कृषि विभाग के माध्यम से संचालित मिट्टी परीक्षण केंद्र इन दिनों भगवान भरोसे संचालित हो रहा है हालात इतने अधिक खराब है कि यहां पर कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर कहीं और अटैच कर दिए गए हैं और बीते 2 महीने से यहां पर कार्यरत कर्मचारी अधिकारियों को वेतन तक नहीं मिला है।
किसानों को उन्नत कृषि के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य को लेकर शासन के द्वारा जिला मुख्यालय में मिट्टी परीक्षण केंद्र की स्थापना की गई है ताकि किसान अपने खेतों की मिट्टी का परीक्षण करने के बाद ही फसल का चयन कर अच्छा उत्पादन हासिल कर सके लेकिन वर्तमान में शहर के मिट्टी परीक्षण केंद्र की दुर्दशा हो चुकी है और विभाग के जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए हैं।
आपको बताएं कि मिट्टी परीक्षण केंद्र में जांच के लिए जो भी सैंपल आते हैं उन सैंपल की जांच को लेकर विभाग के पास किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं है वही महीनों से सैंपल की जांच को लेकर जो मशीन केंद्र में मौजूद है वह भी उचित रखरखाव की कमी के चलते कबाड़ में तब्दील होते जा रही है लेकिन इसके बावजूद विभाग के किसी भी अधिकारियों के द्वारा इसकी सुध नहीं ली गई अब यदि मिट्टी परीक्षण केंद्र में उपस्थित स्टाफ की बात करें तो यहां पर गिनती के ही कर्मचारी हैं वहीं जो कर्मचारी है उन्हें भी अटैच करने की परंपरा निभाई जा रही है।