9:30 बजे तक खुला रहा। जिसके बाद रात्रि में मंदिर के पंडित के द्वारा बंद कर अपने घर चले गए थे इसके बाद 25 दिसंबर की सुबह 7 बजे प्रतिदिन अनुसार पंडित नरेंद्र शर्मा मां दुर्गा माता मंदिर को खोलने के लिए आए जिन्होंने गेट खोल कर देखा तो मंदिर का चैनल गेट खुला हुआ था। जिसके पास आकर देखा तो गर्भ ग्रह का भी गेट खुला हुआ था और ताले टूटे हुए थे जिसकी जानकारी उनके द्वारा मंदिर प्रबंधन एवं पंडित जुगल किशोर शर्मा को दी गई। जिन्होंने मामले की जानकारी 100 डायल और पुलिस को दी इसके बाद एडिशनल एसपी बालाघाट विजय डाबर, एसडीओपी वारासिवनी अभिषेक चौधरी, थाना प्रभारी शंकर सिंह चौहान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे जहां बारीकी से करीब ढाई घंटे तक जांच की गई। जहां पर मंदिर के पंडितों के द्वारा पुलिस को बताया गया कि मां दुर्गा की प्रतिमा के ऊपर जो चांदी के दो बड़े छत्र, दो छोटे छत्र, भगवान की चांदी की दो प्रतिमा मंदिर से गायब है, वही दान पेटी का भी ताला तोड़कर अंदर की नकद राशि एवं हिसाब की किताब में रखें नकद रुपए की अज्ञात चोरों के द्वारा चोरी की गई है। जिस पर पुलिस के द्वारा जांच की जा रही है।
गैरतलब है कि बीते कुछ दिनों से चोरी की वारदात एवं मंदिर सहित शासकीय कार्यालय के ताले टूटने का क्रम लगातार बना हुआ है इसी कड़ी में दुर्गा माता मंदिर में भी ताले तोड़कर अज्ञात चोरों के द्वारा चोरी की वारदात की गई जिससे हर कोई अब डरा हुआ है। क्योंकि बीते कुछ दिनों पहले ही टेलीफोन एक्सचेंज स्थित हनुमान मंदिर, तहसील कार्यालय के सभाकक्ष, दस्तावेज लेखक कक्ष एवं चाय दुकान में ताले तोड़कर चोरी की वारदात हुई थी इसके पूर्व भी कुछ मकानों के ताले तोड़े गए थे। ऐसे में पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी अब कटघरे में खड़ी नजर आ रही है कि जब पुलिस प्रशासन नगर सहित क्षेत्र की सुरक्षा में मुस्तैद है तो फिर यह कौन अपराधी है जो इन घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। वहीं पुलिस प्रशासन इन अपराधियों के गिरेबान को पड़कर अंकुश लगाने में क्यों नाकाम साबित हो रहा है ऐसे कई प्रश्न है जिसको लेकर आज हर व्यक्ति दहशत में जीवन जी कर रहा है वह डरा हुआ है की लगातार ताले तोड़ने और चोरी की वारदातें हो रही है पर पुलिस प्रशासन आज तक किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं कर पाया है।
इस प्रकार बीच बाजार स्थित मंदिर में चोरी की वारदात करना एवं इसके पूर्व तहसील कार्यालय जैसे स्थान पर ताले तोड़कर चोरी का असफल प्रयास करना इन चोरों के हौसलों को दर्शा रहा है कि वह कितने बुलंद है। ऐसे में पुलिस प्रशासन के हौसले पस्त नजर आ रहे हैं जो चोरी पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रही है जबकि इस प्रकार चोरी की वारदात बीते करीब 2 सालों से चल रही है। उसमें कुछ ही मामूली चोरी के मामलों को का खुलासा पुलिस कर पाई है परंतु ऐसे मकान जहां लाखों की चोरी हुई हो उसका आज भी खुलासा नहीं हो पाया है जो पुलिस प्रशासन की कार्यवाही पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है। अब यह एक चुनौती के रूप में पुलिस के सामने अज्ञात चोर खड़े हैं।
पंडित नरेंद्र शर्मा ने पद्मेश से चर्चा में बताया कि सुबह मंदिर खोलने के लिए 7 बजे प्रतिदिन के अनुसार वह आए गेट खोल कर देखा तो चैनल गेट खुला हुआ था जिसके पास जाकर देखा तो गर्भ ग्रह का भी ताला टूटा हुआ था इसमें चैनल गेट गर्भ ग्रह और दान पेटी तीनों के ताले टूटे हुए थे। चोरों ने चांदी के दो बड़े छत्र दो छोटे छत्र दो मूर्ति और दान पेटी में जमा राशि के साथ किताब में रखें रुपए की चोरी की है। अब इसमें जानकारी नहीं है कि दान पेटी में कितने रुपए रखे थे क्योंकि वह प्रति नवरात्र को खोली जाती है परंतु 10 से 12 हजार रुपए से अधिक ही रहा होगा और जो छत्र है वह काफी महंगे है इसकी जानकारी हमने पुलिस को दी थी।
पंडित जुगल किशोर शर्मा ने बताया कि यह मंदिर ज्योतिष पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के अधीनस्थ आता है। यहां पर मैं और मेरा परिवार व्यवस्था करता है जो सुबह 7 से 12 शाम 5 से 9:30 बजे तक संचालित होता है इसके बाद हम बंद कर घर चले जाते हैं। सुबह 7 बजे हमारे सहयोगी ने मंदिर खोलने के लिए आए तो ताले टूटे हुए पाए जिसकी जानकारी मुझे और पुलिस को दी गई। इस प्रकार की चोरी में पुलिस को विशेष ध्यान देना चाहिए की मंदिर में चोरी हो रही है जबकि मंदिर भक्तों से चलता है और इस प्रकार से जो चोरी बढ़ रही है तो प्रशासन अलर्ट में रहना चाहिए जो नहीं नजर आ रहा है यह उनकी निष्क्रियता है कि बीच बाजार एवं चौक के पास चोरी हो जाती है। जबकि पुलिस चौक पर रहती है गस्त करती है उसके बावजूद चोरी होना बड़ा सवाल है।
गज्जू शर्मा ने बताया कि वर्तमान में मंदिर देवालय जैसा स्थान धार्मिक स्थल सुरक्षित नहीं है तो आम इंसान की सुरक्षा की क्या गारंटी है। मंदिर में चोरी करने के लिए इनको खौक नहीं है जबकि लोग बाहर पाप कर मंदिर में क्षमा मांगते हैं और इस प्रकार यह मंदिर में ही पाप की शुरुआत कर रहे हैं तो कहां क्षमा मांगेंगे इसमें जिन्हें नगर को सुरक्षित रखना है वह पुलिस मुख्य दर्शक बनी हुई है। उनके द्वारा कहा जा रहा है कि हम गस्त कर रहे हैं 11 बजे यहां से गुजरे थे तो इन्हें पता होना चाहिए की घटना 2 बजे से 5 बजे के बीच होती है जब हर कोई व्यक्ति गहरी नींद में सोया रहता है और पूरे शहर में सन्नाटा रहता है इसलिए इनको इस दौरान गस्त करनी चाहिए।