प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ लंपी के बढ़ते प्रकोप को लेकर शिवराज सरकार पर हमला बोला और ट्वीट करते हुए कहा कि ‘चीता इवेंट’ के चलते लंपी वायरस का प्रकोप बढ़ा है। यह सरकार सिर्फ कागजी घोषणाएं कर रही है और मैदानी स्तर पर कुछ नहीं है। कमल नाथ यहीं नहीं रुके, उन्होंने यह भी कहा कि खुद को गौभक्त बताने वालों की सरकार में आज गौमाताओं की यह बदहाल स्थिति है। कमल नाथ ने एक के बाद एक पांच ट्वीट किए और लिखा कि ‘मध्यप्रदेश में लंपी वायरस का प्रकोप दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। संक्रमण से बचे अन्य जिले भी इसकी चपेट में आते जा रहे हैं। संक्रमित पशुओं की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है , गौवंश की मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। सरकार के तमाम दावे व घोषणाएं सिर्फ़ कागजी साबित हो रहे हैं, मैदानी स्तर पर कुछ नहीं है। मुफ्त टीके की घोषणा तो कर दी गई लेकिन टीके के ही कहीं अते-पते नहीं है। जब इस वायरस की प्रदेश में दस्तक हुई थी, तब सरकार का पूरा ध्यान ‘चीता इवेंट’ में था, सरकार लापरवाह बनी रही, जिसके कारण अब यह संक्रमण काफ़ी बढ़ चुका है। लेकिन अब सरकार अगले इवेंट की तैयारी में लग गई है, उसे गौ माताओं की कोई चिंता नहीं है। आज प्रदेश के सभी प्रमुख मार्गों पर गौवंश बैठा हुआ है, दुर्घटना का शिकार हो रहा है, इसके कारण दुर्घटनाएं भी हो रही है। हमारी सरकार के समय हमने इसको लेकर कदम उठाए थे। प्रदेश में वृहद् पैमाने पर गौशालाओं का निर्माण कार्य प्रारंभ करवाया था, गौशालाओं में उनके खाने, चारे व रहने की व्यवस्था के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए थे, लेकिन आज स्थिति बेहद खराब है। खुद को गौभक्त भक्त बताने वालों की सरकार में गौमाताओं की आज यह स्थिति है।’ बता दें कि प्रदेश में लंपी वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। सरकार और पशुपालन विभाग द्वारा किए जा रहे रोकथाम के तमाम प्रयासों के बावजूद प्रदेश के आधे से अधिक जिलों में मवेशी लंपी वायरस की चपेट में आ चुके हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में इस बीमारी से बडी संख्या में पशुओं की मौत हो रही है।