मानदेय बढ़ाए जाने की मांग को लेकर पिछले 8 दिनों से नगर के बस स्टैंड में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठी रसोईया बहनों ने सोमवार शाम हड़ताल समाप्त समाप्त करने की घोषणा की। जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा रसोईया बहनों के मानदेय बढ़ाए जाने की घोषणा के बाद यह अनिश्चितकालीन हड़ताल समाप्त की गई। बताया जा रहा है कि एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रसोइयों का मानदेय 2000 रु बढ़ाए जाने की घोषणा की है। जिन्होंने रसोईया बहनों को 2000 रु की जगह अब 4000रु मानदेय दिए जाने का ऐलान किया है। जहां मानदेय बढ़ाने की घोषणा के साथ ही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठी रसोईया बहनों ने संगठन अध्यक्ष देवनाथ पंचेश्वर और समस्त पदाधिकारियों का फूल मालाओं के साथ स्वागत कर एक दूसरे को मिठाई खिलाकर जमकर जश्न मनाया और पिछले 8 दिनों से चली आ रही अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल को समाप्त करने की घोषणा की। जहां संगठन द्वारा इसे आंदोलन, धरना प्रदर्शन और अनिश्चितकालीन हड़ताल के द्वारा मिली एक बड़ी जीत बताया है।वही उन्होंने मानदेय बढ़ाए जाने की घोषणा चुवानी जुमला साबित होने पर संपूर्ण मध्यप्रदेश में फिर एक बार काम बंद आंदोलन करते हुए अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल किए जाने की चेतावनी दी है
8 अगस्त से जारी थी रसोईया बहनों की हड़ताल
आपको बताए कि मानदेय बढ़ाए जाने की मांग को लेकर राष्ट्रीय मूलनिवासी बहुजन कर्मचारी संघ और मध्यप्रदेश स्व-सहायता समूह संगठन के बैनर तले मध्यान्ह भोजन, रसोईया संगठन और आंगनबाड़ी साझा चूल्हा रसोईया से जुड़ी रसोईयां बहने गत 07 अगस्त से नगर के बस स्टैंड में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थी। जिनकी यह हड़ताल मानदेय बढ़ाए जाने की घोषणा के साथ ही आज 14 अगस्त को समाप्त कर दी गई। जहां हड़ताली रसोईया बहनों और उनके संगठन ने मुख्यमंत्री की यह घोषणा पूरी ना होने पर सम्पूर्ण मप्र में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल किए जाने की चेतावनी दी है।
आंगनबाड़ी रसोईया बहने हुई नाराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा भले ही रसोईया बहनों का मानदेय 2000 से बढ़कर 4000 रु किए जाने की घोषणा की गई हो लेकिन यह घोषणा केवल स्कूलों में मध्यान भोजन बनाने वाली रसोईया बहनों के लिए की गई है। जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई इस घोषणा में 500 रु मानदेय पर आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए मध्यान्ह भोजन बनाने वाली रसोईया बहनों के नाम का उल्लेख नहीं किया गया है और ना ही आंगनबाड़ी रसोईयों का मानदेय बढ़ाए जाने का ऐलान हुआ है ।जिसको लेकर स्कूलों में मध्यान्ह भोजन बनाने का काम करने वाली रसोईया बहनों में जहां एक ओर खुशी देखी जा रही है। तो वहीं दूसरी ओर आंगनबाड़ी में मध्यान भोजन बनाने वाली रसोईया बहनों में प्रदेश सरकार के खिलाफ साफ नाराजगी देखी जा रही है।
मिठाई खिलाकर हड़ताल समाप्त करने का किया गया ऐलान
उधर मानदेय में 2000 रु की बढ़ोतरी होने पर हड़ताल पर बैठी रसोईया बहनों ने 4000 रु मानदेय में भी घर ना चलने की बात कहते हुए आगे भी मानदेय बढ़ाए जाने की मांग को लेकर आंदोलन किए जाने की बात कही है। तो वहीं वर्तमान समय में 2000 की जगह 4000 रु मानदेय किए जाने पर हड़ताली रसोईया बहनों ने संगठन नेतृत्व करने वाले अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारियों का फूल मालाओं से स्वागत किया वहीं एक दूसरे को मिठाई खिलाकर पिछले 8 दिनों से जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल को समाप्त करने की घोषणा की।
तो संपूर्ण मध्य प्रदेश में करेंगे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल- देवनाथ पंचेश्वर
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान मध्यप्रदेश स्वसहायता समूह संगठन अध्यक्ष देवनाथ पंचेश्वर ने बताया की मानदेय बढ़ाए जाने की मांग को लेकर पिछले 8 दिनों से रसोईया बहनों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी थी। इस हड़ताल के दौरान संगठन द्वारा कई बार जगह जगह सांकेतिक चक्कजाम कर आवेदन निवेदन किया गया। जगह-जगह प्रदर्शन किया गया भोपाल जाकर कई बार विधायक सांसद मंत्रियों से मुलाकात की गई, उन्हें अपनी समस्या बताई गई। जहां कई आवेदन निवेदन के बाद हमारी सुनवाई हुई है और आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मध्यान भोजन बनाने वाली रसोईया बहनों का मानदेय दो हजार से बढ़ाकर 4000 रु किए जाने की घोषणा की है। 4000 रु मानदेय भी काफी कम है जिसे और बढ़ाया जाना चाहिए ।जहां आज मानदेय बढ़ाए जाने की घोषणा के बाद हमने पिछले 8 दिनों से जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल समाप्त करने का ऐलान किया है। क्योंकि यह चुनावी वर्ष है चुनावी वर्ष में कई तरह की घोषणाएं होती है लेकिन उन घोषणाओं पर कई बार अमल नहीं हो पाता। यदि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई घोषणा पर अमल नहीं होता और रसोईया बहनों का मानदेय नहीं बढ़ाया जाता तो संपूर्ण मध्यप्रदेश की रसोईया बहनों को साथ लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की जाएगी।